सतगुरु पर विश्वास करो, कोई बात नहीं घबड़ाने की (29.)

  *सतगुरु पर विश्वास करो,*

*कोई बात नहीं घबड़ाने की*
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एक दिन गुरुबहन को सतसंग मे सेवा का हुकुम आया बहन सेवा में चली गयी । 
थोड़ी देर बाद बहन को फ़ोन आया की उसके बेटे का ऐक्सिडेंट हो गया। वो बहन सेवा पूरी करके हॉस्पिटल पहुँची ।
बहन ने सिमरन किया गुरुजी के आगे अरदास की । बहन की पड़ोसन जो उनकी दोस्त भी थी बोली, बहन तेरे गुरु जी कैसे है, तू दिन रात सेवा में लगी रहती है और उन्होंने क्या किया...... तेरे बेटे का ऐक्सिडेंट हो गया । वो बहन बोली मुझे अपने गुरुजी पर पूरा भरोसा है। वो जो करते है सही करते हैं। इसमें भी कोई बात होगी। मेरे गुरुजी कभी किसी का बुरा नही करते, जो होता है अच्छा होता है ।
कुछ दिनो बाद बच्चा ठीक हो गया । *बहन फिर से सेवा में लग गयी*
फिर कुछ दिन बाद पता चला की बेटे का फिर ऐक्सिडेंट हो गया है। अब पड़ोसन फिर कहने लगी बहन तुझे तेरे सतगुरु ने क्या दिया? बहन बोली कुछ घटनाएँ हमें भरमाने के लिए भी होती हैं । ज़रुर मेरे गुरुजी मुझे कुछ समझाना चाहता हैं। मैं भ्रम में नही आऊँगी । बहन सिमरन करती रही गुरुजी के सामने अरदास करती रही......धीरे धीरे बेटा फिर ठीक हो गया ।
अब बेटे का तीसरी बार फिर ऐक्सिडेंट हो गया, तो पड़ोसन बोली बहन तू नही मानेगी। लेकिन तू मुझे अपने बेटे की कुंडली दे मैं अपने महाराज को दिखाऊँगी। तो बहन बोली ठीक है। तू भी अपनी तसल्ली कर ले लेकिन मेरा विश्वास नही डोलेगा। गुरुजी सब ठीक कर देंगे ।
अब पड़ोसन कुंडली लेकर अपने पंडित के पास गयी और बोली, महाराज इस बच्चे का बार बार ऐक्सिडेंट हो जाता है कुछ उपाय बताइए । महाराज बोले ये क्या ले आयी बहन, *जिस किसी की भी ये कुंडली है वो तो कई साल पहले मर चुका है* तो बहन बोली नही महाराज, मेरी सहेली का बेटा है और अभी ज़िंदा है ?? पर बार बार चोट लग जाती है । पंडित जी बोले जो भी है.....* उसकी मृत्यु कई साल पहले हो जानी चाहिए थी। जरुर कोई शक्ति है जो उसे बचा लेती है। साध संगत जी वो बहन की आँखें भर गयी, दौडी दौड़ी उस बहन के पास आकर चरणो में गिर गयी बोली बहन मुझे भी अपने सतगुरु के पास ले चल ।
पूछने पर सारी बात बताई । और फिर बहन ने भी सतगुरु का ज्ञान ले लिया और सेवा करने लगी। साध संगत जी कहने का भाव ये है की हमारा विश्वास कभी नही डोलना चाहिए। सतगुरु पर हर पल विश्वास बना रहे जी। जैसे जैसे सतगुरु के वचन हम जीवन में अपनाते हैं, सतगुरु हर पल हमारी रक्षा करते हैं। प्यारी साध संगत जी राधास्वामी जी, जयगुरुदेव। 🙏🏻

शेष क्रमशः अगली पोस्ट 30. में पढ़ें ...👇

★ जयगुरुदेव ★

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