*"जय गुरु देव" नाम से शाकाहारी, सदाचारी, नशामुक्त लोगों की संकट में मदद होगी।*

*जयगुरुदेव*

*प्रेस नोट/दिनांक 05.09.2021*
बाड़मेर, राजस्थान

*"जय गुरु देव" नाम से शाकाहारी, सदाचारी, नशामुक्त लोगों की संकट में मदद होगी।*

इसी कलयुग में सतयुग को लाने का संकल्प लेने वाले, युग परिवर्तन के समय होने वाले भारी जनसंहार से बचने का उपाय बताने वाले,
वर्तमान के पूरे संत, वक़्त के आला फ़क़ीर, उज्जैन वाले *बाबा उमाकान्त जी महाराज* ने 04 सितम्बर 2021 को बाड़मेर, राजस्थान में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम *(jaigurudevukm)* पर प्रसारित सन्देश में बताया कि,

प्रेमियों! शाकाहारी सदाचारी लोगों को बनाओ। अपने स्तर से जितना कर सकते हो उतना करो और *जय गुरु देव* नाम ध्वनि बोलने के लिए, *जय गुरु देव* नाम से मिलने वाले फायदे के बारे में लोगों को बताते रहो।

*आप ऐसी जगह हो जैसे कोई कागज़ के नाव पर बैठ के पार होना चाहते हो, सतर्क रहो।*

प्रेमियों! आप ऐसी जगह हो जैसे समुद्र में कोई कागज के नाव पर बैठ के पार होना चाहता हो, आप ऐसी जगह पर हो। इसलिए आपको बहुत ही सजग रहने की जरूरत है।

*जय गुरु देव* नाम मुसीबत में मददगार नाम है। आप अपने घर पर झंडा भी लगा सकते हो, दरवाजे के सामने *जय गुरु देव* नाम भी लिख सकते हो। *जय गुरु देव* नाम ध्वनि की आदत बराबर बोलने की डालो और लोगों को बुलाओ।

*संतों की बातों में गहरा राज होता है, फायदे की बात बताई जाती है।*

देखो प्रेमियों! गुरु महाराज ने टाट पहनवाया था और गुलाबी पगड़ी भी बंधवाई थी। मैंने गुलाबी कपड़ा लोगों को पहनाया। *उसका क्या रहस्य है?*
यह तो उन लोगों से पूछो जिनकी मुसीबत में गुलाबी कपड़े से, गुलाबी टोपी, गुलाबी साफे से बचत हुई।

यह चीजें जो बताई जाती हैं, इसमें कुछ न कुछ रहस्य-राज होता है, कुछ न कुछ फायदे की चीज बताई जाती है।

*आप कर सको, जितना आपसे हो सके, उतना आप करते रहो। वीर-बहादुरों से यह धरती खाली नहीं रही है।*

देखो प्रेमियों! बीच का समय खराब है। उसके बाद फिर अच्छा समय आ जाएगा। देश में गऊ हत्या बंद हो जाएगी। देश में ही नहीं सभी देशों में बंद होगी।
एक समय ऐसा आ जाएगा। संतो की बात गलत नहीं हो सकती। *आप तो नहीं बंद करा सकते हो लेकिन वीर-बहादुरों से धरती खाली नहीं रही।*

*आगे ऐलान हो जाएगा कि गाय को राष्ट्रीय पशु बना दिया गया है, उसको कोई मार नहीं सकता है। सभी कत्लखाने, शराबखाने बंद हो जायेंगे।*

एक समय ऐसा आएगा कि ऐलान हो जाएगा कि गाय को राष्ट्रीय पशु बना दिया गया है, उसको कोई मार नहीं सकता है।
जितने भी बूचड़खाने हैं, सैकड़ों की संख्या में हैं, सब बंद हो जाएंगे। उसके बाद सतयुग की किरण इस धरती पर पड़ने लगेगी।

जितने भी बूचड़खाने, मांस की दुकानें हैं, सब बंद हो जाएंगे। कोई शराब-मांस की दुकान और बिक्री नहीं होगी। *सब ईश्वरवादी, खुदा परस्त होंगे, भजन-ध्यान-पूजन में लगेंगे तब सतयुग देखने को आपको मिल जाएगा।*

*प्रेमियों! आपकी कोशिश से सतयुग जल्दी आ सकता है।*

प्रेमियों! आप कोशिश करो। सब लोग मिल करके जितनी जल्दी सतयुग लाने का काम कर लोगे उतनी जल्दी आ जाएगा।
*अब सतयुग में क्या था?*

सब योगी-विज्ञानी थे। सतयुग में कोई आज की तरह से मांसाहारी, शराबी, चोर, ठग, बेईमान नहीं था, मार कर खाने वाले लोग नहीं थे।

*लोगों द्वारा देवताओं के नियमों को तोड़ने से देवता नाराज है और भारी जन-धन हानि करने के लिए तैयार हैं।*

प्रेमियों! आप बंद तो नहीं कर सकते हो लेकिन प्रयास कर सकते हो। आप देखो धर्म की स्थापना कहां से हुई? जंगलों से हुई, छोटे लोगों से हुई। अपने-अपने स्तर से सब लोग कोशिश करते रहो।

बीच का समय खराब है। क्योंकि यह जो जल, पृथ्वी, अग्नि, वायु, आकाश ये जो देवता हैं, इन के नियम को लोग तोड़ते चले जा रहे हैं। ये नाराज खड़े हैं।

अभी तकलीफें बहुत आएंगी। बवंडर, आंधी, तूफान, धरती का हिलना, अतिवृष्टि, बीमारियां, तकलीफें - ये अभी और आगे आएंगे। इनको धीरे-धीरे जब आप पार कर ले जाओगे तब फिर अच्छा समय आपको दिखाई पड़ जाएगा।

*जैसे रात के बाद जब सुबह होता है, सूरज दिखाई पड़ने लगता है, ऐसे सतयुग का प्रादुर्भाव हो जाएगा।*



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