बाबा जयगुरुदेव संस्था उज्जैन की रोचक जानकारी (6.)

➥   गौ-सेवा, गौ-रक्षा अभियान

✴  गऊवंश की रक्षा व सेवार्थ बाबा जयगुरुदेव गौशाला संचालित है। इस समय उज्जैन आश्रम की गौशाला में गायें, बछड़े, बैल और सांड काफी संख्या में मौजूद हैं।

✴  गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा देकर उसकी जान बचा लेने के संकल्प को पूरा करके ही दम लेने की ऐतिहासिक घोषणा, इन्हीं परम् सन्त बाबा उमाकांत जी महाराज ने गुरु पूर्णिमा 2014 के पावन पर्व पर जयपुर में की थी। 

✴  इसी क्रम में गाय को राष्ट्रीय पशु बनाकर उसकी जान बचाने हेतु पूरे देश से प्रेमियों द्वारा कई लाख प्रार्थना पत्र प्रधानमंत्री कार्यालय भेजे जा चुके हैं। अपने सतसंग सम्बोधनों में पूज्य महाराज जी बहुत बार समझाते हैं कि पृथ्वी पर तीन माँ होती हैं धरती माता, गऊ माता और अपनी जन्म दात्री माता। धरती पर पाप न हो इसलिए बुराइयाँ छोड़ने की प्रेरणा देते रहते हैं। 

✴  गऊ रक्षार्थ समझाते हैं कि 84 लाख योनियों का चक्कर काटती, कष्ट भोगती जीवात्मायें मनुष्य शरीर से पहले गाय और बैल के शरीर में रखी जाती हैं। अपनी आयु पूरी करके मरने पर गाय को अगले जन्म में लड़की तथा बैल को अगले जन्म में लड़के का शरीर मिलता है इसलिए उनको अपनी मौत मरने देना चाहिए ताकि अगला जीवन अच्छा व शान्त रहे। वर्ना समय पूर्व गौवंश की हत्या कर देने पर शेष आयु प्रेत योनि में बिताने के कष्ट के कारण अतृप्त एवं चिडचिडे स्वभाव वाले बच्चे बच्चियाँ पैदा होते हैं, जिसका भोक्ता सारा समाज बनता है। 

✴  इसी के साथ पूज्य महाराज जी का कहना है कि आगे भारत में गौ वंश की हत्या ही नहीं किसी भी पशु-पक्षी की हत्या नहीं होगी।



➥   देश में सरकार एवं अन्य संस्थाओं द्वारा संचालित विभिन्न गऊ शालाओं में गायों के लिए चारा वितरण किया जाता है।


➥   दिव्यांग सामूहिक विवाह में भोजन वितरण

उज्जैन में सर्व-धर्म सामूहिक विवाह समारोह में नव विवाहित दिव्यांग जोड़ों तथा समारोह में सहयोग करने वालों को उपहार एवं समारोह में सम्मिलित 25 हजार लोगों के भोजन की निःशुल्क व्यवस्था की गई।


➥   छात्रोन्नति वजीफा, अंगवस्त्र वितरण एवं प्रतिभा सम्मान

बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था द्वारा प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक के मेधावी तथा आर्थिक रूप से कमजोर छात्र-छात्राओं के लिए छात्रोन्नति वजीफा, अंगवस्त्र, प्रतिभा सम्मान और उनके गुरुजनों व माता-पिता को सम्मानित करने के लिए समय-समय पर समारोह आयोजित किये जाते हैं।


➥   स्वच्छता अभियान

तन, मन, धन को साफ, स्वच्छ एवं स्वस्थ रखने के साथ ही देश को साफ-स्वच्छ रखने के लिए बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था के सेवादार हर कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर मैदान को साफ-स्वच्छ रखकर समाज को एक प्रेरणादायक संदेश देते हैं।



➥   जनजागरण काफिले

✴   बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के मिशन को पूरा करने के लिए, जयगुरुदेव नाम के प्रचार-प्रसार एवं जीवों की रक्षा हेतु परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा जन जागरण काफिले निकाले गये। जिसमें सर्वप्रथम लगभग 1000 गाड़ियों का 45 दिवसीय दक्षिण भारत काफिला जो 13 जनवरी 2014 को बाबा जयगुरुदेव आश्रम उज्जैन से निकाला गया और दक्षिण भारत के अनेक राज्यों में आध्यात्म की गंगा बहाते हुये 27 फरवरी 2014 को म.प्र. की राजधानी भोपाल में सम्पन्न हुआ।

