*जयगुरुदेव*
*सन्देश / दिनांक 30.11.2021*
*सतसंग स्थलः देहरादून, उत्तराखंड*
*सतसंग दिनांक: 26.नवम्बर.2021*
*"धर्म और ईमान को पैसे के लिए बेच दिया लोगों ने, मिलावटी चीजों को बाजार में उतार दिया....."*
*- बाबा उमाकान्त जी महाराज*
मानव को लोभ और लालच की प्रवृति से दूर रह कर ईमानदारी से रोजगार करने की प्रेरणा देने वाले, छुपे हुए झूठ व खतरों से सभी को आगाह कर, धर्म और ईमान को बचा कर नियम व संयम से जीवन जीने की शक्ति भरने वाले, मानव मात्र को सुखमय जीवन जीने की कला बताने वाले इस समय वैचारिक क्रांति के प्रणेता,
उज्जैन वाले संत सतगुरु *बाबा उमाकान्त जी महाराज* ने 26 नवंबर 2021 को देहरादून, उत्तराखंड में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम *(jaigurudevukm)* पर प्रसारित संदेश में बताया कि,
*आजकल लोगों को ज्यादा गुस्सा क्यों आता है?*
क्योंकि लोग मांस खाने लग गए, खून बेमेल हो गया। खून में तेजी आ जाती है जब क्रोध आता है। देखो! कुत्ता, कुत्ता को देख कर गुर्राता है।
*मांसाहारियों को गुस्सा ज्यादा आता है।*
आप तो कहोगे कि जन्म से हम शाकाहारी हैं, पिताजी भी शाकाहारी हैं। लेकिन यह बाजार में जो चीजें आती हैं इसमें लिखा तो रहता है शाकाहारी, निशान तो हरा रहता है लेकिन उसमें मिलावट रहती है।
क्योंकि पाप कर्म करने में जरा सा संकोच नही करता है आदमी। अपना दीन और ईमान धर्म पैसे के लिए बेच देता है आदमी। यही सोचता है कि मिलावट करेंगे तो आमदनी बढ़ जाएगी।
लेकिन यह नहीं सोचते हैं कि गलत ढंग से लाएंगे तो बीमारी में चला जाएगा। चोर ले जाएगा, कोई चाकू-गोली मार के ले जाएगा। जब आने लगता है पैसा तो सोचता है थोड़ी मिलावट और कर देंगे तो और बचत हो जाएगी।
*किसी एक को गुस्सा आवे तो दूसरा चुप हो जाए,*
*तो झगड़ा-झंझट टल जाएगा...*
आप यह समझो! गलत चीजें जब खाने-पीने वाली चीजों से जब शरीर के अंदर आ जाती हैं तो खून में तेजी ला देती हैं। गुस्सा बहुत जल्दी आ जाता है लोगों को।
ऐसे समय में चुप हो जाओ। गुस्सा ज्यादा देर तक नहीं रहता है। अग्नि का सिद्धांत है कि जलती है तो वह बुझ जाती है। थोड़ी देर के बाद गुस्सा शांत हो जाएगा।
जब शांत हो जाएगा तो खुद पछताएगा, अपने ऊपर हाथ-पैर पटक-पटक के थक जाता है फिर कोई कुछ बोल नहीं पाता है फिर मुंह बंद हो जाता है उसका। *ऐसे ही झगड़ा-झंझट टल जाएगा। किसी एक को गुस्सा आवे तो दूसरा चुप हो जाए तो झगड़ा-झंझट टल जाएगा।*
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Sant Umakantji Maharaj |
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