देश-विदेश की बाबा जयगुरुदेव संगतों ने 12 जून को किया 9,053 गरीबों को भोजन वितरण

जय गुरु देव
प्रेस नोट-2
12.06.2021
जयगुरुदेव बाबा उमाकान्त जी महाराज आश्रम, उज्जैन, म.प्र.

देश-विदेश की बाबा जयगुरुदेव संगतों ने 12 जून को किया 9,053 गरीबों को भोजन वितरण

विश्वविख्यात परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज उज्जैन की यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम (jaigurudevukm) के ऑनलाइन माध्यम से अपने प्रेमियों को कोरोना महामारी के इस आपदाकाल में गरीबों और असहायों को निःशुल्क भोजन कराने की अपील के बाद उनके भक्तों द्वारा अपने गुरु के आदेश की पालनार्थ जयगुरुदेव बाबा उमाकान्त जी महाराज उज्जैन निःशुल्क उदरपूर्ति अभियान के अंतर्गत पिछले लॉकडाउन के प्रारंभ से ही निःशुल्क भोजन वितरण का समाज सेवा कार्य निरंतर चल रहा है।

इस उदरपूर्ति अभियान के तहत
चेन्नई में 85,
उत्तराखंड में 325,
सिलवासा (दादरा व नगर हवेली) में 416,
मध्य प्रदेश में 9 जिलों के भंडारों से 1250,
उत्तर प्रदेश में 14 जिलों के 18 भंडारों से 4218, 
और राजस्थान में 9 जिलों के 10 भंडारों से 1789 यानी भारत में 8,083 गरीबों को भोजन बांटा गया।

विदेशों में भी भक्तों ने कोई कसर नहीं छोड़ी।

सिंगापुर के 16 वीर स्वामी रोड स्थित कृष्ना फेरी मिल्स पर 600 को खीर, अनानास, सूखे मेवे, चॉकलेट, खुरमा आदि,
होंग कोंग में दोपहर कॉफी के साथ 175 बुजुर्गों को डाईजेस्टिव एंड बटर काजू बादाम बिस्किट, और शाम को 45 बेघरों को स्टार फेरी पर चाइनीज वेजिटेबल, चावल और लेमन टी और
 नेपाल के बारां जिले में प्रसिद्ध गढ़ी माई मंदिर व बांके जिले में जमुनाहा रूपईडीह नाका पर 150 असहायों को भोजन खिलाया गया।

यानी देश-विदेश में 12 जून को कुल 9,053 बेघरों व असहायों को निःशुल्क कॉफी-काढ़ा, नाश्ता, दोपहर व शाम के भोजन प्रसादी का वितरण किया गया।

शाकाहारी नशामुक्त रहकर जयगुरुदेव नाम से तकलीफों में आराम प्राप्त करने का दिया गया संदेश

वितरण के समय सभी को शाकाहारी रहने, शराब व अन्य नशों से बचने और इस वक़्त के प्रभु के जगाए हुए नाम जय गुरु देव की नामध्वनी प्रतिदिन कुछ समय बोलकर बीमारी, मुसीबत में आराम प्राप्त का पावन संदेश दिया गया।

आपसी सहयोग से बिना बाहरी सहायता के भक्त करते हैं

बाबा के भक्तों द्वारा यह मानव सेवा का कार्य बिना किसी बाह्य सहायता के आपस में ही सहयोग करके स्थानीय गरीबों व असहायों हेतु निःशुल्क भोजन प्रसादी का वितरण भावपूर्वक अपने गुरु को भोग लगा कर, भोजन को प्रसाद बना कर, प्रशासन के सभी नियमों का पालन करते हुए जिले के अस्पतालों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड समेत विभिन्न स्थानों पर प्रतिदिन किया जा रहा है।,






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