कार्यक्रम में विभिन्न धर्म, समाज, वर्ग एवं विभिन्न श्रेणियों के कर्मचारी, अधिकारियों के साथ लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहलाने वाले पत्रकार संगठनों ने सम्मिलित होकर सामाजिक एवं मानवीय समरसता एवं सौहार्द की अनूठी एवं अविस्मरणीय मिसाल पेश की। इस अवसर पर संस्था द्वारा इन सभी गणमान्य अतिथियों को सम्मानित भी किया गया। गरिमामयी समारोह में सभी समाज के विशिष्ट महानुभावों ने देशहित के लिए अपने बहुमूल्य विचार व्यक्त किये, जो इस प्रकार है-
✶ लोकतंत्र सेनानी सम्मान समारोह ✶
विश्वविख्यात निजधाम वासी परम् सन्त बाबा जयगुरुदेव के महाराज के ग्यारहवां वार्षिक भंडारा कार्यक्रम के प्रथम दिन 15 मई 2022 को उज्जैन आश्रम पर बाबा जयगुरुदेव शब्द योग विकास संस्था के तत्वाधान में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश समेत कई प्रदेशों से पधारे सैकड़ों लोकतंत्र सेनानियों की एक गोष्ठी आयोजित की गई जिसमें लोकतंत्र रक्षा, राष्ट्रवाद, युवाओं में देशभक्ति, सेवानाव चरित्र निर्माण जैसे विषयों पर लोकतंत्र सेनानियों द्वारा विचार प्रस्तुत किये गए और सामूहिक रूप से यह विचार भी रखा गया कि प्रति वर्ष 23 मार्च को 'लोकतंत्र सेनानी दिवस' एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाए।
गोष्ठी को संबोधित करते हुए संस्था अध्यक्ष लोकतंत्र सेनानी परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज ने कहा 'लोकतंत्र सेनानी अपने लिए नहीं अपितु लोकतंत्र की रक्षा के लिए जेल गए थे। लेकिन आज घर-घर में जो तकलीफ, बीमारियां, शारीरिक व मानसिक कष्ट, लड़ाई-झगडा, वैमनस्यता फैल रही है, प्रभु से विश्वास खत्म हो रहा है, जब तक तकलीफें दूर नहीं होंगी, ईश्वरवादिता, खुदापरस्ती नहीं आएगी, तब तक सच्चा लोकतंत्र नहीं आएगा। देश में ऐसी व्यवस्था बनाई जाए कि जनता लोकतंत्र को समझे और लोकतंत्र सेनानी कौन थे ये याद हो जाये। जब तक लोगों में सच्ची देशभक्ति और ईश्वरवादिता नहीं आएगी तब तक सच्चा लोकतंत्र नहीं आयेगा। इसके लिए लोकतंत्र सेनानियों को कुछ कर दिखाना होगा।
✶इस समय पर वैचारिक क्रांति की जरूरत है✶
लोगों की अमन चैन की जिंदगी हो जाए, उसके लिए इस समय पर वैचारिक क्रांति की जरूरत है। विचारों में लोगों के परिवर्तन लाया जाए। अपराधी प्रवृत्ति या जिसके कारण कोर्ट कचहरी जाना पड़ता है, लोगों को समझा करके, मना करके उस चीज को खत्म किया जाए। इस पर विचार • किया जाए कि भाई! यह चीजें होती क्यों है? यह अपराध होता क्यों है? जहां तक मेरा विचार है यह जो अपराधी होते हैं, अपराध होता है, देश द्रोह का काम करते हैं। वह लोग ज्यादातर नशे वाले ही लोग होते हैं।
किस तरह का नशा ? धन का नशा होता है, बल का नशा होता है, पद प्रतिष्ठा का नशा होता है। यह तीनों नशे होते हैं। इसके अलावा भी नशा होता है जैसे शराब है, गांजा, भांग, अफीम है, तमाम नशे की गोलियां चल गई। जिनके नशे की वजह से बुद्धि खराब होती है। तो वैचारिक क्रांति के द्वारा उधर से इनको हटाया जाए
✶सरकारों से प्रार्थना✶
