बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था उज्जैन ने कर दिखाया देश भक्ति का महान कार्य

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प्रेमी भाई बहनों, आप देख रहे हैं कि इस समय कोरोना नामक महामारी पूरी दुनिया में फैली हुई है, पूरी दुनिया में संकट के बादल छाए हुए हैं।

इस भयंकर परिस्थिति के समय में बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था उज्जैन ने यह सिद्ध कर दिखाया है कि देश भक्ति सबसे बड़ी होती है।

और जब देश दुनिया पर आफत आती है तो सन्त होने का अर्थ क्या होता है, और सन्त समाज का फ़र्ज़ कैसे निभाया जाता है,  यह साबित कर दिखाया है।

देश भर की जयगुरुदेव संगतों द्वारा असहाय उदर पूर्ति अभियान के अन्तर्गत जनहित के कार्यों ने यह सिद्ध कर दिखाया है कि देश भक्ति सर्वो परी होती है।
बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था उज्जैन के संस्थापक यानी बाबा उमाकांत जी महाराज ने सभी गुरुभक्तों को यह आदेश जारी किया कि देश में असहाय एवं जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन की भरपूर व्यवस्था की जाए।


बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था उज्जैन के संस्थापक यानी बाबा उमाकांत जी महाराज ने सभी गुरुभक्तों को यह आदेश जारी किया कि देश में असहाय एवं जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन की भरपूर व्यवस्था की जाए, यह हम सभी का फ़र्ज़ है।

 क्योंकि देश की जनता ही हमारी संगत है।

देशभर की सभी बाबा जयगुरुदेव संगतें अपने अपने जिले में प्रशाशन के नियम कानून का पालन करते हुए असहाय उदरपूर्ति  अभियान के अन्तर्गत भोजन की व्यवस्था में जोर शोर से सहयोग किया। 

इन सभी सेवाकर्यों को देखते हुए जगह जगह ये देखने में आ रहा है कि अधिकारी कर्मचारी भी अपनी निगरानी में भोजन की व्यवस्था करा रहे हैं, और बाबा जयगुरुदेव संगत के सेवाकार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा भी कर रहे हैं।
बाबा जयगुरुदेव संस्था का असहाय उदर पूर्ति अभियान देश के असहाय, मजदूर व जरूरतमंद लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है।

देशभर में व्याप्त लाक डाउन की इस मुश्किल घड़ी में लाखों लोगों को भोजन उपलब्ध हो पा रहा है।

इसे धर्म के मर्म से जोड़कर समझा जाए या देश की धरा पर महान गुरु का आशीर्वाद माना जाए कि देश में भुखमरी का सामना कर रहे लाखों लोगों को दो वक्त का भोजन प्रसाद मिल पा रहा है।

और संगत के भाई बहन संकट के इस दौर में उनके खाने पीने की व्यवस्था में बिना किसी भेदभाव के दिन रात लगे हुए हैं।

बिना किसी प्रचार के पूरे देश में मानवता की सेवा की इससे बड़ी मिसाल देखने को नहीं मिलती है।

बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बाबा उमाकांत जी महाराज ने कहा कि,
पर हित सरिस धर्म नहीं भाई।


देश की धर्म संस्कृति में मानवता की सेवा का परिणाम या प्रमाण शायद पहली बार देखने को मिल रहा है।

बाबा जयगुरुदेव संस्था का यह प्रयास मानवता की सेवा के लिए जरूर याद किया जाएगा।

उनके इस प्रयास से देश की जनता व सरकार हमेशा हमेशा के लिए ऋणी रहेंगे।
बाबा उमाकांत जी महाराज ने भी स्वयं संस्था मुख्यालय यानी उज्जैन के अतिरिक्त अधिकारी यानी ज्वाइंट कलेक्टर से 26 मार्च 2020 को फोन पर जयगुरुदेव संस्था के मुख्यालय से 3 लाख असहाय, मजदूर व जरूरतमंद लोगों को भोजन देने की बात कही,


अतः हम सभी भाई बहन भी सम्पूर्ण भारत में चल रहे सेवकार्यों का आभार व उपकार व्यक्त करते हैं।
धन्यवाद, प्रणाम, जयगुरुदेव।


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