जयगुरुदेव
04.08.2023
प्रेस नोट
उज्जैन (म.प्र.)
*यह सब आपके बच्चों के लिए, अच्छे समाज, बड़े सुधार के लिए प्लेटफार्म तैयार किया जा रहा है*
*प्रेमियों! आप लोगों को समझाने बताने में देर करोगे तो बहुत से लोगों की बेगुनाह बेमौत होगी*
ज्यादा से ज्यादा जीवों को आगामी कुदरत के प्रकोप से बचाने के लिए तरह तरह से जतन करने वाले, आने वाली पीढ़ियों के लिए, समाज के उत्थान के लिए, परोपकार के काम में निरंतर लगने वाले, जीते जी प्रभु प्राप्ति का मार्ग नामदान देने के एक मात्र अधिकारी, वक़्त के पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 1 अगस्त 2023 सुबह उज्जैन में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि
प्रेमियों बराबर आदत डालो। बावल में भी अभी बहुत ज्यादा स्टार्ट नहीं हुआ है। मौसम बदलने पर बारिश में आई दिक्कत दूर हो जाएगी। यहां (उज्जैन आश्रम) तो थोड़ा बहुत बन गया है। आने वालों के रहने खाने की भी व्यवस्था हो गई। प्रारब्ध में ही रहने खाने का होता है। प्रारब्ध की चीजें जिसको आप भाग्य कहते हो वह तो मिलता है, मिलेगा लेकिन उसमें रूखा सूखा यह चीजें हो जाती है।
*चिट्ठी लिख कर वक्ता, जिम्मेदार को भेजना*
बावल में भी आने-जाने की आदत डालनी चाहिए क्योंकि वहां पर गुरु महाराज का चिन्ह मंदिर बन रहा है। अभी आपने क्या देखा है, जरा बन जाने दीजिए। जो भी जिला, प्रांत के जिम्मेदार हो, आप जिसको भी बताने के लिए भेजना, चिट्ठी लिख करके भेजो, नहीं तो इसी में ठग घरों में घुस जाएंगे, रुपया-पैसा लेकर चले जाएंगे, बहन-बहू-बेटियों पर गलत नजर डाल जाएंगे। संगत बहुत बढ़ रही है। कौन कहां तक किसकी निगरानी कर पाएगा।
यह सीधे-साधे भोले-भाले गुरु के नाम पर मरने-मिटने वाले लोग, ये तो विश्वास हर आदमी पर कर लेते हैं। इसलिए कोई दिक्कत परेशानी न आवे, इनकी ठगी न हो जावे उसके लिए जिम्मेदार लोग चिट्ठी लिखकर भेजना कि ये आपको ध्यान भजन संगत के बारे में बताएंगे।
जो ये बता सकेंगे सतसंग सुनाएंगे, जो बावल में बन रहे मंदिर के बारे में बताएंगे, उसको आप लोग सुनना और ध्यान देना। जिसको भी वक्ता या जिम्मेदार को चिट्ठी लिखकर भेजें, बराबर उस पर विश्वास करेंगे। और यह भी देख लो कि जिसको भी आपने चिट्ठी लिख करके भेजा है, उसके बारे में अगर कहीं कोई गलती, शिकायत आवे, मेहनत ईमानदारी में या चरित्र संबंधी शिकायत हो तो तुरंत संगत से ही निकाल करके बाहर करो और लोगों को बता दो कि अब ये कोई काम नहीं करेंगे।
लेकिन (पहले) जिम्मेदार लोगों से पूछ लेना, समझ लेना कि भाई यह ऐसा कर रहा है इसके लिए क्या करना चाहिए। नहीं तो किसी ने शिकायत कर दिया और वह शिकायत, झूठी निकली और आपने मेहनती और अच्छे आदमी को संगत से निकाल दिया तो ऐसा भी नहीं करना है। सोच समझ कर के यह निर्णय लेना रहेगा। खुद ही निर्णय मत लेना। कुछ केंद्र के जिम्मेदारों पर भी। तो आप लोग अपनी-अपनी व्यवस्था बना लो।
