*अनुभव व आयुर्वेद के अनुसार स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी-*
1. दोपहर भोजन के बाद छाछ पीना, रात के भोजन के बाद, एक घण्टे बाद दूध पीना और तांबे के पात्र में रखा हुआ रात का पानी सुबह पीना स्वास्थ्यवर्धक है।
2. मल त्याग करते समय दांतों को दबाकर मल त्याग करना चाहिए, और जब मल बाहर निकल जाए तो मुंह खोल देना चाहिए। इससे दांत मजबूत होते हैं।
3. प्रातः ठण्डे पानी से मुंह को भरकर नेत्रों पर पानी के छींटे मारने से नेत्र रोगों से बचत होती है।
4. घी से सौ गुना ज्यादा ताकत तेल मालिश करने से मिलती है।
5. प्रातःकाल का स्नान अमृत स्नान है, स्नान करते वक्त पहले सिर पर पानी डालना चाहिए, तत्पश्चात पूरे शरीर पर जल से स्नान करना चाहिए।
6. धूप (सूर्य की गर्मी) पीठ की तरफ से लेना चाहिए।
7. बैठकर पानी पीने से जोड़ों के दर्द की बीमारी से और बैठकर पेशाब करने से गुर्दे (किडनी) तथा मूत्र सम्बन्धित रोगों से बचत होती है।
8. मूली का सेवन सुबह अमृत की तरह, दोेपहर मूली का गुण एवं
शाम को नुकसान दायक होता है। सुबह मूली व मूली के पत्ते का सेवन गैस नाशक होता है।
9. खीरा का सेवन सुबह अमृत की तरह, दोपहर खीरा का गुण शाम को पीड़ादायक होता है।
10. अमरूद खाते समय बीजों को बिना चबाये खाने से पेट साफ हो जाता है।
11. नींबू का बीज नहीं खाना चाहिए। यह नुकसानदायक होता है।
12. भोजन के पश्चात गुड़ खाना पाचन में सहायक होता है। यह रेशेदार हानिकारक पदार्थों को लपेटकर बाहर भी निकालता है।
13. स्वमूत्र, गौमूत्र आसानी से मिलने वाली जड़ी बूटियों से फायदा लेने के लिए बाबा जयगुरुदेव रोगान्तक संस्थान उज्जैन के वैद्यों से मिलकर आप जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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