जय गुरु देव
प्रेस नोट 1
दिनांक: 8 जून 2021
स्थान: बाबा उमाकान्त जी महाराज आश्रम, उज्जैन, म.प्र.
*बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के 9वें भंडारे पर उनके आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बाबा उमाकान्त जी महाराज का सन्देश*
विश्वविख्यात परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज उज्जैन ने बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के वार्षिक भंडारा (ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष त्रियोदशी) के शुभ अवसर पर यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम (jaigurudevukm) के ऑनलाइन माध्यम से प्रसारित सायं कालीन सतसंग में बताया कि जितने भी सन्त आये उन्होंने शरीर को स्वस्थ रखने का तरीका बताया जिससे आत्म कल्याण का काम हो सके।
लेकिन हमारे गुरु महाराज ने जिस तरीके से मेहनत करके लोगों को तौर-तरीका सिखाया वो अवर्णनीय है, इसका इतिहास बनेगा। लोग खोजेंगे। शारीरिक तकलीफ होने पर इंसान को भगवान् याद नहीं आते। यदि सतसंग सुने हुए होगा तो समरथ गुरु का ध्यान आता है तो भी स्वार्थपरता में मुक्ति-मोक्ष की बजाय तकलीफ में आराम ही माँगता है।
*गुरुमुखता रखोगे तो सुखी रहोगे वर्ना काल घसीट के ले जायेगा*
आज भंडारे के दिन पुराने सतसंगियों के समझने का समय है। संयम-नियम का पालन नहीं करोगे, जानकार-समझदार की बात को नहीं मानोगे, सरकार के कोरोना संबंधित नियमों को नहीं मानोगे तो नुकसान होगा।
अहंकार में मत रहो, अच्छे कर्म करो, प्रकृति के नियमों के अनुकूल चलो, शाकाहारी, सदाचारी, नशामुक्त रहो, लोभ-लालच में ज्यादा न पड़ो, अपने प्रारब्ध और गुरु पर भरोसा रखो, शरीर से अपना असला काम भजन-ध्यान का करो, शरीर चलाने में इधर-उधर से आये कर्मों (झूठ बोलना, मन में कोई बात आना, संगत का असर आदि) को सेवा से काटते रहोगे तो आप सुखी रहोगे नहीं तो सतसंगी, नामदानी, सेवादार, भजनानंदी होते हुए भी यदि मन साफ़ नहीं रखोगे, मनमुखता रहेगी तो आप दुखी रहोगे।
और जब शरीर से दुखी रहोगे, मानसिक तकलीफ रहेगी, धन-मान-प्रतिष्ठा की लालच बराबर अंदर बनी रहेगी तो गुरु और गुरु के मिशन से दूर हो जाओगे और गुरु मस्तक से उतर जायंगे फिर-
ताको काल घसीटीये, बचा सके न कोय।
फिर बचना बड़ा मुश्किल हो जायेगा। आपको चेतवानी दे रहा हूँ। सतसंग को सुनो और गुनो। लाख टके की बात पकड़ लेनी चाहिए। लाख टके के आदमी से दोस्ती करनी चाहिए। दो कौड़ी के पीछे नहीं दौड़ना चाहिए। दो कौड़ी के आदमी का साथ नहीं करना चाहिए।
*गुरु महाराज के मिशन को जल्दी पूरा करने का तरीका*
गुरु महाराज आप के जिम्मे बहुत काम दे करके गए हैं। आप कोशिश करो की सारा काम हम लोग ही कर लें, रह ही न जाए। दुसरों को सतयुग जैसा वातावरण मिले।
आप ये तब कर पाओगे जब आपमें मजबूती रहेगी। अच्छे भाव, भक्ति, योग्यता वाले नये-पुराने लोगों को कमिटी में ले लो और योग्यता अनुसार उनको काम दे दो। एक दिन ऐसा आएगा जब आप बुजुर्गों की मजबूरी हो जाएगी और किसी को कुछ बता-सीखा नहीं पाओगे तो अभी मौक़ा है।
शरीर रहते-रहते उनको ट्रेंड कर दो, सब सीखा दो, काम ले लो चाहे नए हो या पुराने। चाहे आपको गाली ही दिए हो, उसे दिमाग से निकाल दो। यदि वो हाथ बढायें, आपके साथ काम करना चाहे, तो काम ले लो इनकार न करो। लेकिन स्वार्थी से, जो संगत को एक दिन बदनाम कर दे उससे दुरी बनाये रखो।
