जयगुरुदेव
प्रेस नोट-उज्जैन,मध्य प्रदेश
*समरथ गुरु की खोज करके अपनी आत्मा का कल्याण करा लो नहीं तो मिट्टी का खिलौना मिट्टी में मिल जाएगा*
इसी जीवन मे ईश्वर का साक्षात्कार कैसे हो, ईश्वरीय लोकों के दर्शन कैसे हो - इसका सरल मार्ग बताने वाले उज्जैन के पूज्य संत बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 30 नवम्बर 2020 को यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेम से ऑनलाइन सतसंग में बताया कि ये मनुष्य शरीर सर्वश्रेष्ठ है। ये अनमोल है, इसकी कोई कीमत नहीं। इसमें पूरे पांचों तत्व है। इसमें छ: चक्र है। और किसी भी पशु-पक्षी में ये पूरे चक्र नहीं है, बुद्धि नहीं होती है, सीधे खड़े नहीं हो सकते हैं, आसमान की तरफ देख नहीं सकते हैं।
यह मनुष्य शरीर सबसे श्रेष्ठ है। ये किस काम के लिए मिलता है?
इस भोग के संसार में बहुत से भोगी जानवर हैं, पशु-पक्षी हैं, कीड़े-मकोड़े हैं। वह भी पैदा होते हैं, वह भी रहते हैं इसी मृत्युलोक में, भोग भोगते हैं। मनुष्य को अपनी आत्मा के कल्याण के लिए, उद्धार के लिए ये शरीर दिया जाता है।
*मनुष्य को अपनी आत्मा के उद्धार के लिए ही ये शरीर दिया जाता है*
महाराज जी ने बताया कि ये आप मनुष्य शरीर पा करके अपना काम बना लो, अपनी आत्मा का उद्धार कर लो। किसी जानकार को, समरथ गुरु की खोज कर लो जो तुम्हारी आत्मा के कल्याण का रास्ता बता दे, रास्ते पर चला दे और तुम कमजोर पड़ो तो तुम्हारी मदद भी कर दे। तो उसकी आप खोज कर लो और रास्ता ले करके अपना जीवन सार्थक कर लो। नहीं तो ये मिट्टी का खिलौना, मिट्टी में मिल जाएगा।
यह जो पांच तत्व हैं, इन्ही तत्व में विलीन हो जाएंगे। यह जो इसके पोषण के लिए है यही आपकी शरीर की ताकत को खत्म कर देंगे। मनुष्य धरती पर सबसे बलवान। आप देखो चाहे राक्षस, चाहे दैत्य हो उनको मनुष्य शरीर में ही महापुरुषों ने मारा। शेर इतना ताकतवर होता है, हमला कर देता बड़े-बड़े जानवरों के ऊपर, बहुत ताकत आदमी से ज्यादा होता है लेकिन आदमी से वह भी डरते हैं। क्यों? क्योंकि आदमी उसको ही मार देता है।
*मनुष्य शरीर की कीमत समझो नहीं तो एक-एक मिनट का समय निकला जा रहा है जीवन का*
महाराज जी कहा कि मनुष्य शरीर पाने का आप अपना उद्देश्य को पूरा कर लो। जिन को नाम दान नहीं मिला, नाम दान लेकर के, जिससे सारा संसार बना, अंड पिंड ब्रह्मांड बना, इसी से सब जुड़े हुए हैं, उस नाम को ले लो, उस शब्द की डोर को पकड़ कर के निकल चलो। नहीं तो एक-एक मिनट का समय निकला जा रहा है।
ये जो समय आपको जीवन में मिला है कुछ करने का, अपनी आत्मा के कल्याण करने के लिये मिला है, वह निकला जा रहा है।
*जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जय जयगुरुदेव रोज रात को सोने के पहले बराबर कुछ दिन बोलने से फायदा दिखने लगेगा*
महाराज जी ने बताया कि ये जय गुरु देव नाम उस मालिक का जगाया हुआ नाम है और इसमें उस मालिक की पूरी ताकत भरी हुई है। कोई भी शाकाहारी, सदाचारी, नशा मुक्त व्यक्ति मुसीबत के समय जय गुरु देव नाम बोलेगा तो उसकी मदद होगी। आगे का समय विनाशकारी है इसलिए सबको ये जय गुरु देव नाम रटा दो।
रात को जय गुरु देव नाम की ध्वनि, चाहे जोर से या चाहे मन में, बोलते-बोलते सो जाओ। अगर भाव के साथ बोलोगे तो तुरंत फायदा-लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। जय गुरु देव नाम की ध्वनि ऐसे बोलना है-
जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जय जयगुरुदेव।
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Sant umakant ji maharaj |
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