*जयगुरुदेव*
*सन्देश / दिनांक 21.11.2021*
*सतसंग स्थलः बाबा जयगुरुदेव आश्रम, दुजोद, सीकर, राजस्थान*
*सतसंग दिनांक: 21.नवम्बर.2021*
*"वक़्त के डॉक्टर, मास्टर, सतगुरु के पास जाना ही पड़ता है...."*
*- बाबा उमाकान्त जी महाराज*
मनुष्य जीवन में गुरु भक्ति करने, गुरु को खुश करने के तरीके बताने और समझाने वाले, जिससे जीवात्मा का उद्धार हो सके और जीते जी मुक्ति-मोक्ष प्राप्त हो सके,
ऐसे समय के पूरे समरथ सतगुरु उज्जैन वाले *बाबा उमाकान्त जी महाराज* ने 21 नवंबर 2021 को आश्रम दुजोद, सीकर, राजस्थान में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम *(jaigurudevukm)* पर प्रसारित संदेश में इस मनुष्य शरीर के महत्व के बारे में बतलाया कि,
संतों की दया मनुष्य पर, जीव-जंतुओं पर भी हो जाती है। जब मनुष्य नहीं समझ पाता है कि मनुष्य शरीर किस लिए मिला है?
तो जीवन भर खाने-पीने, बच्चा पैदा करने में ही लगा रह जाता है। मनुष्य शरीर जो भजन करने, अच्छा काम, पुण्य कर्म करने के लिए मिला, इससे जब पाप कर्म बन जाते हैं तो सजा मिल जाती है।
जैसे यहां का नियम है, ऐसे ही कुदरत का नियम है।
*पाप करोगे और बचाने वाले गुरु नहीं मिलेंगे तो चौरासी और नरकों में जाना ही जाना है।*
ज्यादा पाप किया तो नरक में जाना पड़ेगा, कम पाप किया तो मुर्गा, बकरा, कीड़ा-मकोड़ा, पेड़ आदि के शरीर में डाल दिया जाता है सजा भोगने के लिए।
पेड़ में भी जान होती है। उनको भी सजा भोगने के लिए खड़ा कर दिया गया, 50 साल, 100 साल खड़े रहो। *संतों की जब दया हो जाती है तो सीधे ही उनको मनुष्य योनि मिल जाती है।*
इसलिए गुरु समझाते हैं कि भजन कर लो, जीवन की ये घड़ी और सांसों की पूंजी बड़ी कीमती है, इसका उपयोग कर लो।
*कर ले निज काज जवानी में। इस दो दिन की जिंदगानी में।।*
यह दो दिन की जिंदगानी बताई गई इसीलिए कहा गया कि,
"दिन गवाया खाई के, रात गंवाई सोय।"
"मानुष जन्म अनमोल मिला, कौड़ी बदले जाए।।"
जैसे कौड़ी की कोई कीमत नहीं होती, जिस रुपया पैसा के पीछे पड़े हो, यह कौड़ी की ही तरह से है।
*अभी मनुष्य शरीर में मौजूद वक़्त के गुरु, मास्टर, डॉक्टर के पास जाना ही पड़ता है।*
समय की, वक्त के नाम की, वक्त के डॉक्टर, हकीम, मास्टर की कीमत होती है, वक्त के सतगुरु की कीमत होती है। *पहचानो।*
कोई कहे पुराने वैद्य से इलाज करा कर ठीक हो जाएंगे, पुराने मास्टर से पढ़ लेंगे तो कैसे हो सकता है ?
वक्त के गुरु, वक्त के मास्टर, वक्त के डॉक्टर के पास जाना ही पड़ता है। वक्त के नाम को याद करना पड़ता है। वक्त का नाम *जयगुरुदेव* नाम है इसीलिए तो कहा जाता है बच्चों को इकट्ठा करके और सब लोग *जयगुरुदेव* नाम बोलो और बुलवाओ।
गुरु महाराज का जगाया हुआ नाम है, कहीं भी बोलोगे, मदद मिलेगी। *जयगुरुदेव* नाम ध्वनि बोल कर भरपूर फायदे लाभ ले लो। बीमारी तकलीफ में *जयगुरुदेव* नाम मुसीबत में मददगार होगा।
*जयगुरुदेव* नाम की ध्वनि बच्चे और बच्चियों जब बोलने लगेंगे तो बीमारियां दूर होंगी, लड़ाई-झगड़ा खत्म होगा, रुपया पैसा में बरकत दिखाई पड़ने लगेगी।
*परीक्षा लेकर देख लो यह वक़्त का नाम 'जयगुरुदेव' करेगा संकट में रक्षा।*
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babaJaigurudevAshram |
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