बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के हस्तलिपि सन्देश- 2

✦ बाबा जयगुरुदेव जी महाराज की वाणी  

✡ खुदा ही खुदा रहेगा 

अल्लाह ताला ने हक से आवाज निकाली खुदा का पैगाम इन्सानों को फकीरों के जरिए-

✡ रहवर की दरगाह में जाकर दीदार चाहे तो फकीरों के कदमों में जाकर सिजदा कर और अर्ज कर कि नजरें नियामत मेहर आलूद की नजर कर रूह को पाक करें, पाक परवरदिगार के पास पहुंचावें। 

✡ इस जमीन पर मुर्शिद की भारी अहमियत है। बिना मुर्शिद के एक कदम भी खुदा की ओर नहीं जा सकता।

✡ ऐ इंसान! जो तू काम इस वक्त कर रहा है वह खुदा को बिल्कुल पसन्द नहीं है। अक्ल व रहम से खाली जो काम तू करता है वह तो तुझसे जानवर अच्छा काम करते हैं। हैवान से भी गया गुजरा हिन्दु मुस्लिम इसाई का ख्याल तेरी बेअक्ली का सबूत है। रूहें तो सबमें उसी खुदा की हैं। 

✡ रहम के खजाने को खोल तो अक्ल तुझमें आ जाएगी। सारी मखलूकात उसी रहवर की बनाई है। तिफरका तो बुरे कर्मों, बदनीयती व कम अक्ली का है। इन्सानों को जमीन पर जब भेजा उस वक्त सब बराबर इल्म व रहम दिया।

✡ खुदा को याद कर, आसमानी आवाज सुन। सुन कि खुदा क्या कह रहा है। खुदा की आवाज सुनते ही होश का तमाचा लगेगा। होश आते ही चीख मारेगा। एक ही आवाज तेरे मुंह से निकलेगी-या खुदा, या खुदा।

✡ खुदा के लुत्फ में जहां को भुला दे न तू रहेगा न जहां खुदा ही खुदा रहेगा।
खुदी मिटेगी खुदा मिलेगा । 

✡ चौदहवीं सदी के आखिर में इन्सानों में कोहराम मचेगा। उसी वक्त खुदा का पैगाम लेकर एक फकीर जमीं पर उतरेगा।
आम इन्सानों जाति को खुदा का पैगाम सुनायेगा।
हिन्दु, मुसलमान, इसाई फकीर की मुहब्बत कशिश में दौड़ते चले आयेंगे।


✦ खुदा का पैगाम

✧ जो इन्सान खुदा का पैगाम न सुने उसे खुदा माफ नहीं करेगा।
हक ईमान के वास्ते खुदा के नाम पर फना हो जाओ। हक हलाल की कमाई करो।

✧ रहम का इंसान खजाना बन, रहबर की दरगाह में अपनी रूह को पहुंचा। हलाल की कमाई में से यतीम मोहताजों को खैरात कर। रहम दिल इन्सान खुदा का प्यारा, बेरहम इन्सान खुदा का दुश्मन.


 खुद को न जाना खुदा को क्या जाने ?

✧ हुस्न को हुस्न से मिला दे, रूह को नूर से जोड़ दे। तरोताजा खुशनुमा गिजा खा।

जयगुरुदेव 
Hastlipi sandesh


Aala Fakeer Baba Jaigurudev Ji Maharaj


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