*जयगुरुदेव*
*प्रेस नोट/ दिनांक 08.11.2021*
*सतसंग स्थलः महू, इन्दौर, मध्यप्रदेश / दिनांक 24.अक्तूबर.2021*
*"मांसाहार और नशे का सेवन बंद नहीं किया तो बहुत कम उम्र में ही लोग शरीर छोड़ देंगे ...."*
*- बाबा उमाकान्त जी महाराज*
मनुष्य द्वारा कुदरत के नियमों के उल्लंघन से नाराज कुदरत की सन्निकट सजा से लोगों को बचने के उपाय बताने वाले, सबके हितैषी, वक्त के महापुरुष,
उज्जैन वाले *बाबा उमाकान्त जी महाराज* ने 24 अक्टूबर 2021 को महूँ, जिला इंदौर, मध्यप्रदेश में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम *( jaigurudevukm)* पर प्रसारित संदेश में बताया कि,
जब जीव यहाँ आकर भटक गए, नरकों में कर्मों के अनुसार जाने लगे, मार पड़ी, काटे, गलाए, सड़ाये, तपाए, मारे-काटे जाने लगे तब उस प्रभु को दया आ गई और संतों के रूप में उन्होंने अपनी ताकत को भेज दिया।
*संत जब आए तो जीवात्मा को शब्द पकड़ाए और जीव शब्द की सीढ़ी चढ़ते-चढ़ते वहां पहुंच गये।*
*"नामदान" लेकर बराबर सुमिरन, ध्यान, भजन करते रहोगे तो खराब समय से बचत होगी।*
आपको ऐसी चीज *नामदान* बता दिया है जिससे आने वाले खराब समय में बचत होगी।
बहुत खराब समय आ रहा है। अभी आपने तकलीफें नहीं देखी, एक मिनट में भगवान न याद आ जाए तो कहना।
जैसे कोरोना जब आया तो जो भगवान का नाम नहीं लेते थे, वो भगवान को याद करते लगे, पूजा पाठ भी करने लग गए, जो नमाज नहीं पढ़ते थे वो भी नमाज पढ़ने लग गए, जो भगवान को नहीं समझते थे और कहते थे मैं ही भगवान हूं तो जब तकलीफ आई तो भगवान को याद करने लगे।
कुदरत देगी कर्मों की सजा, भारी आफत आएगी। *जब ध्यान, भजन, सुमिरन, सेवा करते रहोगे तो आपकी बचत गुरु महाराज की दया से होगी।*
*प्रेमियों! अच्छा समाज बनाओ, किसी का बुरा मत चाहो।*
किसी भी देवी-देवता, जाति-मजहब की निंदा मत करो। देश की संपत्ति आपकी अपनी संपत्ति है। देश प्रेम बराबर बनाए रखना।
अधिकारी - कर्मचारी सबका सम्मान करना। किसी जाति-बिरादरी, धर्म, देवी-देवता, खुदा की निंदा मत करो। आप अपना अलग एक अच्छा समाज बनाओ। *हो सके तो किसी की मदद कर दो, किसी का बुरा मत चाहो।*
*इस धरा पर मौजूद पूरे प्रकट संत जीव रक्षा के लिए बार-बार कर रहे हैं आगाह।*
वैज्ञानिकों को यह नहीं मालूम होगा, आपके इंदौर में आज 24 अक्टूबर 2021 को मैं बता कर जा रहा हूं कि मांसाहार और नशे का सेवन बंद नहीं किया तो लोगों की उम्र बहुत कम हो जाएगी। *कम उम्र में ही लोग शरीर छोड़ने लग जाएंगे।*
*जैसे यहां का नियम हैं, ऐसे ही प्रकृति के नियम हैं, इसलिए प्रकृति से छेड़छाड़ मत करो, उसके नियम का उल्लंघन मत करो।*
आप देखो! शाकाहारी सदाचारी नशा मुक्त जब लोग रहते थे तो कलयुग में भी लोग सौ साल तक जिंदा रहते थे।
ऐसे नशे का सेवन नहीं करना है जिससे आदमी होश में नहीं रह जाता है, मां-बहन-बेटी की पहचान आंखों से खत्म हो जाती है। शराब के नशे में बाप अपने बेटी का, भाई अपने बहन तक का हाथ पकड़ लेता है, रिश्ते को तार-तार कर देता है।
मनुष्य प्रकृति के नियम का उल्लंघन कर देता है। जब नियम का कोई उल्लंघन करता है तब सजा मिलती है कि नहीं मिलती है?
कहा गया, दूसरे का धन चोरी मत करो, दूसरे की मां-बहन को मत छेड़छाड़ करो। जैसे कोई करता है तो यहां की सरकार सजा देती है, *इसी प्रकार कुदरत भी सजा देती है।*
*जयगुरुदेव नाम में बहुत शक्ति - ताकत है।*
मन इस शरीर का राजा बन बैठा है। शरीर से गंदे काम, शराब पिलाता, मांस खिलाता है। आपका मन जो बुरे काम कराता है, तो *जयगुरुदेव* नाम ध्वनि बोलने से मन मर जाएगा। मन इस शरीर को जब गंदे काम करने के लिए नहीं ले जाएगा तो यह शरीर पाप से बच जाएगा।
*जयगुरुदेव* नाम में बहुत शक्ति, बहुत ताकत है। गुरु महाराज ने इस नाम को जगाया था इसलिए *जयगुरुदेव* नाम की ध्वनि आप बोलते रहना।
*ऐसी दशा देख जीवों की, सतपुरुष ने की दया महान।*
*संत रूप हुए जग में आए, सतलोक का पता बतान।।*
*सुरत शब्द का सच्चा मार्ग, संतमता का किया बखान।*
*शब्द - शब्द सीढ़ी रच डाला, चढ़-चढ़ पहुँचो अगम ठिकान।।*
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