जयगुरुदेव
प्रेस नोट
उज्जैन,मध्य प्रदेश
01.06.2021
*सब समस्याओं का एक समाधान - सुमिरन, भजन और ध्यान -बाबा उमाकान्त जी महाराज*
मानव जीवन, गृहस्थ जीवन और सामाजिक जीवन में आने वाली तकलीफों और समस्याओं को दूर करने का सरल उपाय बताने वाले उज्जैन के पूज्य संत बाबा उमाकान्त जी महाराज जी ने 15 नवम्बर 2020 को सन्देश दिया कि
देखो प्रेमियों! समस्याएं बताई गई है जो आज कल है और उसका निदान भी बताया गया लेकिन सब समस्याओं का एक समाधान अगर आप भजन ध्यान में समय देने लग जाओगे, दया के घाट पर बैठने लग जाओगे और गुरु से आप दुनिया की चीजें को नहीं मांगोगे, केवल यही मांगोगे :
निज चरणों का दरस करा दो गुरु।
मुझे प्रेम दीवानी बना दो गुरु।।
आप गुरु से प्रार्थना करो कि अपने प्रति प्रेम हमारे अंदर पैदा कर दो, हम आप से प्रेम करने लग जाएं ताकि हम आपके आदेशों का अच्छे से पालन करने लग जाए। आप हमको धो करके साफ करके हमारी सुरत को आप अपने चरणों तक पहुंचा दो, अपने पास तक पहुंचा दो।
*भाव से प्रार्थना करोगे तो आपके ऊपर दया हो जायेगी*
महाराज जी ने कहा कि अगर आप भाव बनाओगे, प्रार्थना करोगे तो आप पर दया हो जाएगी। जब आपके ऊपर दया हो जाएगी और सुरत आपकी चढ़ने लगेगी ऊपर, जब जाएगी तो जिन समस्याओं को आपको हमने बताया ये अपने आप सुलझने लगेंगी।
*गुरु व गुरु के वचन सदैव सामने रहे। जीवन का लक्ष्य जीते जी ईश्वर को पाना है।।*
महाराज जी ने बताया कि देखो मशीन का आविष्कार हुआ तो पहले काम हाथ से करना पड़ता था, आदमी रखना पड़ता था जब कोई चीज बनाना रहता था तब। जब ऑटोमेटिक मशीन चल गई तो अपने आप सब होता जाता है, उत्पादन अपने आप होता चला जाता है।
ऐसे ही इस समय पर समस्याओं का निदान केवल यही है कि जैसे ऑटोमेटिक मशीन लगा दो, आदमी ज्यादा नहीं लगाने पड़ेंगे, ज्यादा उसमें कोई दिक्कत नहीं रहेगी, अपने आप माल बढ़िया बनाता-निकलता चला जाएगा, आप अगर साधन भजन में मन लगा ले जाओ, साधना आपकी बन जाए तो फिर गृहस्थी की कोई जरूरत ही नहीं है। गृहस्थ आश्रम में जाने की कोई जरूरत ही नहीं है।
और गृहस्थ आश्रम आपने अगर बना लिया है, ग्रहस्त आश्रम का ये काम आसानी से होता जाएगा, अपने आप होता जाएगा। आपको खुद नहीं पता चलेगा कि कौन कर रहा है और कैसे हो रहा है। जो काम में आप दिन-रात व्यस्त रहते हो, वही काम आपके परिवार के लोग कर लेंगे जब आपको अंदर की ताकत मिल जाएगी, शक्ति मिल जाएगी।
*जो दुनिया-संसार से चला जाता है उसका घर भी चलता रहता है*
उस मालिक पर विश्वास करना चाहिए जो सारे संसार को चला रहे। कहा न :
अजगर करे न चाकरी, पंछी करे न काम।
दास मलूका कह गए, सबके दाता राम।।
महाराज जी ने बताया कि देखो कोई बीमार हो जाता है तो घर का आदमी क्या घर नहीं चलाता है? जो कम उम्र में दुनिया से चला जाता है तो उसके बच्चे क्या भूखे मरते हैं, औरत कमा कर खिला देती है। छोटे-छोटे बच्चे दादा-दादी की सेवा भी करते हैं तो गृहस्थी भी चलती रहेगी, अपने आप चलती रहेगी।
*जो सच्चे संत होते हैं वो 100 साल का लेना-देना 1 घन्टे के सपने में कटवा देते हैं*
महाराज जी ने कहा कि वह शक्ति आप अपने अंदर जब ले आओ। नहीं तो तब तक यह मन भटकता ही रहेगा, यह कभी शांति लेने नहीं देगा, अगर इधर की तरफ से, गृहस्थी की तरफ से, दुनिया की तरफ से, उधर नहीं लगाओगे। जब उधर लग जाएगा तो यह भी चलता रहेगा, लेना-देना भी आसानी से अदा हो जाता है।
आप जो पुराने लोग हो आप को दृष्टांत भी देकर पहले सुनाया गया था कि समझो 100 साल का लेना-देना, 1 घंटे के सपने में कटवा दिया। ऐसे होता है।
जयगुरुदेव
-- परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज उज्जैन (म.प्र) भारत
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