*सरकार और डॉक्टरों से वक्त के सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज की अपील*

जयगुरुदेव

प्रेस नोट-नई दिल्ली

*सरकार और डॉक्टरों से वक्त के सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज की अपील* 

*अंडा, मछली, मांस पर बोलना करे शुरू, बताओ लोगों को स्वास्थ्य के लिये नहीं है फायदेमंद*

 वर्तमान कोरोना महामारी में विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा लोगों से मांसाहार को त्यागने की सलाह दी जा रही है लेकिन उज्जैन के पूज्य संत बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा 20 अक्टूबर 2019 में ही रामलीला मैदान से मांस, मछली, अंडा, शराब को त्यागने और शाकाहार को अपनाने की वैश्विक प्रार्थना की गई थी। इतना ही नहीं महाराज जी द्वारा देश की सरकार और डॉक्टरों से भी आह्वान किया गया था कि वो लोगों को शाकाहार के प्रति जागरूक करें। महाराज जी ने अपने सतसंग में बताया कि जो जानवरों को मारता है, काटता है, लाता है, पकाता है, खाता है, खिलाता है, सबको बराबर पाप लगता है। इसलिए पाप अब मत करना, घर में नहीं बनना चाहिए।

*मछली तालाब के सफाई के लिए बनाई गई, मरने के बाद पानी के ऊपर तैरती है, उसे खाते हैं गिद्ध और कौवा*

मछली क्या है? तालाब के सफाई के लिए बनाई गई। जब मर जाती है तो पानी के ऊपर तैरती है, गिद्ध और कौवा खाते हैं। गिद्ध और कौवे का का भोजन है मछली। आदमी का भोजन नहीं है। आप तालाब में, नदी में मल-मूत्र डाल दो, मुर्गा, भैंसा, बकरा, सुअर कोई बहकर चला जाए तो मछली खाएगी। अब आप समझो यदि आदमी मछली खाए तो यह आदमी की बुद्धिमानी है या नादानी है? मछली मत खाना।

*मुर्गियों का खराब खून, उनके टट्टी पेशाब का खराब हिस्सा इकठ्ठा होकर बनता है अंडा*

अंडा क्या है? यह माताएं मासिक धर्म होती हैं। खराब खून इकट्ठा हो जाता है तो बच्चा बन जाता है। मुर्गियों का खराब खून, उनके टट्टी-पेशाब का खराब हिस्सा जब इकट्ठा हो जाता है तो अंडा बन जाता है।

*डॉक्टर और वैज्ञानिक हैं नादान, इनके कहने पर अंडा न खाना न बच्चों को खिलाना*

बहुत से डॉक्टर लोग तो कहते हैं अंडा खाओ, ताकत आएगी। लेकिन विश्वास मत करना उन पर। वह नादान है, अज्ञानी है। वैज्ञानिक कहते हैं हम अंडा खाते हैं, हमारा दिल-दिमाग तेज है। हमने हवाई जहाज बना लिया, हेलीकॉप्टर बना लिया। लेकिन बगैर पेट्रोल के कोई उड़ता है? वह भी तो कोई विज्ञान था कि जब हनुमान जी गए थे संजीवनी बूटी लेने के लिए तो कोई हेलीकॉप्टर/ हवाई जहाज पर बैठकर गए थे? उड़ कर के गए थे। पूरा पहाड़ उठाकर के ले आए थे।
आप समझो वह भी तो कोई विज्ञान था जब सती सावित्री अपने पति के प्राण यमराज से वापिस ले आयी थी। सती अनुसूया ने ब्रह्मा, विष्णु, महेश को छोटा-छोटा बच्चा बना दिया। तो जो विद्या पहले थी क्या वह आज नहीं है? इसलिए इनको जानकारी नहीं है। इनके कहने पर न अंडा खाना न बच्चों को खिलाना।
और हम तो यह सरकारों से भी निवेदन करेंगे कि अंडा, मछली और शराब पर थोड़ा बोलना शुरू करिए कि यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद नहीं है।

*अंडा, मांस, मछली से ज्यादा ताक़त मूंगफली, चना, दूध, फल और अन्न में हैं*

जो डॉक्टर हैं, डाक्टरों से भी मैं कहूंगा आप इस बात को लोगों को बताओ कि इससे ज्यादा ताकत मूंगफली में है, चना में है, इससे ज्यादा ताकत दूध में है, अन्न में है, फल में है- इस चीज को आप लोगों को बताओ।
आप समझ लो कि इस तरह की व्यवस्था बनाओ जिससे यह लोगों तक बात यह पहुंचे। आप जो पत्रकार गण हैं, आप जो मीडिया वाले हो, इलेक्ट्रॉनिक प्रेस वाले हो, इस पर थोड़ा सा फोकस करो कि जिससे लोग शाकाहारी और नशामुक्त बन सके, दिल दिमाग बुद्धि वाले बन सके, क्रीम ब्रेन जिसको कहते हैं वह उनका हो सके।

*मुसलमान भाइयों के किताबों में लिखा है कि शराब का एक कतरा जिस्म पर पड़ जाए तो काट के फेंक दो*

आप अंडा मत खाना और शराब मत पीना। शराब के लिए तो आप समझते हो। बहुत से लोगों को ये बर्बाद करती है। जो शराब पीता है, झूठ बोलता है, बेईमानी करता है, चोरी-चकारी करता है, वादा खिलाफी करता है, जमीन-जायदाद बेच देता है। शराब मां, बहन, बेटी की आंखों से पहचान खत्म कर देती है। शराब में है एक हजार बुराईयां। मुसलमान भाइयों की किताबों में लिखा है एक कतरा भी शराब का अगर जिस्म पर पड़ जाए तो काट करके फेंक देना चाहिए। आप देखो हिंदुओं के यहां लिखा है कि वो

 *गंगाजल कित बारहु जाना।
तदक सन्त करें तहि पाना।।*

गंगाजल जैसे जल में शराब बनाया गया हो तो भी नहीं पीना चाहिए। मत पीना। संकल्प बना लोगे तो यहीं छूट जाएगा। बहुत से लोगों का छूट गया इसी भीड़ में मिलेंगे आपको। आप पीने वालो को मालूम नहीं है कि कितना ब्रांड होता है उनसे पूछो सब बताएंगे। दस-दस क्विंटल मछली खाए बैठे हैं इसी में। लेकिन समझ में जब आ गया तो छोड़ दिए। छूट जाता है, बहुत लोगों का छूट गया।

।।जयगुरुदेव।।

-परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज उज्जैन (म.प्र) भारत


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