*आप इतने प्रेमी हो कि अगर गुरु चर्चा करने लग जाओ तो हमको केवल नामदान देने की जरुरत रहेगी*
(अब हमारा) शरीर बुड्ढा हो गया। अब पहले जितनी मेहनत नहीं हो पाती है। जब शरीर में ताकत थी, शरीर मजबूत था तब सात-आठ कार्यक्रम (एक) दिन भर में किया हूं। वह समय गया निकल। अब तो आप सब लोग, इतने लोग तैयार हो गए हो, अगर सबका मुंह गुरु की चर्चा करने, गुरु की बातों को लोगों को बताने में लग जाए तो हमको कुछ बोलने की जरूरत ही नहीं, आप ही सब समझा दोगे।
हमारे पास तो ले आओगे, हम नामदान बोल समझा देंगे, बस इतना ही हमको करना रहेगा। हमको इतनी मेहनत, दौड़-धूप करने की जरूरत क्या रहेगी। एक जगह हम कहीं भी बैठ गए, तमाम आश्रम आप लोगों ने बना लिए हैं, हम किसी भी आश्रम पर बैठ गए, आप पहले से प्रचार करके रखो, गाड़ी घोडा बसों से लोगों को ले आओ, नामदान दिला दो। असला काम तो वह करना है। काम तो आपको करना है, प्रचार-प्रसार तो आपको करना है।
*नए पुराने सतसंगी, सब आपके बच्चों के लिए प्लेटफार्म तैयार किया जा रहा है*
जो पुराने सतसंगी हो, गुरु के नाम और काम को आपको बढ़ाना है। गुरु महाराज जो काम छोड़ कर के गए, उसको आपको पूरा करना है। जो नए लोग आए हो, आपको भी सहयोग करना है क्योंकि आपके और आपके बच्चों के लिए ही अच्छा प्लेटफार्म यह तैयार किया जा रहा है जिससे बच्चे सुखी रहें, समय पर जाड़ा गर्मी बरसात होने लग जाए, यह झूठ, फरेब, खून, कत्ल, बेईमानी, चोरी-चकारी, ईर्ष्या-द्वेष, तिफरके बाजी खत्म हो जाए और अच्छा समय, सतयुग जैसा समय आ जाए, सतयुग जैसा आनंद लोगों को मिलने लग जाए।
इसलिए काम आपके बच्चों के लिए ही तो हो रहा है। नए और पुराने सब लोग अगर लग जाओगे, समझा ले जाओगे तो बहुत बड़ा सुधार हो जाएगा, बहुत अच्छा समाज बन जाएगा, फिर आने वाले कयामत, खराब समय से बच जाएंगे। और अगर समझाने में देर करोगे तो बहुत से लोगों की बेगुनाह बेमौत होगी।
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Sabki jan bachane me lage huye baba umakantji maharaj |
युग महापुरुष, युग पुरुष, युग मसीहा
युग प्रवर्तक परम् सन्त आला फ़कीर
सृष्टि के अलौकिक सन्त सतगुरु
परम् गुरु सर्वत्र वन्दनीय
अन्तर्यामी, अंतर साधना में तरक्की करवाने वाले,
बाबा उमाकान्त महाराज जी ने कहा के अनमोल वचन कतिपय वचन शिक्षात्मक कथन सम्मति की अमृतवाणी
भेद खोलने वालें, दुःखहर्ता, बाहरी तकलीफों में आराम दिलाने वाले, भाव से, विरह से याद करने पर सपने में दर्शन देकर संतुष्टि करा देने वाले,
ह्रदय से,
लोक और परलोक दोनों की पूरी जानकारी रखने वाले, याद करने पर सपने में दर्शन देकर संतुष्टि करा देने वाले,
सन्त , समरथ सन्त सतगुरु, सबकी जान बचाने में लगे, त्रिकालदर्शी, तड़प से,
उज्जैन वाले,
