*अंत समय में मुख से निकलने पर 'जयगुरुदेव' नाम यमदूतों से बचाएगा।*

*जयगुरुदेव*
*सन्देश / दिनांक 18.11.2021*

*सतसंग स्थलः धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश*
*सतसंग दिनांक: 16.नवम्बर.2021*

*कलयुग में प्रभु का जाग्रत नाम "जय गुरु देव" संकट में और मौत के समय यमदूतों से भी करेगा रक्षा, परीक्षा लेकर देख लो ...*
*- बाबा उमाकान्त जी महाराज*

इस कलयुग में प्रभु के जिस पूरी ताकत वाले नाम से संकट में, मृत्यु के अंत समय में, मृत्यु के बाद जीवात्मा की रक्षा होगी,
ऐसे *जयगुरुदेव* नाम का प्रचार कर सबको आगामी भयंकर तकलीफों से बचाने के लिए निरंतर प्रयास रत इस वक़्त के महापुरुष,

उज्जैन वाले *बाबा उमाकान्त जी महाराज* ने 16 नवंबर 2021 को धर्मशाला, हिमाचल प्रदेश में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम *(jaigurudevukm)* पर प्रसारित संदेश में बताया कि,

आप लोग कहीं न कहीं से जुड़े होंगे, किसी न किसी देवी-देवता को मानते होंगे। अचानक एक दिन के सतसंग सुनने से बदलाव नहीं आएगा। ऐसे ही इस समय पर जो *जयगुरुदेव* नाम है, इसकी परीक्षा जब ले लोगे तब और अंदर से चीजों को जानने की इच्छा होगी तब।
यह परीक्षा ले लेना कि *जयगुरुदेव* इस समय पर प्रभु, भगवान का जीता जागता नाम है कि नहीं है?

*हमें पता है कि आपके घर में क्या समस्या बनी हुई है, अब उसका उपाय ले लो।*
मैं देख रहा हूं कि किसी किसी के घर में लड़ाई झगड़ा रोज होता है, बीमारियां बनी हुई है, बुड्ढे-जवान न लड़े तो लड़के ही एक दूसरे का बाल-गाल नोचते रहते हैं, बाहर से आते हैं खाना नहीं खा पाते, नींद नहीं ले पाते हैं।
यह हालत है लोगों की। कोई चैलेंज करो तो मैं बता दूंगा कि इनके घर में रोज झगड़ा होता है।

*"जयगुरुदेव" नाम ध्वनि बोलने से लोगों को कमाई में बरकत, तकलीफों में आराम मिल रहा है।*
सबसे पहले तो आप लोग परीक्षा लेना और *जय गुरु देव* नाम की ध्वनि एक घंटा पूरे परिवार को इकट्ठा करके आप कुछ दिन बोलो, बुलवाओ।
अगर परिवार वालों को शाकाहारी बनवा ले जाओगे, परहेज करवा ले जाओगे तो बहुत जल्दी फायदा हो जाएगा। जैसे दवा खाओ लेकिन पहरेज न करो तो बीमारी जल्दी ठीक नहीं होती।
इसी तरह से यह कर्मों का मर्ज जो इकट्ठा कर लिया लोगों ने, आदतें बिगाड़ ली, ये सुधरेंगे तो *जयगुरुदेव* नाम बोलने से, सफाई तो होगी लेकिन एकदम से से बदलाव नहीं आएगा। जिन्होंने किया तो उनको फर्क दिखाई पडा।
कमाई में बरकत, रोग में आराम दिखाई पड़ने लग गया, इस तरह से बताने लग गए। विश्वास करके *जय गुरु देव* नाम की ध्वनि सुबह-शाम बोलने लग जाओ और परिवार वालों को भी बुलवाने लग जाओ। नाम ध्वनि बोलना कैसे है;
*जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जय जयगुरुदेव*

