बच्चों में भाव-भक्ति भरो, प्रार्थना, नाम ध्वनि बुलवाओ, नामदान दिला कर भजन करवाने से बुद्धि प्रखर हो जाएगी।* *- बाबा उमाकान्त जी महाराज*


*जयगुरुदेव*
*प्रेस नोट / दिनांक 31.10.2021*

*सतसंग स्थलः रजोकरी, नई दिल्ली, भारत / दिनांक: 17.अक्टूबर.2021*

*बच्चों में भाव-भक्ति भरो, प्रार्थना, नाम ध्वनि बुलवाओ, नामदान दिला कर भजन करवाने से बुद्धि प्रखर हो जाएगी।*
*- बाबा उमाकान्त जी महाराज*

देश के युवाओं को आजीवन सदाचारी, शाकाहारी, नशामुक्त और चरित्रवान बनने की शिक्षा देने वाले त्रिकालदर्शी महात्मा,
उज्जैन वाले संत सतगुरु *बाबा उमाकान्त जी महाराज* ने 17 अक्टूबर 2021 को रजोकरी, नई दिल्ली, भारत में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम *(jaigurudevukm)* पर प्रसारित संदेश में देश के युवाओं को महत्वपूर्ण सन्देश दिया कि,
इंतजार करने की जरूरत नहीं है नौजवानों! पढ़ाई कर लो और कोई न कोई काम कर लो। कई साल बर्बाद मत करो। *दिमाग तुम्हारा तेज होगा जब भजन ध्यान सुमिरन रोज करोगे।*

*साधना करने से दिल-दिमाग होता है तेज।*
भजन सुमिरन जब करोगे, मन को लगाओगे तब। पढ़ाई में भी मन को लगाते हैं। मन को लगा कर के जब पढ़ते हैं तो याद हो जाता है।
यह साधना कोई गप और कल्पना की बातें नहीं है, यह अनुभव वाली बात है। क्योंकि जवानों! मैं भी कभी जवान था, मैंने भी कभी पढ़ाई की थी।
जब मन लगाकर दो-तीन बार पढ़ने पर याद हो जाता है। मन वहीं जाता है और दिमाग में बैठ जाता है।

*जो ध्यान,भजन करते हैं उनको विस्मृति भी आ जाए तो करते हैं गुरु मदद।*
चालिस की जगह साठ नंबर मिल जाते हैं। लेकिन बच्चे के भावन चौवन प्रतिशत नंबर है और आप बार बार कहो कि दया कर दो, आइएस हो जाए तो कैसे होगा? 
अन्ठान्वे प्रतिशत लाने वालों का पसीना बहता है, जब रात भर जागते, एक टाइम खाते, अल्पाहारी, गृह त्यागी बनने पर भी जल्दी कंपटीशन में नहीं आते हैं तो चौवन प्रतिशत पर क्या दया कर दी जाए ? बताओ आप।
अरे जैसी बुद्धि, क्षमता होगी, उसी तरह की चीज तो जाएगी। छोटे बर्तन में बड़ी चीज कैसे आएगी? छोटे घर में अगर हाथी घुसाने लग जाओ तो उस घर, दरवाजे का हाल क्या होगा?

*तेज़ बुद्धि के लिए बच्चों को पूजा-इबादती और भजाननंदी बनाओ।*
इसीलिए प्रखर बुद्धि के लिए सतसंगियों से कहा जाता है कि बचपन से ही इनके अंदर भाव भक्ति भरो, प्रार्थना करवाओ, नाम ध्वनि बुलवाओ, फिर यह समझदार, सात आठ साल के हो जाए तो नामदान दिला करके भजन इनसे करवाने लग जाओ तो बुद्धि का उससे विकास हो जाएगा।
प्रखर बुद्धि बन जाती है। जैसे पानी से भरी परात में दो बूंद तेल डाल दो तो पूरी परात में फैल जाता है। मंदबुद्धि वाले को हर काम बार-बार बताना पड़ता है। और एक रबड़ जैसी बुद्धि। सुराख बना दो तो थोड़ी देर ही करेगा।
*जैसे खड़े रहो बताते रहो तब तो कर पाएगा आप बता कर के चले जाओगे तो सत्यानाश कर देगा। इसलिए ध्यान रखो।*


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