14.09.2024
प्रेस नोट
रेवाड़ी (हरियाणा)
*जयगुरुदेव सन्त बाबा उमाकान्त जी का सतसंग व नामदान कार्यक्रम 15 सितम्बर अहमदाबाद में, सभी सपरिवार आमंत्रित*
*ये वही बाबाजी हैं जिनके सतसंग, दर्शन व भक्ति से शारीरिक, मानसिक, आर्थिक तकलीफें दूर और इसी मनुष्य रुपी मंदिर में प्रभु का दर्शन होता है*
निजधाम वासी बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी, वक्त के समरथ सन्त सतगुरु दुःखहर्ता बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा सतसंग एवं नामदान 15 सितम्बर 2024, रविवार, समय दोपहर 3 बजे से सतसंग स्थल- श्री सौराष्ट्र पटेल समाज वाडी, भक्ति सर्कल, निकोल, अहमदाबाद, गुजरात में समय परिस्तिथि अनुकूल होने पर होगा। इंसान इस समय पर सुख, समृद्धि और शान्ति की कोशिश तो करता है लेकिन सच्चे सन्त व उनके सतसंग न मिलने के कारण सफलता नहीं मिल पा रही है।
ये वही बाबा उमाकान्त जी महाराज है जिनके सतसंग व दर्शन से शारीरिक, मानसिक और आर्थिक तकलीफें तो दूर होती है तथा इनके बताए हुए रास्ते पर चलने से इसी मनुष्य रुपी मंदिर में प्रभु का दर्शन भी होता है। आप सभी लोगों से विनती है कि समय से सपरिवार पधारकर अवसर का लाभ प्राप्त कर लीजिए। जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जय जयगुरुदेव इस तरह से शाकाहारी नशामुक्त होकर नाम ध्वनि बोलेगो तो कुछ समय में फायदा दिखने लगेगा। बाबा उमाकान्त जी महाराज का मुख्य आश्रम मक्सी रोड, उज्जैन (म.प्र.) में है। सम्पर्क- जय रघुनाथ सोसायटी, 7016023434 मारुति प्लाजा के सामने, कृष्णा नगर, नरोड़ा, अहमदाबाद- 392345, मोबाइल- 9979895567, 904078736. विश्व बने धर्मात्मा। पापों का हो खात्मा।। हाथ जोड़कर विनय हमारी। तजो नशा, बनो शाकाहारी।।
*गुरु महाराज के कुछ अनमोल वचन*
नाम की कमाई सब विकारों को जला देती है। जातिवाद, भाई-भतीजावाद, भाषावाद, कौमवाद, एरियावाद खून बहा देता है, इनसे दूर रहना चाहिए। गाय के पास रहने, पालने व इनका मूत्र व गोबर बराबर साफ करते रहने से शरीर के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता आने लगती है। सोचो! जब शिव तांडव होगा तब कितने धरती पर से जाएंगे और कितने बचेंगे। भगवान ने भोग, भोगने के लिए बनाया है, फँसने के लिए नहीं। ध्यान दें! बच्चे-बच्चियों में नशे की आदत व चरित्र का गिरना इस धार्मिक देश के लिए खतरनाक है। सतयुग में अस्पताल, कोर्ट-कचहरी एवं जमीन में बोरिंग करने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। सन्त के सतसंग, दर्शन से बच्चों में अच्छे संस्कार बनते हैं। गुरु की वाणी में अपार शक्ति भरी हुई है।
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Jaigurudev