जयगुरुदेव| प्रेस विज्ञप्ति (21.03.2019)


*कश्मीर-कश्मीर मत करो; कश्मीर भारत का अंग नहीं, कश्मीर भारत है l*


– बाबा उमाकान्तजी महाराज की
    पाकिस्तान को चेतावानी
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उज्जैन l  गुरुवार 21 मार्च, बाबा जयगुरुदेव आश्रम, मक्सी रोड, उज्जैन में चल रहे तीन दिवसीय होली कार्यक्रम के तीसरे दिन बाबा उमाकान्तजी महाराज ने वैश्विक स्तर पर चल रही उथल-पुथल पर चिंता व्यक्त करते हुए पाकिस्तान को उसके मुल्क में चल रही नापाक सोच और मानसिकता पर चिंतन करने की बात कही l
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को सच्चे पीर-फकीरों की खोज कर उनसे तालीम लेना चाहिए और वहां के लोगों को भी जिहाद और कुर्बानी का सच्चा मतलब क्या होता है – इस बात की तालीम देनी चाहिए l
उन्होंने साफ कहा कि *कश्मीर-कश्मीर मत करो l कश्मीर भारत का अंग नहीं बल्कि कश्मीर भारत है l*
उन्होंने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि कश्मीर का नाम लेना बंद कर दो वरना तुम्हारा नुकसान हो जाएगा l पाकिस्तान को अपने परमाणु और जैविक बम पर घमंड नहीं करना चाहिए l
भारत की आध्यात्मिक शक्ति की असीमित ताकत की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यह भी हो सकता है कि पाकिस्तान द्वारा जैविक बम फैकनें पर कुदरत की तरफ से विपरीत दिशा में ऐसी आंधी चले की सारे कीटाणु वापिस पश्चिम दिशा में चलें जाएं तो क्या हालत होगी?
*चीन और अमेरिका को भी दी सलाह*
सन्त उमाकान्तजी महाराज ने कहा कि पड़ोसी देश चीन से भी कहूंगा कि वो अपनी नीति में परिवर्तन कर दे और लड़ाने-भिड़ाने का काम खत्म कर दे l पाकिस्तान उसकी कोई मदद नहीं कर सकता है इसलिए उसको कोई सहायता न दे l
अमेरिका से मत टकराना नहीं तो अमेरिका तुम को खत्म कर देगा l उन्होंने कहा यदि चीन, अमेरिका से टकराएगा तो उसका भारी नुकसान होगा और अंत में जो चीन की भुखमरी और बदहाली होगी उसको भारत ही ठीक करेगा, चीन को भारत की शरण में आना पड़ेगा l
उन्होंने अमेरिका से अपील की कि अमेरिका भी उतावलेपन में कोई काम ना करें l यह जो बड़े देश हैं, जिनको लोगों ने मान्यता दे रखी है, वे शांति का वातावरण बनाएं;  जिस का जो है, उसको उसी में संतोष दिलाएं और उसी का विकास करे। 
यह जितना पैसा युद्ध पर खर्च हो रहा है, यह सब बचा कर के देश के विकास में खर्च करें l ये देश जो भुखमरी के कगार पर, युद्ध करने आ रहे हैं, ये देश विकसित हो जाएंगे l युद्ध अच्छी चीज नहीं होती है, झगड़ा अच्छा नहीं होता है l इसीलिए सभी को मिलकर के झगड़ा खत्म करना चाहिए, नीति में परिवर्तन करना चाहिए तब यह समस्या समाप्त हो सकती है और अनमोल मानव जीवन की रक्षा की जा सकती है |


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