जिनके अन्दर परमार्थी, सेवा भाव हो और अब आपके साथ आना चाहे तो उनको भी जोड़ लो क्यूंकि देश-विदेश में काम करना है तो आदमियों की जरुरत पड़ेगी। आपका मनोबल उंचा रहेगा की गुरु महाराज का नाम-काम हम बढावें तो बढ़ता ही जायेगा। अब ये धारा रुकने वाली नहीं है। लेकिन जल्दी काम करना है तो टीम बनाओ, सहयोगी तैयार कर लो।
*इन 9 वर्षों में गुरु की दया और आपके सहयोग से बहुत काम हुआ है*
अभी बहुत काम बाकी है। गुरु महाराज का मिशन तो दूर अभी जयगुरुदेव नाम का, शाकाहारी का प्रचार ही पूरे विश्व में, कई विभिन्न भाषा बोलने वाले प्रान्तों में ही नहीं हो पाया है। गुरु महाराज की दया और आप प्रेमियों के सहयोग से बहुत काम हुआ है।
हर प्रांत में जगह-जगह आश्रम बन गए, गुरु महाराज का फोटो लग गया, जहां जगह है गौशाला, अस्पताल खुल गए, बहुत जगहों से भोजन निशुल्क करवाया जा रहा है, सब काम नि:शुल्क हो रहा है। उज्जैन में भी बिना कैश काउंटर वाला अस्पताल चल रहा है।
शाकाहारी सम्मलेन में 32 देशों के लोग आये, 32 देशों में गुरु महाराज का फोटो लग गया, उनका नाम पहुँच गया। 15-16 देशों में जहां महाराज जी गए वहां संगतें खड़ी हो गयी, ध्यान-भजन, साप्तहिक सतसंग, भोजन वितरण होने लग गए, कुछ जगहों पर आश्रम भी बन गए।
*आगे भी परमार्थी काम करते चलो*
भोजन भंडारा आप लोगों ने खूब चलाया, आगे भी चलाओ, कोरोना मरीजों को दूध भी पिलाया गया, ऑक्सीजन की दिक्कत होने का पता चलने पर प्लांट लगाने के लिए चेक दे दिया गया है, सामान न मिलने से थोड़ी देर हो रही, लेकिन जल्दी ही लग जायेगा। रोगियों को अस्पताल पहुँचने में दिक्कत आ रही है तो कई एम्बुलेंस मंगवा ली गयी है। आप प्रेमियों इन सब को पूरा निशुल्क चलाना।
*जयगुरुदेव नाम को मानने वाले सभी लोग एक हो जाओ*
जयगुरुदेव नाम को मानने वाले सभी लोग एक हो जाओ। एकता में शक्ति होती है। आपसी सभी विवाद भूलकर एक होगे तो काम और भी जल्दी होगा। गुरु महाराज के काम तो सब पूरे होंगे ही होंगे। गुरु महाराज की दया और आप लोगों के साथ से हम कहीं पर भी बैठ कर के बड़ा से बड़ा काम कर सकते हैं।
*अब गरीबों असहायों के अलावा अन्य को भी भोजन खिलाओ*
जैसे कोई दफ्तर हो, सरकारी या गैर सरकारी हो, कारखाना हो, सबको खिला सकते हो। रोज या हफ्ते या महीने में एक दिन करो। यदि पहले इकट्ठा करके या पहले जमा करके करोगे तो नहीं हो पायेगा लेकिन शुरू कर दोगे तो सब होता जायेगा। लक्ष्मी जी ने कहा की अच्छे काम में मदद करुँगी। तो हमारी तो मदद करती हैं तो क्या आपकी नहीं करेंगी? आपकी भी होगी।
दिक्कत तब आती है जब आपकी नीयत खराब हो जाती है या आप संकुचित भाव से काम करोगे। प्रेम से खिलाओ। भावना ऊँची रहेगी तो किसी भी चीज की कमी नहीं होगी। इसमें नए लोग भी जुड़ जायेंगे उनसे भी सहयोग ले लेना। सतसंग और नामध्वनि का कार्यक्रम समय-परिस्तिथि के अनुसार चलता रहेगा। अपनी बचत रख के कोई काम करना। नियम-कानून का पालन करना।
गुरु महाराज के देश-विदेश में स्थित सभी शिष्यों ने इस अवसर पर विशेष भंडार प्रसादी का वितरण लाखों की संख्या में गरीबों और असहायों को किया। पूरा सतसंग संदेश यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर उपलब्ध है।
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