जयगुरुदेव
19.04.2023
प्रेस नोट
उज्जैन (म.प्र.)
*वो दौलत कमाओ जो आपके यहां भी काम आवे और शरीर छूटने के बाद वहां भी*
*परमार्थी रास्ते पर चलने पर ही दया का अनुभव होता है*
*सुबह सुमिरन ध्यान भजन कर लोगे तो छूटेगा नहीं*
रूहानी दौलत लुटाने वाले, प्रभु के सच्चे भजन का तरीका बताने वाले, सेवा, प्रार्थना से प्रभु को खुश करने की युक्ति बताने वाले, दया देने वाले, इस समय के युगपुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, परम दयालु, त्रिकालदर्शी, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 8 जून 2021 प्रातः उज्जैन आश्रम में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि
सेवा में लगोगे तो मन साफ रहेगा, मनमुखता खत्म होगी, भाव भक्ति आएगी, शरीर मन निर्मल व स्वस्थ रहेगा और भजन में भी मन लगेगा। भजन करना इस वक्त पर लोगों के लिए बड़ा भारी हो रहा है। तो जब सेवा करोगे तो दया हो जाएगी। हमेशा गुरु और गुरु के वचन याद रहेंगे तो गुरु की दया भजन में भी हो जाएगी। लेकिन छोड़ना वह भी नहीं है। सुमिरन ध्यान भजन नित्य करने की आदत डालनी है। सुबह-सुबह ही अगर कर लिया करोगे तो दिन भर के लिए फ्री रहोगे। फंसोगे नहीं काम के चक्कर में और नहीं तो वही (दुनिया) दिखाई पड़ेगा। यह छूट जाएगा तो छूटता ही चला जाएगा, मन भजन ध्यान सुमिरन की तरफ से हट जाएगा। तो करना तो आखिर में यही है। आत्मा के लिए फल तो इसी का मिलेगा। बाकी तो शरीर के लिए फल मिलेगा। जो इस शरीर से अच्छे कर्म किये जायेंगे वो यहाँ के फल इस शरीर के लिए ही रहेंगे। आत्मकल्याण में यह फल मदद करेगा लेकिन करना तो बच्चा! भजन ही पड़ेगा!!
*सेवा और भजन दया का घाट है*
बाबा उमाकान्त जी ने 1 जनवरी 2023 प्रातः उज्जैन आश्रम में बताया कि आप जानते ही नहीं हो कि दया क्या चीज होती है। दया के घाट पर बैठोगे तब तो दया होगी। दया लेने का तरीका होता है और जिसको दया मिलती है वह चिल्लाता नहीं है, वह तो उसमें खुश है कि हमको दया मिल रही है। तो यह सब है दया का घाट। प्रभु को पाने का घाट क्या है? यही सेवा और भजन। तो दो घंटा भजन करो। आप 24 घंटे में से यह समय निकालो। उस समय प्रभु को याद करो। उस प्रभु को पाने के लिए, उसको हृदय में बसाने के लिए, उसी से प्रार्थना करो, गुरु से प्रार्थना करो। गुरु मोहे अपना रूप दिखाओ। हे गुरु महाराज, अंतर में आप अपनी पहचान मुझे कराओ, उसके लिए आप प्रार्थना करो। आप नए साल में यह शुरुआत करो। पुराना पीछे जो किया, सो किया, अब इसको नये सिरे से करना शुरू करो।
*परमार्थी रास्ते पर चलने पर ही दया का अनुभव होता है*
बाबा उमाकान्त जी ने 7 जनवरी 2023 प्रातः सूरत में बताया कि देखो जब तक आदमी आगे नहीं बढ़ता है तब तक दया का अनुभव नहीं होता है। और जब आगे चल पड़ता है तभी तो दया का अनुभव होगा। जब चलोगे, किसी भी अच्छे रास्ते पर चलोगे, परमार्थी रास्ते पर चलोगे और जब उसमें बाधा आएगी, गुरु को याद करोगे तभी तो गुरु की दया दिखाई पड़ेगी तभी तो गुरु का महत्व आपके समझ में आएगा।
*आध्यात्मिक दौलत कमाओ*
बाबा उमाकान्त जी ने 1 जनवरी 2023 प्रातः उज्जैन आश्रम में बताया कि ऐसी दौलत को कमाओ जो आपके यहां भी काम आवे और शरीर छूटने के बाद वहां भी आपके काम आवे। तो वह कौन सी दौलत है? यही आध्यात्मिक दौलत है जो सुमिरन ध्यान भजन के द्वारा आपको मिलेगी। प्रार्थना करने पर वह मालिक आपको दे देगा। तो बराबर प्रार्थना सुमिरन ध्यान भजन में प्रेमियों लगे रहो। अभी तक आपका जो समय निकल गया, अभी तक आपने जो किया, सो किया लेकिन अब करना शुरू कर दो। जो करते हो, टाइम बढ़ा दो, जो नहीं करते हो, करने का संकल्प बना लो और बराबर सुमिरन ध्यान भजन करो, बराबर सतसंग सुनने की इच्छा रखो, सेवा में इस तन को लगाओ। पता नहीं है कि कितने पाप हुये हैं। अरे पाप अगर नहीं हुए होते तो मनुष्य शरीर ही नहीं मिलता। कर्मों की सजा भोगने के लिए तो यहां आना पड़ता है। देखो! कुछ लोगों को बहुत ही तकलीफ हैं, वह सब कर्मों का ही चक्कर है। यह मैल ऐसे धुलेगी नहीं। इसके लिए युक्ति करनी पड़ेगी। युक्ति से ही मुक्ति मिलती है। तो यह कर्मों को धोने की युक्ति है।
 |
Ruhani dolat lutane wale baba umakantji maharaj |
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ
Jaigurudev