जन - जागरण हेतू - (post no. 3.)
नारद जी करे स्नान गंगा में गुरुदेव की।।
हनुमत जी करे स्नान गंगा में गुरुदेव की।।
अर्जुन जी करे स्नान गंगा में गुरुदेव की।
कितनो ने किये स्नान गंगा में गुरुदेव की।।
नरकों में करे स्नान, भटको चौरासी खान,
गंगा में तुम काल की।।
आकर के करो स्नान, हो जाओ भव से पार,
गंगा में गुरुदेव की।।
११. 【 चेतावनी- Chhod kar sansar jab 】
यमदूत लगाकर तुझको,
ले जायेंगे हथकडि़यां।
कौन छुड़वायेगा- कोई न साथी......
तू पाप कमाता निसदिन।
शमशान में लकड़ी रखकर,
तेरे आग लगेगी एक दिन।
खाक हो जायेगा- कोई न साथी........
तू इसमें लगा ले गोता।
वरना इस दुनिया से,
जाएगा एक दिन रोता।
फिर पछताएगा- कोई न साथी.....
यह दुनिया रैन बसेरा।
यहां कोई न रहने पाता,
है चंद दिनों का डेरा।
हंस उड़ जाएगा- कोई न साथी....
कट जायेंगे सब तेरे,
ये जन्म-मरण के फंदे।
पार हो जायेगा- कोई न साथी.....
दुःख दर्द मिटाये जाते हैं;
दुनिया के सताये लोग यहाँ
सीने से लगाये जाते हैं।।
हर शख्स यहाँ पर मतवाला।
भर भर कर जाम इबादत के,
यहाँ सबको पिलाये जाते हैं।।
इस दर पर शीश झुकाने से।
ऐ नादानों यह वह दर है,
सर भेंट चढ़ाये जाते हैं।।
इल्जाम लगाये लाख मगर।
तेरी सौगात समझ करके,
हम सिर पर उठाये जाते हैं।।
हो खास इनायत सतगुरु की।
उनको ही सन्देशा आता है,
और वो ही बुलाये जाते हैं।।
दुनिया के सताये लोग यहाँ सीने से लगाये जाते हैं।।
तो ये जीवन सफल तेरा हो जायेगा।
पाप करता रहेगा तो मरते समय,
अपने कर्मों पे सिर धुन के पछतायेगा।।
कोई दुःख तुझसे पहुंचे किसी को नहीं।
तेरे तन को भी आनन्द होगा बहुत,
और धर्मात्मा जग में कहलायेगा।।
पाप कर्मों से बचता रहेगा सदा।
उसकी हो आत्मा को यहां शान्ति,
जाके आनंद परलोक में पायेगा।।
और परिवार का तूने पालन किया।
घोर दुःख और संकट को भोगेगा तू,
अपना परिवार तेरे न काम आएगा।।
ओर संसार में सत का व्यवहार कर।
रख भरोसा सदा अपने गुरुदेव पर,
फिर तो संकट में भी मन न घबराएगा।।
इस धरा पर ही 'सतयुग' उतर आयगा|
हैं नहीं वक्त ज्यादा कुछ ही वर्षों में,
देश-दुनियाँ का नक्शा बदल जायगा||
वक्त नाजुक बहुत सामने आ रहा|
जितने पापी-कुकर्मी हैं दुनियाँ में अब,
इनका नामों-निशा भी न रह जायगा||
उस खुदा की, नबी की इबादत करो|
वर्ना सतयुग के आने के पहले से ही,
बच्चा तेरा "कचूमर" निकल जायगा||
और कोई दुखी भी न रह जायगा|
सब में मानव सदाचार आ जायगा,
धर्म का राज्य भारत में छा जायगा||
३०-३२ में सोना भी बिक जायगा|
चूडियों में भी हीरे जडे जायेंगे,
ऐसा सुन्दर सुगम वक्त आ जायेगा||
वो सभी आखों के सामने आ जायेगा|
थोडा धीरज धरो, नेक करनी करो,
वर्ना " कुदरत का थप्पड" भी लग जायेगा||
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4 टिप्पणियाँ
Jai guru dev
जवाब देंहटाएंजयगुरुदेव
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हटाएंJaigurudev