[ *बाबा जयगुरुदेव की वाणी* ]
जब विधि विधान से नहीं करोगे तो दया नहीं मालूम होगी। जब नाम और रूप का ध्यान करोगे तो दया आ जाएगी। *जब संसार से घृणा होने लगे तो समझना कि दया हो रही है और जब मन आपका साथ न दे तो समझना चाहिए कि हमारे ऊपर कर्मोें का कोई न कोई बोझा चढ़ रहा है।*
लेकिन सन्तों और महात्माओं पर तो आपको विश्वास है ही नहीं और भगवान को तो आपने देखा ही नहीं। वहां करोड़ो सूरज और चांद हैं वहीं सबके पिता हैं। जब आप उनको याद करेंगे तो सब आप पर दया करेंगे।
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Jaigurudev