*Gurudev charno me jyoti*
चेतावनी 52
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गुरुदेव चरणों में ज्योति जगी जो,
उसे अपने मन्दिर में जलाते ही रहना।
हुई प्रेरणा सतयुग आने की जो है,
उसे अपने नयनों में बसाते ही रहना।।
सतयुग बुलाने की बनेगी कहानी,
गुरुदेव चरणों की होगी निशानी।
धर्म बैल फैलेगी सारे जहां में,
गुरु का सदा गीत गाते ही रहना।।
गुरुदेव चरणों में ज्योति जगी जो,
उसे अपने मन्दिर में जलाते ही रहना।।
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*Chodo chodo sab mansahar*
चेतावनी 53
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बाबा जी की हो गई पुकार, कि भैया शाकाहारी बनो।
छोड़ो छोड़ो सब मांसाहार की भैया शाकाहारी बनो।।
मालिक ने सबको उपजाया,
सबमें उसका नूर समाया।
फिर तुम खाते हो क्यों उनको मार,
कि भैया शाकाहारी बनो।।
मन में दया धरम तुम धारो,
बे-जुबान खग पशु न मारो।
छोड़ो अब सारे अत्याचार,
कि भैया शाकाहारी बनो।।
मुर्दा मांस मारकर खाते,
पेट को अपने कब्र बनाते।
अब तो करो कुछ विचार।
कि भैया शाकाहारी बनो।।
ऐसे भोजन की बीमारी,
झेल रही है दुनिया सारी।
इसका न कहीं है उपचार,
कि भैया शाकाहारी बनो।।
अंडा मछली मांस को छोड़ो,
दारू ताड़ी से मुख मोड़ो।
जीवन में आएगा सुधार,
कि भैया शाकाहारी बनो।।
कुदरत भी तैयार खड़ी है,
देखो तबाही बड़ी बड़ी है।
देखो बड़े बड़े नरसंहार,
कि भैया शाकाहारी बनो।।
मानव तन से बड़ा क्या बोलो,
विषय वासना में मत डोलो।
पाओ तो सतगुरु से सार,
कि भैया शाकाहारी बनो।।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई,
शाकाहारी हो जाओ भाई।
सब धर्मों ने लिखा शाकाहार,
कि भैया शाकाहारी बनो।।
तन मन्दिर की महिमा भारी,
इसे शुद्ध कर बनो पुजारी।
तभी पूजा होगी स्वीकार,
सब धर्मों ने लिखा शाकाहार,
भैया शाकाहारी बनो।।
शुद्ध आचार विचार बना लो,
सूने घर में प्रेम जगा लो।
सतयुग होगा तब अवतार,
सब धर्मों ने लिखा शाकाहार,
भैया शाकाहारी बनो।।
शाकाहारी की हवा चली है,
चर्चा इसकी गली गली है।
प्रेमियों की सबसे है गुहार,
सब धर्मों ने लिखा शाकाहार,
कि अब तो शाकाहारी बनो।।
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*Jivan hai bekar bhajan bin duniya me*
चेतावनी 54
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जीवन है बेकार भजन बिन दुनिया में ।
बड़े भाग्य से नर तन पाया,
इसमे भी हरी गुण नही गाया।
किया ना प्रभु से प्यार,
भजन बिन दुनिया मे ।।
माया ने तुझको बहकाया,
संग चले ना तेरी काया ।
क्यों बनता होशियार,
भजन बिन दुनिया में ।।
धन दौलत और महल खजाने,
इनको मूरख अपना माने ।
तू जायेगा हाथ पसार,
भजन बिन दुनिया में ।।
क्या लेकर तू आया जग में,
क्या लेकर तू जाएगा संग में।
रे मति मन्द गंवार
भजन बिन दुनिया में।।
जब यमदूत लेने को आवे,
रो रो करके तू चिल्लाये ।
पड़े करारी मार भजन बिन दुनिया मे ।।
जयगुरुदेव की शरण में आओ,
अपना जीवन सफल बनाओ ।
तब होवे उद्धार।
भजन संग दुनिया में,
जीवन है बेकार, भजन बिन दुनिया में।।
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*Jivan ek chhota sa hai*
चेतावनी 55
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जीवन एक छोटा सा है, एक दिन चले जाना है।
ये जलता दिया है पगले, एक दिन बुझ जाना है।।
पितु मात पुत्र पत्नि, सब झूठा नाता है,
कहता जिसे अपना तू, कोई काम न आना है।
हीरा मोती सोना चांदी, सब यहीं रह जाना है-
ये जलता दिया है पगले, एक दिन बुझ जाना है।।
छोटा सा ये पिंजरा, ये पंछी का बसेरा है,
न ये तेरा है न ये मेरा है।
आयेगी जिस दिन घडी, उस दिन उड़ जाना है-
ये जलता दिया है पगले, एक दिन बुझ जाना है।।
क्या लेकर आया है, क्या लेकर जाना है,
मुट्ठी बांधे आया है, हाथ पसारे जाना है।
माया का ये है संसार, एक दिन छूट जाना है-
ये जलता दिया है पगले, एक दिन बुझ जाना है।।
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*Kau din jaoge re Bavaria*
चेतावनी 56
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काऊ दिन जाओगे रे बावरिया, रट ले रे जयगुरुदेव....
