(मात्र 60 सेकंड में कुछ नया सुनें) बाबा उमाकान्त जी महाराज के कुछ महत्वपूर्ण वचन 34.

परम पूज्य परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज के जनहितकारी परमार्थी सन्देशों की 60 सेकंड वाली Jaigurudevukm लिंक यहां स्टोर की जा रही है।
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पूज्य बाबा उमाकान्त जी महाराज जी के कुछ स्वरूप-


571. अंडा मांसाहारी हैं।


572. दम दम पर होते हैं, सिजदे सिर उठाने की फुर्सत नहीं हैं।


573. कबीर गुरु भक्ति बिन...।


574. सन्तों की परंपरा रही हैं, किसी न किसी को रहते समय ही तैयार कर देते हैं।


575. नाम वक्त गुरु के आधीन हुआ करता हैं।


576. नीयत खराब होने से क्या होता हैं?


577. पढ़ - लिखकर लड़के बेकार घूम रहे हैं।


578. ऐसा कोई काम मत करना जिससे किसी की जान जाए। 


579. लेना-देना अदा हो रहा है।


580. सतयुग लाने और धर्म की स्थापना के लिए अपने अपने स्तर पर मेहनत करो।


581. अगले भंडारा तक के लिए नया आदेश।


582. सुनते सुनते लोग शाकाहारी हो जाते हैं।


583. कमजोरी से भी ज्यादा नींद आती है।


584. जब दवाएं नहीं बनी थी।


585. बहुत सी जड़ी बूटियां कटे हुए हिस्से को जोड़ देती हैं।


586. अन्न दोष सबसे बड़ा दोष है, यह खूब आता है और रोज आता है।


587. तकलीफों के दूर होने में देर नहीं लगती है।


588. मासिक धर्म में भोजन नहीं बनाना चाहिए।


589. सतसंगियों के बच्चों का मन डगमगाता नहीं है।


590. देसी दवाओं का असर खत्म नहीं होता है।


591. जयगुरुदेवमय करो गांव को।


592. जितने भी महापुरुष आए उनके दो गुरु रहे हैं।


594. भगवान राम और कृष्ण के दो गुरु थे।


595.  तकलीफ में लोग बहुत हैं।


596.  परेशानी दूर करने का उपाय।


 597. तकलीफों का यह संसार है।


598. बरकत, मुक्ति- मोक्ष किसको नहीं मिलता है ?


599. मरते हुए के कान में जयगुरुदेव नाम बोलने के फायदे।


600. ऊपर का नजारा।



SATSANG-VACHAN


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