*Spiritual Story आध्यात्मिक कहानी 11.*
■ *सबसे ऊंची प्रार्थना* ■
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उसने बहुत याद किया, उसे याद ही नहीं आया। अब वह लोगों से पूछने लगा। पहले पडोसी से पूछता है कि ऐसी कोई प्रार्थना तुम जानते हो क्या, जिसमें चार शब्द हैं। पड़ोसी ने कहा हां, एक चार शब्दों की प्रार्थना मुझे मालूम है। ‘ईश्वर मेरी मदद करो।’
‘उसने कहा-' सुबह से कुछ नहीं खाया, खाने के लिए कुछ हो तो दो। उस लड़के ने बचा हुआ खाना उस भिखारी को दे दिया।
*हे ईश्वर! तुम्हारा धन्यवाद।* यही उच्च प्रार्थना है क्योंकि जिस चीज के प्रति हम धन्यवाद देते हैं, वह चीज बढ़ती है। अगर पैसे के लिए धन्यवाद देते हैं तो पैसा बढ़ता है, प्रेम के लिए धन्यवाद देते हैं तो प्रेम बढ़ता है।
ये तीन शब्द भी ज्यादा लग रहे हों तो सिर्फ एक ही शब्द कह सकते हैं- *धन्यवाद।*
यही प्यास हमें खोजी से भक्त बनायेगी। भक्ति और प्रार्थना से होगा आनंद, परम आनंद, तेज आनंद।
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3 टिप्पणियाँ
मुझे घर पर करने के लिए काम चाहिए कुछ हो तो बताओ
जवाब देंहटाएंKya kar sakte ho kam bolo
हटाएंJaigurudev 🙏
जवाब देंहटाएंPratidin prarthna, namdhun, satsang seva or bhajan kijiye
Ye kaam sabse saral or labhkari rahega.
Baki sare kaam bhi hote chalenge.
Jaigurudev 🙏
Jaigurudev