Gau Mata Ki Suno Pukaar (5)
फिर सेवा हम क्यों नहीं करते।
नहीं रहा हमें उससे प्यार,
गऊ माता की सुनो पुकार।।
माँ के जैसा पालन करती।
करते कपूत सम व्यवहार,
गऊ माता की सुनो पुकार।।
वाहन की टक्कर से मरती।
सुन लो गोपालों तुमको है धिक्कार,
गऊ माता की सुनो पुकार।।
गोबर गणेश का करते पूजन।
गोबर खाद से की है खूब पैदावार,
गऊ माता की सुनो पुकार।।
गौ माता की कदर नहीं होती।
अब तो पशुधन लगता है बेकार,
गऊ माता की सुनो पुकार।।
देवी देवता सब इसमें रहते।
सेवा करलो खुश होंगे देव परिवार,
गऊ माता की सुनो पुकार।।
जब याद आती है गौमाता की।
बेतरणी बनकर कराती भवसागर से पार,
गऊ माता की सुनो पुकार।।
मानों विनती मत करना इन्कार।
ग्वाल कह रहा तुमसे बारम्बार,
गऊ माता की सुनो पुकार।।
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Jaigurudev