युग महापुरुष बाबा जयगुरुदेव जी महाराज (4)

☀ जयगुरुदेव आध्यात्मिक सन्देश ☀

▶ भुज में बाबा जी ने कहा कि गुजरात की जनता शाकाहारी और धार्मिक है। जब मैंने गुजरात में प्रवेश किया तो पहला प्रश्न यहां की जनता ने मुझसे यही किया कि महाराज हम लोग तो धार्मिक और शाकाहारी हैं, शराब भी नहीं पीते हैं लेकिन फिर भी तीन चार वर्षों से लगातार अकाल क्यों गुजरात में पड़ रहा है। हम सब बड़े दुखी हैं कहीं कहीं तो पीने को पानी भी नहीं है। दो दो दिन बिना अन्न खाये समय काट रहे हैं वैसे तो किसी न किसी प्रकार से भोजन पानी अभी मिलता जा रहा है किंतु आगे क्या होगा हम नहीं जानते आप हम पर दया कीजिए।


 ▶ बाबा जी ने प्यार भरे शब्दों में बताया कि ऐ नर नारियों! मैं जानता हूं कि आप शाकाहारी हैं मांस मछली अण्डे नहीं खाते हैं। शराब भांग गाजा नहीं पीते हैं और आपने अपनी समझ से पाप भी नहीं किया है किन्तु आप पर पाप लद गया है क्योंकि रामायण में आया है कि- जासु राज प्रिय प्रजा दुखारी, सो नृप् अवसि नरक अधिकारी। पहले राजतंत्र था जब राजा अपने कर्मों को भोगता था प्रजा उससे वंचित रह जाती थी।

 

बच्चा! अब तो प्रजातंत्र आया और जिन लोगों को राजा बनाया उनका नाम एमपी, एम एम एल है जो दिल्ली और अहमदाबाद या देश की विभिन्न विधानसभाओं में बैठे हैं इन लोगों ने गाय कटवायें, भैंस, बैल, बकरी, मुर्गियां कटवाये, लोगों को शराब पिलाया, मांस, मछली अण्डे खाया और खिलाया, लूटपाट किया और करवाया गया है इसे तो आपको भोगना ही है और व्यक्तिगत कर्मों का भोग तो आप के ऊपर है ही। आप पर भारी विपदा आने वाली है। यदि आपने एमपीओं को अबकी बार नहीं निकाल दिया तो आपकी चमड़ी और चर्बी भी निकाली जायेगी। जब आध्यात्वाद की जलती ज्वाला ही इस पाप भरे वातावरण को जला देगी और तभी तुम शांति पाओगे।


 ▶ नर नारिायों! मैं आपकी भलाई और अच्छाई का कार्य कर रहा हूं। आत्मा के कल्याण का और सदाचार के उत्थान का काम कर रहा हूं। बौद्ध, शंकराचार्य, राम, कृष्ण और गांधी ने देश समाज के उत्थान का काम किया। सामाजिक बुराईयों का नामों निशान मिटा दिया। आपको सत्यता परमोधर्म अहिंसा पर लाकर खड़ा कर दिया। जब जब गड़बड़ी होती है तब कोई न कोई आकर के व्यवस्था का ठीक कर देता है। 


 ▶ आज देश समाज परिवार की नई व्यवस्था बननी है। जब तक कि नई व्यवस्था बनती है, जब तक सदाचार, चरित्र, न्याय, प्रेम, अहिंसा और धर्म नहीं आयेगा। आपसी प्रेम नहीं आयेगा दया और दीनता नहीं आयेगी तब तक देश का उत्थान नहीं होगा। और इसी तरह से रोते तड़पते चीखते और आंसू गिराते रहोगे। 


