*जयगुरुदेव*
*सन्देश / दिनांक 29.12.2021*
*सतसंग स्थलः राउरकेला, ओडिसा, (काफिला पडाव स्थल)*
*सतसंग दिनांक: 21.फरवरी.2021*
*"देश और विदेश की सरकारें कितना भी जिम्मेदारी लें बिमारियों से निपटने की,*
*लेकिन यह लोगों को बचा नहीं पाएंगे..."*
*- बाबा उमाकान्त जी महाराज*
कोरोना को कुदरत की नाराजगी की सजा का ट्रेलर बताने वाले, मानव के गलत कर्मों से नाराज कुदरत द्वारा बिमारियों के रूप दी जाने वाली सजा के बारे में जन-जन को आगाह करने वाले, और उन बिमारियों से बचने का उपाय भी बताने वाले,
इस समय के पूरे महापुरुष उज्जैन वाले संत सतगुरु *बाबा उमाकान्त जी महाराज* ने 21फरवरी 2021 को 80 दिवसीय राष्ट्रीय काफिला के एक पड़ाव स्थल राउरकेला, ओडिशा में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम *(Jaigurudevukm)* पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि,
ऐसी नई-नई बीमारियां आ रही हैं कि डॉक्टरों को भी पता नहीं लग पा रहा है कि यह बीमारियां आ कैसे रही हैं? अभी आपने कोरोना की कहर देखा। *ऐसी तो बहुत सारी बीमारियां अभी आने वाली हैं।*
*"शराब और मांस के पैसे से कोई भी माई का लाल बिमारियों को दूर नहीं कर सकता है ..."*
ऐसी नई नई बीमारियां आ रही है कि डॉक्टरों को भी पता नहीं लग पा रहा है कि यह बीमारियां आ कैसे रही है तो उसकी शुरुआत हो गई है। यह पता ही नहीं लगा पा रहे हैं कि कोरोना जैसा भी लक्षण मरीज में होता है और मर जाता है। पता नहीं चलता है कि क्या हो गया? किस तरह से हो गया?
*"सरकारें कितना भी जिम्मेदारी ले बिमारियों से निपटने की, लेकिन ये लोगों को बचा नहीं पाएंगे..."*
बड़ी-बड़ी सरकारें जिनके पास बहुत आय होती है। उनकी मांस, मछली, शराब की ही बहुत इनकम होती है, उनका भी खजाना खाली हो जाएगा।
सरकारें किसी भी देश, प्रान्त, पार्टी की हो, कितनी भी सुरक्षा की जिम्मेदारी लें, लोगों को बचा नहीं पाएंगी। क्योंकि मांस और शराब के पैसे से देश कभी भी खुशहाल नहीं हो सकता।
सरकारें कितनी भी सुरक्षा की, बिमारियों से निपटने की जिम्मेदारी लें, किसी भी पार्टी की, किसी भी प्रदेश, किसी भी देश में हों, *लेकिन यह लोगों को बचा नहीं पाएंगे।*
*"शराब और मांस के पैसे से विश्व का कोई भी देश खुशहाल हो ही नहीं सकता..."*
बड़ी सरकारें जिनकी मांस-मछली से ही भारी आय होती है, उनका भी खजाना खाली हो जाएगा।
क्योंकि मांस और शराब के पैसे से कभी भी देश खुशहाल हो ही नहीं सकता। विश्व का कोई भी देश ये कहे कि हम शराब और मांस के पैसे से खुशहाल हो जाएंगे, यह कभी नहीं हो सकता।
*अभी भी बचने का समय है, चेत जाओ।*
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satguru shanti wale tumko lakho prnam |
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