Madre hind ki laj khatre me
*नेताओं से निवेदन*
मादरे हिन्द की लाज खतरे में है,
फिर गुलामी के दुर्दिन अभी आयेंगे।
एम.पी. एम.एल.ए शराबी नशे खोर हैं,
देश की सारी दौलत को पी जायेंगे।।
जर जमीं देश गिरवी विदेशों में है,
सौ खरब से भी ज्यादा लदा कर्ज है।
ब्याज दर ब्याज ऋण का बढ़ा बोझ है,
देश वाले जिसे दे नहीं पायेंगे-
मादरे हिन्द की लाज खतरे में है...
कर्ज लेने का चस्का लगा इस कदर,
रहनुमा अपनी झोली को फैलाये हैं।
उस सदी की तरफ ये लिए जा रहे,
सर उठाकर क्या, झुकाकर न जी पायेंगे-
मादरे हिन्द की लाज खतरे में है....
है नशे में विदेशों को न्योता गया,
अपनी पूंजी से धन्धे यहां खोलिए।
पैर जम जायेंगे बाहरी मुल्कों के,
जब मुनाफे का ज्यादा वहीं खायेंगे-
मादरे हिन्द की लाज खतरे में है।।
अपने नेताओं से अब निवेदन यही,
मांस खाना शराबों का पीना तजें।
अर्थ नीति विदेशों के हाथों गयी,
फिर ये हाथों को मल मल के रह जायेंगे-
मादरे हिन्द की लाज खतरे में है ।।
*चेतावनी 68.*
✦ Mala japle re prani ✦
माला जप ले रे प्राणी जयगुरुदेव नाम की,
माटी में मिलेगी तेरी काया चाम की।।
एक दिन था तू गर्भवास में,
गर्भवास से बाहर की माया घनश्याम की-
माटी में मिलेगी तेरी काया चाम की।।
उमर बिता दी विषय भोग में,
बुरे करम कर बड़े बुराई ले ली गांव की-
माटी में मिलेगी तेरी काया चाम की।।
बिना भजन के ज़िंदगी सारी खोदी काम की-
माटी में मिलेगी तेरी काया चाम की।।
माला जप ले रे प्राणी जयगुरुदेव नाम की,
माटी में मिलेगी तेरी काया चाम की।।
जयगुरुदेव ।
शेष क्रमशः पोस्ट 13. में पढ़ें 🙏🏻👇🏼
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Baba jaigurudev |
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Jaigurudev