जिस दिन बन्द हो जाएगी देश में गऊ हत्या, उसी दिन से शुरू हो जाएगा सतयुग -बाबा उमाकान्त जी महाराज*

प्रेस नोट-बालाघाट, मध्यप्रदेश

*जिस दिन बन्द हो जाएगी देश में गऊ हत्या, उसी दिन से शुरू हो जाएगा सतयुग -बाबा उमाकान्त जी महाराज*


 भारत को विश्व का आध्यात्मिक गुरु बनाने का संकल्प लेने वाले उज्जैन के पूज्य सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज ने आह्वान किया कि जिस दिन से भारत देश में गऊ माता की हत्या बन्द हो जाएगी, उसी दिन से धरती पर सतयुग का प्रादुर्भाव दिखाई पड़ने लगेगा ।
 
*जीव हत्या और गऊ हत्या बन्द होनी चाहिए*

11 फरवरी 2021 को बालाघाट, मध्य प्रदेश में सत्संग सुनाते हुए महाराज जी ने बताया कि कलयुग में सतयुग आने की बात मिलती है। लिंग पुराण के 40वें अध्याय में लिखा है। सूरसागर, जगन्नाथ पूरिया कि किताब में लिखा है। उन्होंने तो लेनी-देनी पुख-नक्षत्र, राशि सब लिख दिया। यह होगा उसी समय पर, सतयुग का प्रादुर्भाव हो जाएगा और मैं कहता हूं जिस दिन देश में गऊ हत्या बंद हो जाएगी उसी दिन से सतयुग के आगमन की किरण दिखाई पड़ जाएगी। इस धरती पर सतयुग का नजारा दिखाई पड़ जाएगा।



*कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देश में मांस, मछली, अंडा, शराब की दुकान नहीं होगी*

महाराज जी कहा कि एक समय ऐसा आएगा जब गऊ हत्या बंद हो जाएगी। किसी भी पशु-पक्षी की हत्या नहीं होगी। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक कोई भी मांस, मछली, अंडा, शराब की दुकान ही नहीं होगी। ऐसा समय आ जायेगा।

*सारा काम वक्त के महापुरुष ही करते हैं पर श्रेय अपने प्रेमियों को देते हैं*

महाराज जी ने बताया कि ऐसा समय आएगा, परिस्थितियां ऐसी बनेगी, अभी तो समझाया-बताया जा रहा है। अभी तो प्रेमियों आपको श्रेय दिलाया जा रहा है कि श्रेय ले लो। काम किसने किया? राम ने किया। श्रेय किसको दिया? हनुमान को दिया। राम से अधिक राम का दासा। हनुमानगढ़ी पर ज्यादा लड्डू चढ़ता है। राम के जन्म भूमि पर उतना प्रसाद नहीं चढ़ता।
महाराज जी ने बताया कि गोवर्धन पर्वत को उठाया कृष्ण भगवान ने और लकड़ी किसने लगाई? गोपियों और ग्वालों ने। आज उनकी भी रास लीला रचाई जा रही है। तो जितने भी महापुरुष है सब लोगों ने श्रेय किसको दिया? प्रेमियों को दिया।

*कुदरत ऐसी परिस्थितिया पैदा कर देंगी कि लोगों को मांस, मछली, अंडा, शराब छोड़ना पड़ेगा*

महाराज जी ने बताया कि आप समझा लो लोगों को, मना लो। नहीं तो व्यवस्था इन को मजबूर कर देगी, छोड़ने के लिए, बंद करने के लिए। व्यवस्था से भी नहीं होगा तो कुदरत बंद करा देगी। कुदरत के हाथ में तो सारा खेल है। 2 मिनट में बंद करा देती है।
उदाहरण के तौर पर मैं आपको बता दूं कोरोना के डर से बहुत से लोगों ने मांस खाना बंद कर दिया। बहुत से लोगों ने मुर्गियों में और जानवरों में जो यह बर्ड-फ्लू बीमारी चली तो जिनका मुर्गा के बगैर काम नहीं चलता था उनसे कहो मुर्गा खाओगे?अरे! राम-राम बोलो, तौबा-तौबा बोलो। मुर्गा का नाम लेते ही राम बोलने लग गए। जो नहीं बोलते वो भी बोलने लग गए। तो परिस्थितियां ऐसी आएंगी। लोगों को अंडा, मछली, मांस, शराब मजबूरन छोड़ना ही पड़ेगा।

*देश और दुनिया मे बहुत बड़ा परिवर्तन होगा*

प्रेमियों! अभी तो हिंसा-हत्या बंद करने का आप प्रचार करो, सलाह दो, लोगों को समझाओ। आगे चल-कर के तो देश-दुनिया में बहुत बड़ा परिवर्तन होगा। मैं आपको आज बता कर जा रहा हूं।
परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज
आश्रम उज्जैन भारत


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