*कोटि-कोटि मुनि जतन कराही। अंत नाम मुख आवत नाही।।*
मुसीबत में जिसे पुकारते हो तब वह मदद करता है। मौत की ऐसी मुसीबत होती है कि उस समय पर बाहर का आदमी कोई भी मदद नहीं कर सकता। इन आँखों से दिखने वाली कोई चीज मदद नहीं कर सकती।
जवान लड़का, रिश्तेदार, पड़ोसी, डॉक्टर सब खड़े रहते हैं लेकिन मददगार नहीं होते हैं। पावर फुल सेना के अध्यक्षों, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्रीयों को खड़ा कर दो लेकिन अपने बच्चे को, परिवार में कोई किसी को बचा नहीं सकते हैं।

*मौत के समय जबरदस्त पीड़ा और बेबसी होती है।*
मौत के समय इतनी पीड़ा होती है कि हड्डी - हड्डी चटकती है, आंखे अंधी, कान बहरे, जबान तुतली हो जाती है।
उस समय पर कितना चिल्लाता है, बच्चे, पूरे परिवार वालों का नाम लेता है तुतली जुबान से, लोग समझ नहीं पाते हैं, लेकिन कोई भी उस वक्त पर बचा नहीं सकता। *तो बचत कौन करेगा?*

*अंत समय में मुख से निकलने पर 'जयगुरुदेव' नाम यमदूतों से बचाएगा।*
*जयगुरुदेव* नाम जगाया हुआ नाम है, सक्षम है, यह बचत करेगा। यमराज के जो दूत आते हैं, लंबी टेढ़ी नाक, काला कुरूप चेहरा, देखते ही खून पानी हो जाता है, हड्डियां चटकने लगती हैं, उनसे ये *जय गुरु देव* नाम बचाएगा।
लेकिन जब *जय गुरु देव* नाम मुंह से आखिर में निकलेगा तभी तो। लेकिन जब रट जाता है तब निकलता रहता है, स्वांस-स्वांस पर चलता रहता है।

*अवतारी शक्तियों और संतों में क्या अंतर है?*
देखो! इसी युग के पहले सतयुग, त्रेता, द्वापर युग थे। बहुत औतारिक शक्तियां आई थीं और औतारिक शक्तियों के नाम को जगाया था, कृष्ण का नाम रखा गया था। आपके महावीर, बुद्ध, बारह अवतार, परशुराम हुए, यह सब अवतारी शक्तियां थीं।
इनमें और संतों में अन्तर बताने का समय अभी तो नहीं है, लेकिन समझो! *संतों का दर्जा ऊंचा होता है, उनकी पावर बड़ी होती है।* जब संत आते हैं तो नाम को जगाते हैं।
कैसे जगाया जाता है? आपको यह नहीं पता है कि आप कहां से जुड़े हुए हो। आप उस परमात्मा शक्ति से जुड़े हुए हो बहुत पतले तार के द्वारा, जब महापुरुष आते हैं तो एक नाम को प्रभु से तार के द्वारा जोड़ देते हैं। *उस नाम से जब उस समय पुकारते हैं तो वो तुरंत मदद कर देता है।*

*संकट में जिसका नाम मुंह से निकलेगा वो मदद करेगा, इसलिए 'जयगुरुदेव' नाम रट लो, आदत डाल लो, डलवा दो।*
जैसे आप बच्चों के साथ कहीं जा रहे हो, छोटे बच्चे को ठोकर लगी और उसने आवाज लगाया, बोला पापा तो पापा तुरंत देखेंगे, मदद करेंगे। बोला मम्मी, दीदी, भैया तो जिसको पुकारो वो तुरंत देखेगा।
केशव के करोड़ नाम, लाख नाम कृष्ण के तो *इस समय कौन सा नाम पुकारेंगे तो मदद - रक्षा होगी?*
तो 'नाम रहा संतन अधीना' संतो के अधीन हमेशा नाम हुआ करता है। जिस नाम को मान्यता वो देते हैं उसी नाम से रक्षा होती है।

*गुरुजी महाराज का जगाया हुआ नाम से रक्षा होगी। मुंह से जब 'जयगुरुदेव' नाम निकलेगा तब आखिरी वक्त पर यमराज के दूतों से भी रक्षा होगी।*


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