धन दौलत और माल खजाना, लगे न तेरे हाथ।
जुड़ मिल कर दस पांच पंच, जब जावें तेरे साथ।
छूट जाये तेरी दूर नगरिया-
रट ले रे जयगुरुदेव....
वा दिन की कर याद मुसाफिर, जा दिन चल चल होई।
तेरी इस सुन्दर काया पर दो गज मल मल होगी।
ठाड़ी रह जाय अटा अटरिया-
रट ले रे जयगुरुदेव....
भाई बन्धु और कुटुम्ब कबिला, सब कोई नाता तोड़ें।
बेटा ही बौसन से मारकर, सर को तेरे फोड़े।
डाले कन्डा और लकड़िया-
रट ले रे जयगुरुदेव....
सतगुरु शरण पकड़ले बन्दे, काम तेरा बन जायेगा।
यम की जूती पडे़ न सिर पर, सदा सदा सुख पायेगा।
छूट जाये यम की तेरी डगरिया- रट ले रे जयगुरुदेव....
काऊ दिन जाओगे रे बावरिया, रट ले रे जयगुरुदेव....
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*Kam kudrat ka chalu hua*
चेतावनी 57
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काम कुदरत का चालू हुआ प्रेमियों,
गुलाबी पगड़ी का गुल अब नजर आयेगा।।१।।
इसके अंदर जो शक्ति भरी जा चुकी,
इसके आगे न कोई ठहर पायेगा ।।२।।
सतयुग आने की यह एक पहचान है,
कुर्ता पगडी गुलाबी पहनाया गया ।।३।।
पूरी हो जाने दो यह तपस्या जरा,
रत्न- ऐ- जन्नत जमीं पर उतर आयेगा।।४।।
देश की आम जनता जब रोने लगी,
वक्त के मुर्शिद ने सुन ली आह आये के।।५।।
यह जरिया निकला है बदलाव का,
इन्सां होगा इशारा समझ जायेगा।।६।।
सन्त आये सदा जब जरूरत पड़ी,
आम इन्सां के खातिर ये आवाज दी।।७।।
निकलो कचरे से जो दें तू ले लीजिए,
करलो विश्वास भगवान मिल जायेगा।।८।।
आज खिलकत की रूहों की आवाज सुन,
रूहों के रहनुमा ने ये कलमा दिया ।।९।।
हो खुद किस्मती तुम जो बाना मिला,
चूक जाओगे पछताना रह जायेगा ।।१०।।
नव जवानों जवानी के इस जोश में,
अपने निज काम को भी कर लीजिए।। ११।।
काम क्या आ सकोगे जरा सोच लो
काम का मुहूर्त ही निकल जायेगा ।।१२।।
इक इशारा दिया जा चुका प्रेमियों,
काम जो करना करके दिखा दीजिये ।।१३।।
परिवर्तन के दिन कुछ ही शेष हैं,
गर चुके तो पछताना ही रह जायेगा ।।१४।।
शाकाहारी बनाने का मिला काम जो,
इसका सदुपयोग करके ले लीजिए ।।१५।।
गांव- गांव मे हलचल मचा दीजिये,
अब जमाना तुम्हारी तरफ आएगा।।१६।।
अब तक काम जो नही हो सका,
नव जवां छात्र करके दिखा दीजिए।।१७।।
है नही वक्त अब तीर तलवार का,
उँगली उठाते ही अँधेरा निकल जायेगा।।१८।।
गांव शहरों व बाजारों मे देखकर,
देखकर गौर से सुनना भी चाहते।।१९।।
हर जुवां से ये आवाज आने लगी
गुलाबी पगड़ी जमाना बदल जायेगा।।२०।।
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जयगुरुदेव ◆
शेष क्रमशः पोस्ट 11. में पढ़ें 🙏🏻👇🏼
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