 ▶ राम कृष्ण को कोई नहीं पहचान सकता। वक्त में नहीं पहचानते हैं यह बहुत बड़ी भूल है। मैं आप लोगों के लिए बहुत बड़ा विश्वहित का कार्य लेकर आया हूं। आप मेरी बातों को समझ लें। क्या काम होने के बाद समझेंगे ? काम तो हो ही जायेगा। ठीक है आप बाद में ही समझ लेना।


 ▶ बाबा जी ने आगे कहा कि जब मानव परिवर्तन होगा, हृदय परिवर्तन होगा, मानसिक, आध्यात्मिक और शारिरिक अशुद्धियों के धुल जाने से ही कोई काम होगा। आप मुझे अच्छी तरह से पहचान लें कि मैं कौन हूं और क्या करना चाहता हूं मेरा ध्येय क्या है ? आप लोगों के लिए मेरा यही काम है।


 ▶ इधर बच्चों के साथ आपका सम्बन्ध हो जाये। आप और बच्चे एक हो जायें। मैं आपके दुःखों के आंसुओं को मिटाना चाहता हूं। आपने मुझे नहीं पहचाना तो मेरा क्या दोष है ? मैं तो अपना काम कर ही रहा हूं। मैंने तो आपको पहचान ही लिया है और छोड़ूंगा नहीं यह अच्छी तरह समझ लो।


 ▶ गांधी धाम में बच्चे बच्चियों और अध्यापको ने जोरदार शब्दों में जयगुरुदेव का नारा लगाया। विद्यालय के आचार्य पुष्पहार भेंट करते हुए बाबा जी का हार्दिक स्वागत किया। अपने वैचारिक सन्देश में बाबाजी ने कहा कि यह आपके गुजरात की भूमि महात्मा गांधी और बल्लभभाई पटेल की भूमि है। महात्मा गांधी ने इस भूमि पर पैदा होकर देश के अन्दर आजादी लाने का एक बहुत बड़ा काम किया। देश आजाद हुआ किन्तु उनकी आकांक्षा पूरी नहीं हुई। महात्माओं की आकांक्षा फूलती और फलती है मिटती नहीं है और वह उसे अब पूरा होना है अभी तक देश के अन्दर 27 वर्षों तक में लूटपाट, हड़ताल, तोड़फोड़, आन्दोलन, हिंसा, व्यभिचार, चोरी, अनैतिकता एवं अमानुषिक कार्यों को ये लोग करते रहे। अब आपकी समझ में धीरे धीरे आयेगा कि वैचारिक क्रान्ति किसे कहते हैें। 

 ▶ आप स्कूलों के अध्यापकों का आदर करें। बड़ों का आदर करें, माता पिता को प्रणाम करें गुरुजनों का स्वागत करें तो आपको उन लोगों का आशीर्वाद मिलेगा। उन लोगों ने जो देश के लिए बलिदान हो गये अपने बड़ों का आशीर्वाद लिया और तभी वे देश में आदर्शवादी, समाजसेवी राष्ट्रभक्त, परोपकारी कहलाये। 


 ▶ आप सबको भी आशीर्वाद लेना चाहिए। आशीर्वाद से आप ज्ञानी, विज्ञानी, विद्वान, शक्तिशाली, धर्मपरायण एवं महात्मा गांधी बनेंगे। तभी सदाचार, न्याय, सुरक्षा, प्रेम, धर्म, सचरित्रता,राष्ट्रभक्ति, सुख समृद्धि देश के अन्दर आयेगी और देश समाज, परिवार माता पिता का कल्याण होगा। आप अभी दो चार वर्षो में देश के कर्णधार बनेंगे तो ये सब बातें आपको सीखनी और समझनी हैं आपको ही सारा देश सम्हालना है।

जयगुरुदेव |
शेष क्रमशः पोस्ट न. 5 में पढ़ें  👇🏽
https://www.amratvani.com/2023/06/jaigurudev-babaji-ki-apeel.html

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sabhar, Yug mahapurush baba jaigurudev ji maharaj bhag 5

Yug pravartak baba jaigurudev ji maharaj


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