*जो भक्ति को पा गया, भक्ति में लीन हो गया, उसकी सारी समस्याएं हल हो गई।*

*जय गुरु देव*
*प्रेस नोट/ दिनांक 21 जुलाई 2021*
बाबा उमाकान्त जी महाराज आश्रम,
उज्जैन, मध्यप्रदेश 

*जो भक्ति को पा गया, भक्ति में लीन हो गया, उसकी सारी समस्याएं हल हो गई।*

इस कलयुगी समय में जीवों को नामदान देकर जीते जी उनके असली घर सतलोक पहुँचने का रास्ता बताने वाले वर्तमान के पूरे सन्त सतगुरु *बाबा उमाकान्त जी महाराज* ने अपने उज्जैन आश्रम से 31 दिसम्बर 2017 को यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम (Jaigurudevukm) पर प्रसारित सतसंग में बताया कि,
जो भक्त होते हैं, जो मालिक से प्रेम करते हैं, उनके पास समय नहीं होता है, क्योंकि शरीर को चलाने के लिए तो अपना काम कर लेते हैं लेकिन बाकी समय वह हमेशा मालिक को याद करते रहते हैं।
प्रेमियों! समझो -
*यहां दम-दम पर होते हैं सिजदे, सर उठाने की फुर्सत नहीं है।*
*इश्क वालों ने कब वक्त देखा, कि तेरे सिजदे में पाबंदियां हैं।।*

*जब दिव्य दृष्टि खुलेगी तब खुदा - गोड - भगवान एक दिखेंगे।*

दम-दम पर सिजदे का मतलब क्या होता है?
हमेशा मालिक को सामने रखो और हमेशा उनको याद करते रहो। यह कब संभव होगा?
जब उनको आप अंतर में देख लोगे, उनके रूप को अंतर में बसा लोगे। ह्रदय में जब बसा लोगे तब वह आपके सामने रहेंगे। तीसरी आंख से उनका दर्शन होता है। दिव्य दृष्टि, तीसरी आंख जब खुल जाएगी तब वो हमेशा आपके सामने रहेंगे। आप उनको याद करते रहो फिर आपको अपने पर भी विश्वास हो जाएगा और गुरु पर भी विश्वास हो जाएगा।

*प्रेमियों! अपने आप पर और गुरु पर पक्का विश्वास करने की जरूरत है।*

आप बहुत से लोगों को तो अपने पर ही विश्वास नहीं है तो गुरु पर कैसे विश्वास करोगे?
*इसलिए दृढ़ता लाने की, पक्का विश्वास करने की, भक्ति लाने की, उस मालिक से प्रेम करने की जरूरत है। यह मालिक को प्राप्त करने का सबसे सीधा और सरल रास्ता नामदान का है।*
(यह व्हाट्स एप ग्रुप *सूचना* से प्राप्त संदेश है।)

Jaigurudev-bhakti-sadhna


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