✴   युग परिवर्तन एवं जीव रक्षार्थ, परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा रक्षा यात्रा काफिला 7 नवम्बर 2015 को धर्म की नगरी चित्रकूट से निकाला गया जिसमें 100 से अधिक गाड़ियाँ सम्मिलित थीं। जो उत्तर प्रदेश व बिहार में जन जागरण करता हुआ 15 दिन की यात्रा के पश्चात 22 नवम्बर 2015 को आगरा में पूर्ण हुआ।

✴   इन्सानों को इसी जिन्दगी में खुदा का दीदार हो सकता है, रूहानी इल्म और खुदाई दौलत हासिल हो सकती है इसका पैगाम लेकर वक्त के मुर्शिद-ए-कामिल परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज ने म.प्र., राजस्थान व उ.प्र. में 21 दिन के रूहानी काफिला की मौज फरमाई। जो 2 अक्टूबर 2016 को बाबा जयगुरुदेव आश्रम उज्जैन से चलकर 23 अक्टूबर 2016 को बलिया उ.प्र. में सम्पन्न हुआ जिसमें 3000 मोटरसाइकिल तथा लगभग 500 चार पहिया वाहन निरंतर चले।

✴   दुनिया के दुःख तकलीफों व कष्टों को दूर करने के लिए परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा 23 अक्टूबर 2017 को 31 दिवसीय दुःख निवारण काफिला निकाला गया जो म.प्र. गुजरात, महाराष्ट्र और उ. प्र. प्रान्तों में गाँव-गाँव, नगर-नगर में लोगों को दुःख निवारण का रास्ता बताते हुए 22 नवम्बर 2017 को ग्वालियर मेला मैदान म.प्र. में पूर्ण हुआ। इस काफिले में 256 चार पहिया वाहनों ने 4293 किलोमीटर की दूरी तय कर वर्ल्ड रिकार्ड बनाया साथ ही अनेकों दुपहिया वाहन भी निरंतर काफिले में चले ।


✴   शारीरिक, मानसिक और प्राकृतिक संकटों का मोचन अर्थात निवारण करने के उद्देश्य से परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा अपने अनुयायियों के साथ पाँचवा विशाल काफिला दक्षिण भारत की पवित्र भूमि पर निकाला गया जो संकट मोचन रूहानी काफिला बनकर दिनांक 7 जनवरी 2018 से म.प्र., महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, आन्ध्रप्रदेश, तेलंगाना, उड़ीसा होते हुये 41वें दिन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के राष्ट्रीय कृषि मेला मैदान में 16 फरवरी 2018 को भारी सफलता के साथ सम्पन्न हुआ। इसी काफिले में तुमकुर (कर्नाटक) के श्री प्रसिद्ध गंगामठ के मुख्य प्रांगण में उपस्थित श्रद्धालुओं के साथ वहां अध्ययनरत लगभग 9500 विद्यार्थियों ने भी परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज के सत्संग व नामदान (दीक्षा / मंत्र) का लाभ लिया।


➥   गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में पंजीकृत 15 वर्ल्ड रिकॉर्ड्स

✴   परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा स्थापित बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था, उज्जैन (म.प्र.) द्वारा जन कल्याणकारी कार्य करते हुए  "गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड'  में अभी तक 15 वर्ल्ड रिकॉर्ड (विश्व कीर्तिमान) दर्ज किये जा चुके हैं।

✴   जय गुरु देव नाम प्रभु का शाकाहारी सदाचारी के लिए संकट में मददगार है !



➥   लगभग 70 हजार लोगों को भोजन पैकेट का वितरण

✴   दिनांक 11 अक्टूबर 2022 को उज्जैन में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा महाकाल कॉरीडोर लोकार्पण के अवसर पर बाबा उमाकान्त जी महाराज (बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था उज्जैन) द्वारा भोजन प्रसादी के लगभग 70 हजार पैकेट बाँटे गये।


➥   देश-विदेश से उच्च पदों पर आसीन प्रतिष्ठित लोग गणमान्य नेता अधिकारी कर्मचारी परम संतबाबा उमाकान्त जी महाराज से मिलने तथा दर्शन दुआ आशीर्वाद का लाभ लेने समय समय पर उज्जैन आश्रम तथा विभिन्न स्थानों पर होने वाले कार्यक्रमों में आते रहते हैं 


जयगुरुदेव
साभार, (पुस्तक) स्मारिका सन 2012 से सन 2022 तक
smarika 2012 to 2022



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