जयगुरुदेव
परम् पूज्य परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज के जनहितकारी परमार्थी वचन:-
1063. आजकल जो कुर्सी पर बैठ जाता है, उठना ही नहीं चाहता है।
1064. शहंशाहों का शहंशाह आपका इंतजार कर रहा है।
1065. ठंडी रोटी किसे कहते हैं।
1066. नए वर्ष पर क्या लक्ष्य बनाना है ?
1067. बराबर सतसंग की बातों को बताना चाहिए।
1068. दीपावली का काजल गुणकारी होता है।
1069. देश का भविष्य नौजवान है
1070. फ़ौज में नशाखोरी फ़ैल गयी तो कैसे देश की रक्षा होगी?
1071. शाकाहारी pm को पहल करने की जरुरत है
1072. आगे हवा दूषित हो जाएगी
1073. नीयत दुरुस्त करने की जरुरत है, देशभक्ति लाओ जिम्मेदारों
1074. मन की बैठक कहां है?
1075. अंत में तो धोखा ही धोखा है।
1076. स्वभाव जल्दी नहीं जाता है।
1077. यह संसार लेने देने का है।
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1078. अहंकार कम कैसे होगा?
https://www.youtube.com/clip/UgkxavYC-4BtXjUccvaOOwv_T0OmGPfTBX81
1079. बुढ़ापा कब खत्म होती है?
1080. मनुष्य शरीर किसलिए मिला है?
1081. सच्चे ब्राह्मण कब माने जाएंगे ?
1082. ब्राह्मण कब कहलाता है ?
1083. खाक होंगे नगर , लोग मिट जाएंगे, जलजला में भी निशां न रह जाएंगे।
1084. विदेशों की हालत खराब होगी।
1085. देश के नौजवानों का चरित्र गिरता जा रहा है।
1086. नशा खत्म करो।
1087. एक तरफ गौ माता कहते हैं दूसरी तरफ उसका मांस खाते हैं।
1088. शाकाहारी लोगों को अब पहल करने की जरूरत है।
1089. सर्वनाश करने वाले तीन अवगुण।
1090. रावण को चेतावनी।
जयगुरुदेव
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जिनके चरणों में ही मुक्ति-मोक्ष का निवास है, ऐसे जीवात्मा की सम्हाल करने वाले |
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Jaigurudev