ऑपरेशन से बचने के लिए संयम और नियम से रहना चाहिए-बाबा उमाकान्त जी महाराज

*जयगुरुदेव*

प्रेस नोट-नई दिल्ली

*ऑपरेशन से बचने के लिए संयम और नियम से रहना चाहिए-बाबा उमाकान्त जी महाराज*

तन और मन स्वस्थ कैसे रहे, घर गृहस्थी आराम से कैसे चले - इसकी शिक्षा देने वाले उज्जैन के पूज्य संत बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 19 अक्टूबर 2019 को सतसंग में भक्तों को बताया कि शरीर मे 72 हज़ार नसें होती है जो इतनी बारीक हैं कि नज़र ही नही आती और कई बार ऑपरेशन में कट जाती है। इसलिए ऑपरेशन से बचना चाहिए। इसके लिए संयम और नियम से रहना जरूरी है।

*बच्चियों बार-बार टेस्ट कराने से जो किरणें पड़ती हैं, बच्चे पर उसका गलत असर होता है*

महाराज जी ने बताया कि यह बच्चियां है, पढ़ी लिखी। जैसे ही इनका मासिक धर्म रुका बस फौरन टेस्ट कराने के लिए पहुंच जाती हैं। और टेस्टिंग में जब डॉक्टर देखता है कि इसमें कुछ हरकत नहीं हो रही है, मशीन जब बताती है तो डॉक्टर कहते हैं इसको निकला दो। पिण्ड अभी बन ही रहा है, बच्चा अभी बन ही रह है तो अभी क्या उसमें जान आएगी? बार-बार टेस्ट कराने से बच्चियों यह जो किरणें पड़ती हैं बच्चे के ऊपर उसका असर आता है। इसलिए ना तो टेस्ट कराना चाहिए और न ज्यादा ऑपरेशन कराना चाहिए।

*ऑपरेशन कराने से जो 72 हज़ार नसें है उसमें से बहुत सी नसें कट जाती हैं*

महाराज जी ने बताया कि ऑपरेशन से क्या होता है? ऑपरेशन से नसें कट जाती हैं। 72 हजार नसें निकली हुई है। उन्हीं नसों से इंगला पिंगला सुषुम्ना नाड़ियों से निकली हुई है और वह शरीर को चलाती हैं। और जब ऑपरेशन होता है तब नसें कट जाती हैं। कुछ ऐसी नसे होती हैं जो मशीन से भी नहीं दिखाई पड़ती हैं, माइक्रोस्कोप से भी नहीं दिखाई पड़ती हैं। और जब वह कट जाती हैं तब सिस्टम बिगड़ जाता है। आप यह समझो जैसे बिजली का तार है, कई तार जा रहे हैं। और एक तार, एक पतला तार भी कहीं अर्थ कर रहा होता है तो बराबर लाइट कम ज्यादा होती है। छोड़ता है, जलता है। ऐसा इसमें भी हो जाता है। इसलिए ज्यादातर ऑपरेशन से बचना चाहिए। 
पहले इतना ऑपरेशन की जरुरत नहीं पड़ती थी। अब जब देखो तब ऑपरेशन, जिसको देखो तो ऑपरेशन। उसका कारण क्या है कि संयम नियम से लोग रहते नहीं हैं।
संयम नियम किसको कहते हैं? कि खाना किस तरह खाना चाहिए, किस तरह से विचार व्यवहार रखना चाहिए- संयम और नियम इसको कहते हैं।

।।जयगुरुदेव।।

- परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज आश्रम उज्जैन (म.प्र) भारत

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