परम् पूज्य स्वामी जी महाराज व महाराज जी का आदेश...
*प्रार्थना रोज होनी चाहिए एवं २-३ प्रार्थना -*
*सभी प्रेमियो को याद होनी चाहिए।*
जय गुरु देव प्रार्थना
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*75. गुरु पइयां लागू नाम लखाय दीजो*
Guru Paiya Lagu...
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गुरु पैंया लागू नाम लखाय दीजो रे -2
जन्म-जन्म का सोया मेरा मनवा,
शब्दन मार जगाय दीजो रे।
गुरु पैंया लागूं --------------
घट अंधियार नैन नहि सूझें,
ज्ञान का दीपक जलाय दीजो रे।।
गुरु पैंया लागूं ------------------
विष की लहर उठत घट भीतर,
अमृत बूँद चखाय दीजो रे।
गुरु पैंया लागूं ------------------
गहरी नँदिया, अगम नहि धरना,
खैई के पार, लगाय दीजो रे।
गुरु पैंया लागूं -----------------
"धर्मदास " की अरज गुसाईं,
अबकी खेप, निभाय दीजो रे।।
गुरु पइयाँ लागूं नाम लखाय दीजो रे।।
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*76. मैहर की नजर करो मेरी ओर*
Mehar ki najar karo meri or
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मैहर की नजर करो मेरी और,
दया की नजर करो मेरी और।।
अब तो दरश दिख दो मेरे सतगुरु,
मन की प्यास बुझा दो मेरे सतगुरु।
विनय करूँ कर जोर-
मैहर की नजर करो मेरी और।।
ये अखियाँ दर्शन की प्यासी,
दर्शन बिन रहें सदा उदासी।
चहुँ दिशी ढूढ़ फिरी चित्त चोर-
मैहर की नजर करो मेरी और।।
माया ने है जाल बिछाया,
मूरख मन इसमें भरमाया।
हम से पाप हुये हैं घोर,
मैहर की नजर करो मेरी और।।
काम क्रोध मोह लोभ सतावें,
शील क्षमा सन्तोष न आवें।
अहंकार की काटो डोर,
मैहर की नजर करो मेरी और।।
ध्यान में मेरे क्षण क्षण आना,
सुंदर रूप हमें दिखलाना।
अंधकार में कर दो भोर,
मैहर की नजर करो मेरी और।।
सतगुरु पार करो मेरी नैया,
तुम बिन कोई नहीं खिवैया।
भवसागर में खा रही हिलोर,
मैहर की नजर करो मेरी और।
दया की नजर करो मेरी और।।
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*77. मेरा कोई न सहारा*
Mera koi na sahara bin
जयगुरुदेव प्रार्थना
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मेरा कोई न सहारा बिन तेरे,
गुरुदेव दयालु मेरे।।
तुम भक्तन के हितकारी
मैं आया शरण तुम्हारी।
काटो जन्म मरण के फेरे,
गुरुदेव दयालु मेरे।।
मेरी डोले भंवर बिच नैया
प्रभु बन जाओ आप खिवैया।
मेरी तुम्हीं सांझ सबेरे,
गुरुदेव दयालु मेरे।।
तुम युग-युग अन्दर आये,
मोह नींद से जीव जगाए।
काटो जन्म मरण के फेरे,
गुरुदेव दयालु मेरे।।
हम अधम जीव अभिमानी,
तेरी भक्ति ना हमने जानी।
मैंने किये हैं पाप घनेरे,
गुरुदेव दयालु मेरे।।
मेरा कोई न सहारा बिन तेरे,
गुरुदेव दयालु मेरे।।
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*78. मेरे प्यारे गुरु दातार...*
Mere pyare guru datar
*जय गुरु देव...*
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मेरे प्यारे गुरु दातार, मंगता द्वारे खड़ा।
मैं रहा पुकार पुकार, मैहर कर देखो जरा।।
मोहि दीजे भक्ति दान, काल दुःख बहुत दिया।
मेरे तड़फ उठी हिये माहि, दरश को तरस रहा।।
बरसाओ घटा अपार, प्रेम रंग दीजे बहा।
सुर्त भीजे अमी रस धार, तन मन होवे हरा।।
मेरा जीवन सुफल होई जाए, तुम गुण गाऊँ सदा।
मै नीच अधम नाकार, तुम्हरे द्वारे पड़ा।।
मेरी विनती सुनो धर प्यार, घट उमगाओ दया।
स्वामी जी पिता हमार जल्दी पार किया।।
जयगुरुदेव पिता हमार जल्दी पार करो।
