महाराज जी के सत्संग वचनों के वीडियो क्लिप (मात्र 60 सेकंड में कुछ नया सुनें) 44.

परम् पूज्य परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज के जनहितकारी परमार्थी वचन:-

989. सात( 7 )साल तक के बच्चे बच्चियों का पाप माता-पिता को लगता है।

990. ऊपरी लोकों की ज्योतियां।

991. भाव, भक्ति, प्रेम के अनुसार फल मिलेगा।

992. काम जो करो उसको दिखाने की कोशिश मत करो।

993. सतगुरु किस चीज से खुश होते हैं ?

994. भाव, भक्ति, प्रेम से खुश होते हैं।

995. भगवान भक्त के वश में कब हो जाते हैं?

996. रोशनी तेज रहे तो भूत कम आते हैं।

997. ऐसा दीपक जलाओ जो बुझे ही नहीं।

998. दो-चार घंटे के साधना में फल मिल सकता है।

999. गणेश जी लक्ष्मी जी के दत्तक पुत्र हैं।

1000. लक्ष्मी एक तरह से बरकत हैं।

1001. एके साधे सब सधे,सब साधे सब जाय।

1002. प्रेम, भाव, भक्ति जगेगी।

1003. महापुरुषों का काम अधूरा नहीं रहता है।

1004. भवसागर से पार करने वाले गुरु नाव लगा दिए हैं।

1005. ध्यान,भजन क्यों नहीं बनता है ?

1006. पूर्ण सन्तों की राय (मत) सभी मतों की जान होती है।

1007. सन्यासी, साधु गृहस्थ धर्म का पालन नहीं कर सकते हैं।


 ➤ लोक और परलोक दोनों की पूरी जानकारी रखने वाले परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज 

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