प्रेम से, गुरु आदेश का पालन करने पर अंदर और बाहर दोनों तरफ से अपने अपनाए हुए जीवों की संभाल करने वाले, उपरी दिव्य लोक कोई कोरी कल्पना नहीं है और इसका अनुभव करा देने वाले, विश्वास दिलाने वाले, साधना की गहरी बातें सरलता से समझा देने वाले, इस समय के महापुरुष, दुःखहर्ता, त्रिकालदर्शी, स्वार्थ में और कालान्तर में समाज में फैलाई जा चुकी और फ़ैल चुकी भ्रांतियों को मिटाने वाले, गहरे ज्ञान की बात बताने समझाने वाले, लोक और परलोक दोनों बनाने वाले, इस समय जीवों के उद्धार की शक्ति जिनको मिली हुई है, जिनके चरणों में ही मुक्ति-मोक्ष का निवास है, ऐसे सर्व व्यापक, सर्व शक्तिमान, इस समय के युगपुरुष, त्रिकालदर्शी, दयालु, दुःखहर्ता, पूनिरंतर इस मन को गुरु के वचनों की चोट पड़ती रहे उसका उपाय बताने वाले, कम मेहनत में ज्यादा लाभ प्राप्त करने का तरीका बताने वाले, अपने असला काम को प्राथमिकता से करने की शिक्षा देने वाले, दीन और दुनिया दोनों बनाने वाले, आगे आने वाले खराब समय में भक्तों को कमी न हो, उनकी रक्षा हो जाए इसके लिए इंतजाम करवाने वाले इस समय के युगपुरुष
सच्चा सुख, सत्संग का प्रसाद
सतसंग की पाठशाला, आत्म दर्शन
सन्त उपदेश, संत वचन
संत महिमा, जीवन सौरभ
सत्संग सेवा और भजन
गुरु भक्ति, शाकाहारी सन्देश
गुरु का सन्देश, सन्त का संदेश
आपके प्रश्नोत्तर जिज्ञासा का परमार्थी समाधान
आपके खत का जवाब बाबा जी का कलाम, ने फरमाया
सतगुरु की परमार्थी सलाह सतगुरु के दो शब्द
प्रेमियों को उपदेश सतगुरु का पत्र, संदेश साधक को
शंका समाधान सतसंग वचन
स्वामीजी का स्मरणीय संदेश की भविष्यवाणी ने कहा
के संस्मरण भूली बिसरी यादें बातें
सतगुरु की सीख अमृत वचन वाणी
स्वामी जी की हिदायत की कलम से
बाबा जयगुरुदेव जी महाराज की गूँजती वाणियाँ
परिवर्तन की निशानी
गौ रक्षा प्रेरक वाणी शाकाहारी परिशिष्ट
परिवर्तन की निशानी विचार करने योग्य
क्या आपको पता है कि
जयगुरुदेव इतिहास की मुख्य तिथियां
उज्जैन आश्रम की डाक, सूचना, के समाचार
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जयगुरुदेव संगत की प्रार्थना, प्रार्थनाएं
प्रार्थना संग्रह, कलेक्शन, सूची, प्रार्थना पाठ
परम पूज्य स्वामी जी व महाराज जी का आदेश,
प्रार्थना रोज करना चाहिए।
दो तीन प्रार्थना सभी को याद होना चाहिए।
संगत में उत्साह बढ़ाने वाली प्रार्थनाएं
संगत में, विरह जगाने वाली प्रार्थनाएं
प्रार्थना से करें दिन की शुरुआत
मन को शांत करने वाली प्रार्थनाएं
जयगुरुदेव संगत की चेतावनी
संतमत चेतावनी अमृतवाणी
भक्तों की आवाज जन कल्याणकारी चेतावनी
साधक संदेश जयगुरुदेव आध्यात्मिक संदेश
शाकाहारी, सदाचारी, नशामुक्ति, जन जागरण संदेश
संगत की, जागरुक चेतावनी प्रेरणादयक चेतावनी
चेतावनी पाठ आंखें खोल देने वाली चेतावनी
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