विदेशों में जमा पैसा देश में लाकर गरीबों की सेवा में लगाओ वरना आगे ये धन काम नहीं आएगा -बाबा उमाकान्त जी महाराज

जय गुरु देव
प्रेस नोट-2
उज्जैन मध्य प्रदेश
दिनांक: 09.04.2020

*विदेशों में जमा पैसा देश में लाकर गरीबों की सेवा में लगाओ वरना आगे ये धन काम नहीं आएगा -बाबा उमाकान्त जी महाराज*

मनुष्य को जीवन में सुख समृद्धि कैसे मिले, घर-परिवार-धन-पुत्र में बढ़ोतरी कैसे होती है - इसका सरल रास्ता बताने वाले उज्जैन के पूज्य संत बाबा उमाकान्त जी महाराज ने देश के सभी व्यापारियों, अधिकारियों, राजनेताओं से आह्वान किया कि आगे ऐसा समय आएगा जब ये धन कुछ काम नहीं आएगा। जान बचे बड़े भाग - वाली हालत हो जाएगी 
इसलिए हम आपसे प्रार्थना करते हैं कि आपका जो पैसा विदेशों में जमा है इस वक्त, उसे देश मे लाकर गरीबों की सेवा में लगाइए वरना आगे ये धन आपके काम नहीं आ सकेगा।

*एक समय ऐसा आएगा पैसा रूपया किसी के काम नहीं आएगा, जान बचे बडे भाग्य वाली हो जाएगी हालत*

महाराज जी ने बताया कि प्रेमियों एक समय ऐसा आएगा जब पैसा रूपया किसी के काम नहीं आएगा। जान बचे बड़े भाग वाली हालत हो जाएगी। इस समय पर भारत ही नहीं सभी देशों को धन की जरूरत है, लोगों को भोजन कराने के लिए, इलाज कराने के लिए पैसे की जरूरत है।

*जिनका पैसा बीमार के इलाज, गरीबों को रोटी खिलाने में लग रहा है, उन्ही से लक्ष्मी रहती है खुश*

महाराज जी ने कहा कि आप जिन लोगों का पैसा रूपया बीमार के इलाज में लग रहा है, लोगों को रोटी खिलाने में लग रहा है, आप ये समझो उन्हीं का पैसा धन्य है, लक्ष्मी उन्हीं से खुश रहेंगी। इसलिए भारत देश के लोगों का पैसा जो विदेशों में जमा है, मुझे उन सब से कहना है कि आप लोग उस पैसे को अपने देश में ले आइए और इन गरीबों की सेवा में लगा दीजिए।

*आगे सारी व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो जाएगी, जिनका पैसा जमा है विदेशों में, वहीं रह जायेगा*

महाराज जी ने कहा कि जिनकी मेहनत की कमाई आपके पास गई, आपका दिल-दिमाग लगा और उनकी मेहनत लगी और उनका पसीना बहा और अब जब उनको तकलीफ है और आने वाली है तो उनके लिए आप खर्च कर दीजिए। नहीं तो आपके भी कोई काम आने वाला नहीं है। 

चाहे आप व्यापारी अधिकारी विदेशों में पैसा जमा किए हो, चाहे राजनेता जमा किए हैं, सब के सब अपने देश में पैसा निकाल कर के ले आए नहीं तो आपके कोई काम आने वाला नहीं है यह। आपके देश और आपके देश के लोगों के भी कोई काम आने वाला नहीं है। वहां का वहीं रह जाएगा। व्यवस्था सब अस्त-व्यस्त हो जाएगी। आप यह समझो ऐसा समय आ रहा है।

जयगुरुदेव

-- परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज उज्जैन (म.प्र) भारत


sant-umakantji-maharaj


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