बाबाजी महाराज ने सरकारों से यह प्रार्थना भी की कि इस तरह से व्यवस्थाओं का निर्माण हो कि देश की युवा पीढ़ी के चरित्र को बचाया जा सके, चरित्रहीनता, नशाखोरी की आदतों को खत्म किया जा सके, लोग एक विचारधारा के हो जायें बाबाजी ने समारोह में उपस्थित लोकतंत्र सेनानियों को आश्वासन दिया कि हर अच्छे काम में हम हर तरह से आपका सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
कार्यक्रम के दूसरे दिन 16 मई 2023 को बाबा जयगुरुदेव शब्द योग विकास संस्था द्वारा परम् पूज्य बाबा उमाकान्त जी महाराज के सानिध्य में 'लोकतंत्र सेनानी सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें सभी लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित कर उन्हें उपहार भेंट किये गए।
इस लोकतंत्र सेनानी सम्मान समारोह में लोकतंत्र सेनानी कल्याण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित अनेक विधायक व पद प्रतिष्ठा वाले अनेक लोग मौजूद रहे।
✶सौहार्द एवं समरसता की पेश हुई अनूठी मिसाल✶
बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के अध्यात्मिक उत्तराधिकारी, वक्त के सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज ने लोगों को दया बाँटने के लिए इस वर्ष अपने गुरुजी के वार्षिक भंडारे का नाम 'मार्गदर्शक भंडारा' रखा और सर्वधर्म के गणमान्य लोगों को आमंत्रित कर आपसी भाईचारा, देश भक्ति, शाकाहारी, चरित्रवान, नशामुक्त रहने का सन्देश तो दिया ही साथ ही उनको यह भी याद दिलाया कि
आपका काम जाति, धर्म, राजनीति से परे निःस्वार्थ भाव से अच्छे समाज के निर्माण के लिए लोगों का मार्गदर्शन करना है जिसे भूलना नहीं चाहिए तथा आपसी मतभेद, मान-बड़ाई-ईर्ष्या को त्यागकर भारत को विश्व गुरु बनाने, सतयुग जैसा वातावरण बनाने के लिए लोगों को एकजुट होकर देशहित में जनहित में काम करना चाहिए।
उज्जैन के 13 अखाड़ों के महामंडलेश्वर, श्री महंत, जिनमें प्रमुख रूप से श्री शैलेशानंद गिरी जी, माता मंदाकिनी जी साधु समाज सहित मौजूद रहे तो दूसरी तरफ बोहरा समाज के प्रमुख हाजी मुल्ला कुतुब फातमी, शहर काजी खलीफ उल रहमान, सिख समाज के जत्थेदार सरदार सुरेंद्र सिंह अरोड़ा जी और इनके साथ अनेक धार्मिक मजहबी मशहूर हस्तियाँ बाबाजी के वार्षिक भंडारे के अवसर पर आयोजित धर्म कल्याण, जन कल्याण और आत्म कल्याण के इस धर्म समागम में उपस्थित रहे।
पधारे हुए सभी अतिथि बाबाजी महाराज की बातों से बहुत प्रभावित हुए और कहा कि उन्हें परम् पूज्य बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा बताई गई भाईचारे और देशभक्ति की बातों में हम सबका हित छुपा हुआ है और वो बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था, उज्जैन द्वारा किये जा रहे जनहित व जीवहित के कार्यों से अत्यंत प्रभावित है सर्व धर्म के इन अतिथियों ने इस समारोह में शिरकत कर आपसी सौहाद्र एवं समरसता की न सिर्फ अनूठी मिशाल पेश की बल्कि परम् पूज्य बाबा उमाकान्त जी महाराज के मार्गदर्शक में समाज व देश की सेवा करने का आश्वासन भी दिया।
जयगुरुदेव
साभार, (पुस्तक) मार्गदर्शक वार्षिक भंडारा 2023
Margdarshak-bhandara-2023
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