【 *भण्डारा निमंत्रण पत्र | Invitation* 】

जयगुरुदेव


*सप्तम् वार्षिक भण्डारा*
*बाबा जयगुरुदेव जी महाराज का*

30, 31 मई व 1 जून 2019
सत्संग नित्य प्रातः 5 एवं सायं 6 बजे
स्थानः बाबा जयगुरुदेव आश्रम, उज्जैन, म.प्र.

*सादर निमंत्रण*
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मान्यवर,
जयगुरुदेव 

विश्व बने धर्मात्मा, पापों का हो खात्मा।
शराब मांस को दूर हटाओ, बीमारी से मुक्ति पाओ।

*बाबा उमाकान्त जी महाराज ने कहा-*  】

★ देश में अच्छे आदमियों की जरूरत अब लोगों को महसूस होने लगी। कुदरत के एक झटके से लोग चिल्ला उठेंगे। तब आपकी जरूरत पडे़गी इसलिए शाकाहारी, सदाचारी, नशामुक्त, ईश्वरवादी, भजनानंदी बनो और बनाओ।
★ काल भगवान के इस देश में अपने पाप पुण्य के कर्म कर्जे को महापुरुषों के पास जाकर माफ करा लेना चाहिए और संसारी इच्छा त्यागकर परमार्थी तरक्की मांगना चाहिए।
★ बिना हिंसा, हत्या के अच्छाई लाने में मेहनत और समय तो लगता है परंतु अच्छा काम सदियों के लिए लाभकारी हो जाता है।
★ तन, मन, धन और आत्मिक सेवा का महत्व है परंतु सेवा में स्वार्थ की बदबू नहीं होनी चाहिए।
★ अब इस समय पर केवल तिलक लगाने, कंठी बांधने, उपवास करने, गंगा स्नान करने, रोजा रहने, ग्रंथ का पाठ करने से न तो मुक्ति मोक्ष मिल सकता है न भगवान की प्राप्ति हो सकती है।
इस समय पर तो सुरत शब्द योग की साधना से ही आत्म कल्याण किया जा सकता है।
★ पाप पुण्य करने और इन दोनों को नष्ट करके त्रिय ताप से मुक्त होकर प्रभु के पास बराबर आने जाने वाले सच्चे गुरु की खोज करो, आपका काम बना देंगे।
★ मनुष्य का मन कंट्रोल से बाहर होकर गलत कामों में लग गया। उसे सही करने का तरीका केवल सन्तों के पास होता है।
★ शारिरिक, पारिवारिक व सामाजिक कार्य करते हुए आप लक्ष्य परमार्थ का बनाओ।

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जयगुुरुदेव

*सन्तों की महिमा अनन्त, अनन्त किया उपकार।* *लोचन अनन्त उघाड़िया, अनन्त दिखावन हार।।*

समय के विलक्षण सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज को निजधाम गये सात वर्ष हो रहे हैं लेकिन उन्होंने जो अध्यात्म का बगीचा लगाया, अनगिनत लोगों के रोटी, रोजी की व्यवस्था की, दुखी, बीमार के दुख को दूर किया, लड़ाई, झगड़ा फसाद से मुक्ति दिलायी साथ ही बुरे से बुरे लोगों को सुधार दिया। कितने लोगों की अंतरात्मा की सफाई करके अध्यात्मिक फल भी चखा दिया।

बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के जाने के बाद करोड़ो लोग अनाथ, असहाय, बेसहारा मेहसूस कर रहे थे परंतु बाबा जी द्वारा ही घोषित उत्तराधिकारी बाबा उमाकान्त जी महाराज बाबा जी के द्वारा चलाये जा रहे कार्य अभियान के तहत पशु पक्षी,  गौ हत्या, मानव हत्या से हटा कर लोगों को शाकाहारी सदाचारी, नशामुक्त, सेवाभावी, देशभक्त, इबादती-भजनानन्दी बनाकर समय पर जाड़ा, गर्मी, बरसात कुदरत से दिलाकर के इस धरती पर सतयुग लाकर बाबा जयगुरुदेव जी महाराज की इच्छा को पूरा करने में लगे हुए हैं।
मेहनत की एक झलक आपको इस भण्डारा कार्यक्रम में देखने को  मिलेगी।

