इतिहास साक्षी है कि शराब-मांस का सेवन करने वाले रावण-कंस समेत कई विद्वानों का हो गया खात्मा

जयगुरुदेव

01.09.2022
प्रेस नोट
मुम्बई (महाराष्ट्र)

इतिहास साक्षी है कि शराब-मांस का सेवन करने वाले रावण-कंस समेत कई विद्वानों का हो गया खात्मा

भगवान ने मनुष्य शरीर देकर एक बार मौका दिया, पूरे सन्त से युक्ति ले कर प्रभु को प्राप्त कर लो

आंख-कान से बुरा देख-सुन कर, हाथ-पैर से बुरा कर्म कर पूरे शरीर को कर देते हैं पापी



इस समय के पूरे समरथ सन्त सतगुरु त्रिकालदर्शी उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 30 अगस्त 2022 को प्रातः कालीन बेला में मुम्बई में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि जब सबकी जान पर आफत आती है तो हर कोई अपनी-अपनी जान बचाता है। देखो आपके यहां कोई आफत आए तो आप खड़े हो जाओगे मदद के लिए, पड़ोस में घर में आए तो आप मदद करोगे लेकिन जब अपनी जान के ऊपर आफत आती है तो अपनी-अपनी जान बचाकर के लोग भागते हैं। मां अपने जिगर का टुकड़ा मानने वाले छोटे बच्चे को भी छोड़ करके भाग जाती है।

इस परिवर्तनशील संसार मे बुरे कर्मों से बचो

इसीलिए तो बराबर चेतावनी दी जाती है, समझाया जाता है कि भाई बुरे कर्म मत करो। बुरे का हश्र बुरा होता है। बुरे का नतीजा बुरा होता है। तवारीख इतिहास में पढ़ाया जाता है, धार्मिक ग्रंथों में लिखा है कि जिसने भी पाप किया, बलवान रावण, कंस सबका संहार हुआ। कितने ऐसे हुए, उनका नाश हुआ।

इस देश के मालिक काल भगवान अपने ऊपर नहीं लेते, बहाने से लोगों की मौत कराते रहते है

क्योंकि इस धरती का विधान ही यही है, जो पेड़ फलता है वह झड़ता है, जो आग जलती है वह बुझती है, जो पैदा होता है वह मरता है। यह परिवर्तनशील संसार है। यहां बदलाव होता रहता है। परिवर्तनशील संसार में यह बात बताई जाती है कि यहां बुरे कर्मों से बचो नहीं तो परमात्मा, काल भगवान जिसको कहा गया, वह सीधे सजा नहीं देते हैं, अपने ऊपर नहीं लेते हैं। कोई न कोई बहाना खोज देते हैं। पूछते हैं कैसे मौत हुई इनकी? बीमारी से, एक्सीडेंट में, किसी ने को मार दिया आदि। यह नहीं है कि भगवान ने मार दिया। ऐसा कोई मौका नहीं देते हैं कि कोई कहे।

आंख-कान से बुरा देख-सुन कर, हाथ-पैर से बुरा कर्म करके पूरे शरीर को कर देते हैं पापी

जानवरों में बुद्धि नहीं होती है। वो बाकी सब काम करते जो मनुष्य करता, खाता पीता बच्चे भी पैदा करते हैं। इसीलिए तो कहा जा रहा है कि जानवरों का काम ही अगर करते रहें, अपना काम नहीं किया, मनुष्य शरीर पाने का मतलब नहीं समझ पाए तो आप में और जानवरों में अंतर क्या रह जाएगा? कैसे माना जाएगा कि देव दुर्लभ मानव शरीर है जिस के लिए 24 घंटा देवता उस प्रभु से मांगते, प्रार्थना करते रहते है।
अब प्रभु कृपा करहु यही भाती।
सब तजि भजन करहु दिन राती।
गर्भ में आपने वादा किया था कि सब कुछ तज करके दिन रात आपका भजन करूंगा लेकिन
बाहर आकर भरमिया, बहुत उठाये पाप।।
इस शरीर से पाप करने लग गए। जो पाप बराबर करते हैं उनकी बुद्धि वैसी ही पापी हो जाती है। हर अंग पापी और पाप करने में सहायक हो जाता है। पैर अच्छे काम के दिया, वह बुरे काम के लिए जाता है।

भगवान ने एक बार मौका दिया, मनुष्य शरीर देकर पूरे सन्त से युक्ति ले करके उनको प्राप्त करने का

भगवान ने एक बार मौका दिया कि जाओ तुम मृत्युलोक में रहना, शरीर को स्वस्थ रखने के लिए खाने-कपड़े, रहने के लिए घर मकान का इंतजाम कर लेना। जिस काम के लिए तुमको मनुष्य शरीर दिया जा रहा है, जिस काम के लिए तुम मां के पेट में रट लगाए हो, जल्दी हमको बाहर निकालो। बाहर निकल करके हम समरथ गुरु को खोज करके रास्ता लेकर के दिन रात हम भजन पूजन करेंगे, आपके चरणों में हम आकर लिपट जाएंगे। उस काम के लिए तुमको भेजा जा रहा है। जाओ! इसको साफ सुथरा रखना, इसके अंदर मुर्दा मांस मत डालना। यह मानव मंदिर है। इसी में मैं तुमको दिखाई पडूंगा लेकिन युक्ति उपाय जानकार गुरु से ले लेना।
 
आंख-कान से बुरा देख सुन कर, हाथ-पैर से बुरा कर्म करके पूरे शरीर को कर देते हैं पापी

उसने तो भेज दिया लेकिन सोहबत के असर से बुराई आ गई, यह शरीर हो गया पापी। पाप कर्म के लिए पैर से जाने लग गए, हाथ से पाप करने लग गए, आंख से बुरा देखने, कान से बुरा सुनने, मुंह से बुरा बोलने लग गए। बोल बोलकर करके दूसरे के दिल को दुखाने लग गए। उससे पूरा शरीर पापी हो जाता है।

लोगों को नरकों की सजा से बचाने के लिए वक़्त के सन्त देते हैं बार-बार चेतावनी

पाप की सजा मिलती है। नर्क में जाना पड़ता है, मार पड़ती है। जैसे समाज देश में नियम बना दिया गया कि चोरी करोगे तो पकड़े जाओगे, मार पड़ेगी, जेल जाना पड़ेगा, कत्ल करेगा तो फांसी पर लटकना पड़ेगा, आजीवन कारावास होगा आदि। नियम के खिलाफ जब यह शरीर काम करने लगता है तो सजा मिल जाती है। इसलिए बार-बार समझाया जाता है, चेतावनी दी जाती है कि अब चेत जाओ, अब चेत जाओ।

11 मिनट से


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