जयगुरुदेव
समय का संदेश
15.11.2024 M
कटनी, म. प्र.
1. *इस समय पर कलयुग में आटा, चावल, दाल का मिलना तो कठिन है लेकिन भगवान का मिलना आसान है।*
1.29.02 - 1.30.10
कहा गया है कि-
"प्रेम ते प्रगट होय मैं जाना।"
उसको प्रेम से याद तो करो। मिल जायेगा, लेकिन मिलेगा कैसे? जब कोई मिलवाने वाला, मिलने का रास्ता बताने वाला मिलेगा तभी तो मिलेगा। नहीं तो भटकते रहो। जैसे आपको कोई मिल जाए, जो बता दे कि यहां कुआं है, यहां हैंडपंप है, यहां नल लगा हुआ है और हम वहां से पानी पीते हैं। तुम वहां चले जाओगे तो तुमको भी पानी मिल जाएगा। ऐसे ही भगवान से मिलाने वाले कोई मिल गए तो भगवान का मिलना आसान है।
2. *कलयुग में जो घर छोड़कर भगवान की तलाश में जाएगा उसको भगवान नहीं मिलेगा।*
1.33.02 - 1.35.07
बहुत से लोग भगवान के भजन के लिए, प्राप्ति के लिए घर छोड़ कर चले गए लेकिन आज तक उनको नहीं मिला। आप चले जाओ कंदराओं में, पहाड़ों में अब भी बैठे हुए हैं। दो-दो तीन-तीन सौ साल के साधु आपको मिल जाएंगे। उनके ऊपर कोई असर नहीं। शेर भी उनको ऐसे देख के चले जाते हैं, वो भी उनको पहचानते हैं। उनको कोई छेड़छाड़ नहीं करते हैं।
अब भी आपको मिल जाएंगे। आप सोचोगे कि कैसे जिंदा रहते होंगे? यही आत्मा को ऊपर निकाल देते हैं। आत्मा निकल गई तो श्वास खर्च नहीं होती हैं। 96 करोड़ श्वास की पूंजी सभी को मिलती है। जब बच जाती है तो उम्र बढ़ जाती है। अब भी बैठे हुए हैं लेकिन उनको मिला कुछ नहीं। इस वक्त पर गुरु महाराज ने कहा कि प्रेमियों! कलयुग में जो भगवान की तलाश में घर छोड़ करके जाएगा, उसको भगवान मिलने वाला नहीं है।
इसलिए गृहस्थ आश्रम में ही रहो। अपने शरीर की रक्षा के लिए घर, मकान का इंतजाम कर लो, कपड़े का इंतजाम कर लो, घर मकान बना लो। बीवी बच्चे हैं, उनको देख लो। बच्चियों! घर में परिवार के लोग हैं तो उनको रोटी पानी बना कर, भोजन बना कर खिला दो। लेकिन 24 घंटा इसी में मत लगे रहो।
बच्चों का दवाई पढ़ाई का इंतजाम कर दो। किसी का स्वास्थ्य खराब हो तो दवा ले लो लेकिन 24 घंटा उसी में मत लगे रहो। एक घंटा सुबह शाम भगवान की प्राप्ति के लिए, भगवान के दर्शन के लिए समय निकालो। बाकी 22 घंटा आपके लिए बहुत है। एक घंटा सुबह शाम निकालो और मन को अगर रोक ले जाओ तो पल भर में लय हो जाओ।
3. *नामी किसको कहते हैं?*
1.45.11 - 1.45.40
विश्वास के साथ इस (ध्वन्यात्मक) नाम को जपो। विश्वास के साथ जब नाम को जपोगे तो नामी फल दे देंगे। नामी किसको कहते हैं? जिसके मुंह से आवाज निकलती रहती है। जो ये ध्वनात्मक पांच नाम आपको बताऊंगा, जो मुंह से नहीं बोला जाता है, अंदर में सुना जाता है, जहां से वह आवाज निकलती है, उनको नामी कहते हैं।
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