ज्ञातव्य है कि ये वही बाबा उमाकान्त जी महाराज हैं कि जिनके दर्शन करने, सत्संग सुनने, नामदान लेने वालों की तकलीफों में आराम मिलने लगता है।
अतः आपसे अनुरोध है कि परिवार ईष्ट मित्रों सहित समय से पधारकर बाबाजी तथा साधक समाज का दर्शन  कर सत्संग-नामदान व प्रसाद का लाभ प्राप्त कीजिए।

● यह कार्यक्रम सभी धर्म, जाति, मजहब के मानने वालों के लिए है।
●  पहली बार पधारने वाले अतिथि अपने आने की सूचना निम्नलिखित फोन नम्बरों पर दे सकते हैं।

*सत्संग व नामदान कार्यक्रम-*

30, 31 मई व 1 जून 2019
सत्संग नित्य प्रातः 5 एवं सायं 6 बजे
स्थानः बाबा जयगुरुदेव आश्रम, उज्जैन

*विनीत*
मृत्युंजय सहाय, महामंत्री
बाबा जयगुरुदेव धर्म विकास संस्था, उज्जैन
0734-2507230, 9575600700, 9757700200
वेबसाइट/यूट्यूब/ फेसबुक/ जीमेल/ ट्विटर/ : BabaJaigurudevUjjain 
व्हाट्सऐप : 8003619037

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जयगुरुदेव

*बाबा जयगुरुदेव जी महाराज की गूंजती वाणियाँ*

आपको नहीं मालूम है कि आगे कितना खराब समय आएगा, लोग व्याकुल हो उठेंगे। उनकी सोचने समझने की क्षमता नष्ट हो जायेगी। सारी दुनिया टकरा जायेगी। भयंकर हाहाकार मचेगा। 
उस भयंकर समय की आंधी में वही लोग टिक पायेंगे जो धीर और गंभीर होंगे तथा परमार्थ में लगे रहेंगे। सुरत शब्द योग की साधना में कमाई करने वालों की इस नाजुक वक्त मेें रक्षा होगी।

*तीन बातों को याद रखो-* 

1. मरना जरूर है। 
2. अवसर जा रहा है यह फिर नहीं मिलेगा। इस अवसर को बेकार मत गंवाओ। 
3.  परमात्मा का नाम तुम्हारे पास है इसे पकड़ो। भजन द्वारा तकलीफ टाली जा सकती है।

अगर युक्ति नहीं मालूम तो महात्माओं के पास आओ। जिसकी आत्मा जागी हुयी है वह तुमको भी जगा देगा। जब जब महात्मा संसार में आते हैं, खुद परमात्मा को प्राप्त करते हैं और दूसरों को भी कराते हैं। 
जिस काम के लिए आये हो अगर उसे शुरु कर दिया तो एक न एक दिन मंजिल तक जरूर पहुंच जाओगे। 
समर्थ को पाकर भी अगर अपने को नाम से न जोड़ सके तो बड़े अफसोस की बात है। आत्मा को नाम ध्वनि से जोड़ना सबसे बड़ा परमार्थ है।

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गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी उज्जैन आश्रम पर निज धाम वासी बाबा जयगुरुदेव जी महाराज का वार्षिक भण्डारा होने जा रहा है जिसमे गुरु की दया दुआ की बरसात होगी, जो जैसा याचक होगा उसको वैसा मिलेगा। कोई भी खाली नहीं जाएगा। भूल भटक कर भी जो आ जाएगा, उसको भी पुड़िया बांध दी जाएगी।
सत्संग में इस मानव शरीर रूपी मन्दिर में सच्चे मन से सच्ची पूजा करके सच्चिदानन्द का दर्शन यानी मालिक का दीदार कैसे किया जाता है बताया जाएगा।

_-- सन्त उमाकान्त जी महाराज, उज्जैन_



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