*गऊ हत्या बन्दी के लिए महान आत्माओं की वाणी...* (6)

गौ रक्षा प्रेरकवाणी 

★ कोई पूछे कि हिन्‍दु धर्म का बड़े से बड़ा बाह्य स्‍वरूप क्‍या है।
तो में गौ रक्षा ही बताऊँगा,
और हिन्‍दु धर्म भी तभी तक रहेगा जब तक गाय की रक्षा करने वाले हिन्‍दु हैं।
-- महात्‍मा गांधी

★ अंग्रेजों की गलत नीति हिन्‍दुओं को मंजूर नहीं,
गौ माता की हत्‍या सहना हम वीरों का दस्‍तूर नहीं।
-- चतुरी महतो

★ तुम्‍हें मालूम होना चाहिए कि हम गौ रक्षक गुरु गोविंद सिंह और शिवाजी के देश के वासी हैं ।
हमारा देश गोपाल- कृष्‍ण का देश है हम उन्‍हीं के बन्‍दे हैं।
-- गौवंश रक्षक अमर बलिदानी (चतुरी महतो)

★ मैं ईश्‍वर से प्रार्थना करूंगा कि वह मुझे जब भी जन्‍म दे भारत माता की पावन गोद में ही जन्‍म दे और जन्‍म लेकर मैं फिर गौ हत्‍या के पाप से इस भू‍मी को मुक्‍त कर सकूँ।
-- चतुरी महतो

★ गो माता पर सह सकते अत्‍याचार नहीं,
गो हत्‍यारों को भारत में रहने का अधिकार नहीं।
-- क्र‍ान्तिकारी जनकगोप

★ गौ वंश की रक्षा में देश की रक्षा समाई हुई है।
 --  महात्‍मना  मालवीय जी

★ गौमाता हिन्‍दु समाज की मानबिन्‍दु है।
--  माधवराव सदाशिव राव गोवलकर
            
★ गाय उन्‍नति और प्रसन्‍नता की जननी है ।
गाय कई प्रकार से अपनी जननी से भी श्रेष्‍ठ है।
– महात्‍मा गांधी

★ चाहे मुझे मार डालो पर गाय पर हाथ न उठाओ ।
– लोकमान्‍य तिलक

★ भारत में गोपालन सनातन धर्म है।
 – भारत के प्रथम राष्ट्रपति
         डॉ. राजेन्‍द्र प्रसाद


★ जो पशु हो तो कहां बसु मेरो,
 चरौं नित नंद की धेनू मझारन।
– रसखान

★ गौवंश के उपकार की सब और आज पुकार है,
तो भी यहां उसका निरंतर हो रहा संहार है।
– राष्ट्र कवि मैथिली शरण गुप्‍त

★ हमारी जिस पवित्र भावना को औरंगजेब, महमूद गजनवी, तैमूरलंग नहीं खत्‍म कर सके,
उसी परम पवित्र भावना को, श्रध्‍दा को हिन्‍दुओं में ही उत्‍पन्‍न होने वाले कुछ नेताओं ने अपने ही हाथों समाप्‍त कर डाला।
– ब्रह्मलीन जगदगुरू शंकराचार्य
  स्‍वामी क्रष्‍ण बोधाश्रम जी महाराज

★ बूढे गाय बैल काटने के लिए कत्‍लखााने को आवश्‍यक बताने वाले नेता कल बूढे मॉ बाप के लिए भी यही योजना बना सकते हैं। वह घोर क्रतघ्‍नता पशुओं से प्रारम्‍भ्‍ा होकर मानव तक पहुँचेगी।
 इसे यही रोकना आवश्‍यक है।
-- साध्‍वी रितम्‍भ्‍रा वात्‍सल्‍य धाम

★ आज भारत भूमी पर गौरक्‍त की एक बून्‍द क्‍या नदियां बह रही हैं।
 अतः आवश्‍यक है भारत भूमी से गौ हत्‍या का पाप मिटाना।
 -- अशोक सिंघल

★ हिन्‍दुस्‍तानी सभ्‍यता का नाम ही गौ सेवा है । 
लेकिन आज हिन्‍दुस्‍तान में गाय की हालत उन देशों से भी खराब है जिन्‍होने कभी गौ सेवा का नाम नहीं लिया था।
-- आचार्य विनोबा भावे

★ पृथ्‍वी पर गौ परम शक्ति की प्रतीक स्‍वरूपा है उसकी व्‍याख्‍या वेदों में भी साध्‍य नहीं है ।
गौ विश्‍व की माता है यह पार्थिव जगत में जितना सत्‍य है उससे भी अधिक इसका महत्‍व आध्‍यात्मिक द्रष्टि से है।
--  योगीराज महर्षि अरविन्‍द

★ कुछ काल के पश्‍चात जब पशु नहीं बचेंगे तब ये मांसाहारी मनुष्‍यों को भी नहीं छोडेंगे।
 गाय की रक्षा करो सब की रक्षा होगी।
--  स्‍वामी दयानंद सरस्वती

★ मेरे विचार से भारत की वर्तमान परिस्थिति में गौ हत्‍या निषेध से बढकर कोई वैज्ञानिक तथा विवेकों क्रत्‍य नहीं है।
-- जयप्रकाश नारायण

★ स्वराज्य के प्रश्‍न से भी ज्‍यादा महत्‍व गौ रक्षा का है ।
समस्‍त गौ वंश की हत्‍या कानूनन बन्‍द होनी चाहिये।
-- स्वामी करपात्री जी महाराज

★ गाय एवं अन्‍य पशुओं की निर्दयता पूर्वक हत्‍या जब से प्रारम्‍भ हुई है हम अपने बच्‍चों के भविष्‍य के प्रति चिंतित हो गये हैं।
-- लाला राजपत राय

★ यदि संसार में हिन्‍दू कहलाकर जीवित रहना चाहते हैं तो सर्वप्रथम प्राणप्रण से हमें गौरक्षा करनी होगी ।
-- प्रभुदत्‍त ब्रह्मचारी जी महाराज

★ विदेशियों को गौ मांस देना जरूरी है कहकर देश में गौवध को आवश्‍यक बताने वाले लोग मनुष्‍यता को कल‍ंकित कर रहे हैं
-- राज ऋषि पुरूषोत्‍तम दास टण्डन

★ य‍दी देह आज्ञा तुर्क गाहे खपाऊँ,
गौ घात का दुख जगत से  हटाऊँ।
आस पूर्ण करो तुम हमारी,
मिटे कष्‍ट गौअन छूटे खेद भारी।।
-- गुरू गोविन्‍द सिंह

*गाय पर इस्‍लाम का नजरिया*
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★ गाय का दूध शिफा बक्श, घी इसका इलाज है और गोश्‍त बीमारकुन (बीमारी है )।
  – हजरत मोहम्‍मद सल.

★ रब का शुक्र अदा कर भाई,
 जिसने हमारी गाय बनाई l
- मौलवी मो. इस्माइल मेरठ

( संस्कृति साधना से साभार )

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जयगुरुदेव  ●


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