सरकार से अपील:

जयगुरुदेव 
सरकार से अपील:

जो भी सरकार आवे उसका सम्मान, सहयोग करो और यदि गौहत्या, शराब, मांसाहार पर रोक न लगा पावे तो अगली बार जो कर पावे, उस पर बटन दबा देना।

शराब मांस की आमदनी से कई गुना ज्यादा इसके दुष्परिणामों जैसे बढ़ते अपराध, बिगड़ती युवा पीढ़ी, एक्सीडेंट आदि पर खर्चा होता है, लोगों को तकलीफ, जान-माल का नुकसान अलग।

कोई भी देश प्रांत जिला मांस और शराब के पैसे से तरक्की नहीं कर सकता, तकलीफें गरीबी दूर नहीं हो सकती, समय पर जाड़ा गर्मी बरसात नहीं हो सकता है, ये देवता कभी खुश नहीं हो सकते।
जिस दिन शराब और मांस बंद हो जाएगा, उसी दिन से सुख शांति का बिगुल बजने लग जाएगा, उसी दिन से अपराध और भ्रष्टाचार 50% कम हो जाएगा।
नेता, जज, वकील, सेठ, महात्मा नशे में हो रहे धुत्त, सोचो देश कहां जायेगा। यदि प्रार्थना नहीं मानी तो कुदरत सुधार करेगी।

पद प्रतिष्ठा के पोस्ट पर शाकाहारी प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राष्ट्रपति अधिकारी, कर्मचारी को शाकाहार नशामुक्ति के लिए पहल करने की जरूरत है। वह कोई बात जब बोलेंगे तो दम रहेगा, बात का असर पड़ेगा।
मुखिया की मज़बूरी!! चाहे आप शाकाहारी नशामुक्त चरित्रवान हो लेकिन अगर मांस शराब खाने-पीने वाले बगल में (मंत्री) रहेंगे तो क्या वो बंद करवाएंगे? बीफ खाने वाला क्या कभी गौ हत्या पर प्रतिबन्ध लगाएगा?
शराब और जानवरों के कटने का रुपया टैक्स के रूप में आता है इसलिए सरकारी धन, पाप का धन है और उपयोग के लायक नहीं है, धर्म की बेल सरकारी धन से नहीं बढ़ सकती।

भारत में गौ ह्त्या बंद होने पर सतयुग की किरण दिखाई पड़ने लगेगी।
आयुर्वेद, प्राकृतिक जड़ी-बूटियों, ऋषि-मुनियों के बनाये नियम-संयम, सदाचारिता को दो बढ़ावा।
अपराधी प्रवृत्ति के सिनेमा यूट्यूब में सिखाते हैं की कैसे अपराध, (पकड़े जाने से) बचत किया जाता है। इस पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए। बच्चों को दूर रखो।
हुनर बेकार नहीं जाता, सरकारों को भी बचपन से ही हुनर सिखाना चाहिए।

हमेशा संपन्न रहने के लिए, व्यवस्था सही रखने के लिए,आप लोग शाकाहारी, नशा मुक्त, चरित्रवान बन जाओ। चरित्र सम्बंधित कोई शिकायत न आवे। 
देश के पैसे को अपना और देश की जनता को अपना परिवार समझना है तभी देश, राजधर्म का पालन कर पाओगे। 

देश की आन-बान, मर्यादा को बनाए रखना, देश के लोगों की और देश की रक्षा करना, धर्म निरपेक्ष देश में हर धर्म की रक्षा करना, सबको सम्मान प्यार देना, सब अपने-अपने हिसाब से पूजा, इबादत, पाठ, प्रेयर आदि कर सकें, उसमें बाधा मत डालना।

संविधान और शपथ के अंतर्गत काम करो, नियम का पालन करो। संविधान की लक्ष्मण रेखा से अलग न जाओ।
जिस लिए जनता ने आपको भेजा है, उसी हिसाब से उनकी सेवा करके जनता के दिल में जगह बना लो।
चुनाव में, संसद चलाने का खर्चा गरीब जनता की खून-पसीना की कमाई का है। सदुपयोग करना।
पक्ष और विपक्ष के लोग राय मिलाकर ऐसा काम करें कि धरती पर सतयुग का प्रदुर्भाव होने लगे, लोग सुखी हो जाय।

भारतीय संस्कृति लाना है लेकिन दूसरे का विरोध करके नहीं। अच्छे-बुरे राजा हर काल में रहे, अच्छी बातों को ही बताया जाए। नेगेटिव नहीं बोला जाए।

विश्व के सभी जिम्मेदार एक जगह बैठ करके ऐसी नीति बनाओ जिससे लड़ाई नाम की चीज हो जाए खत्म।





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