मेरे प्यारे गुरु दातार, मंगता द्वारे खड़ा।।
*जय गुरु देव...*
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*79. मेरे सतगुरु मेरी बिगड़ी बनाना*
Mere satguru meri bigdi banana*
।। जयगुरुदेव नाम प्रभु का ।।
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मेरे सतगुरु मेरी बिगड़ी बनाना,
नईया भंवर से पार लगाना....।।
जिसने तुमहारा नाम पुकारा,
उसको ही तुमने दिया है सहारा,
मुझ निरबल की लाज बचाना,
नईया भवंर से पार लगाना।।
एक ओर मोह एक ओर माया,
जाऊं किधर को राह नही पाया,
भूला हुआ हूं प्रभु राह बताना।
नईया भवंर से पार लगाना।।
तुझ से है आश लगी मेरे भगवन,
काट दो मेरे प्रभु पापो के बंधन,
भीड़ पड़ी है न देर लगाना,
नईया भवंर से पार लगाना।।
छोड़ के ये दर किस दर जाऊं,
कौन है अपना किसको सुनाऊँ,
झूठा ये मतलब का है जमाना,
नईया भवंर से पार लगाना।।
मेरे सतगुरु मेरी बिगड़ी बनाना।
नईया भंवर से पार लगाना।।
जयगुरुदेव।
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*80. मेरी नैया की पतवार पकड़ो*
Meri naiya ki patvar
जयगुरुदेव प्रार्थना
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मेरी नैया की पतवार पकड़ो गुरु
गर न पकड़ोगे स्वामी तो बह जाएंगे।।
आपका गर सहारा मिला अब न तो
मुझसे पापी अधर्मी किधर जाएंगे।।
मेरी पापों की दरिया अगम वह रही
डूब जाने के डर से न हिम्मत रही।
चढ़ चुके नाँव पर छोड़ चुकी नाँव तट
लगता मझधार मैं ही हम वह जाएंगे।।
आप मांझी मेरे बेखबर देखते
दया कर दो प्रभु हम तुम्हें टेरते।
बस तुम्हारी मदद की जरूरत मुझे।
लड़खड़ाते कदम भी सम्हल जाएंगे।।
अहंकार और लालच के तूफ़ां चले
क्रोध मद लोभ नैया वहा ले चले।
तुम चतुर मांझी नैया सम्हालोगे तो
भाग्य में जो लिखा है बदल जाएंगे।।
ये दुनिया के ताने और अपमान भारी
लहर बन पछाड़ो येे नईया हमारी।
बरद हस्त सिर पर रखो मेरे स्वामी
तो पापों के अंबार ढह जाएंगे।
मेरी नैया की पतवार पकड़ो गुरु
गर न पकड़ोगे स्वामी तो बह जाएंगे।।
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*81. मिलता है सच्चा सुख केवल.*
Milta hai saccha sukh keval
जयगुरूदेव नाम प्रभु का
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मिलता है सच्चा सुख केवल,
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में।
यह विनती है पल पल छिन छिन,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ।।
चाहे बैरी कुल संसार बने,
चाहे जीवन मुझ पर भार बने ।
चाहे मौत गले का हार बने,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ।।
चाहें अग्नि में मुझे जलना पड़े,
चाहे काँटों पे मुझे चलना पड़े।
चाहे छोड़ के देश निकलना पड़े,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ।।
चाहें संकट ने मुझे घेरा हो,
चाहे चारो तरफ अंधेरा हो।
पर मन नहीं डगमग मेरा हो,
रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में ।।
जिव्या पर तेरा नाम रहे,
तेरा ध्यान सुबह और शाम रहे।
तेरी याद तो आठो याम रहे,
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में।।
भगवान तुम्हारे चरणों में,
गुरुदेव तुम्हारे चरणों में।।
जयगुरुदेव ★
शेष क्रमशः पोस्ट न. 14 में पढ़ें 👇🏽
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Baba Jaigurudev ji Maharaj |
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Jai gurudev !
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