युग महापुरुष बाबा जयगुरुदेव जी महाराज (8.)

۞ परिवर्तन की निशानी ۞

ऐसा समय आ रहा है जबकि तिब्बत और नेपाल भारत में मिल जायेंगे। लड़ाई की समस्याओं को लेकर आप आशंकित ना हों। अगर दुनिया के सारे देश एक साथ मिलकर हमला करें तो अब कोई भारत को नहीं ले सकता।

स्वामी जी ने उपस्थित जनता से कहा कि जो लोग चाहते कि गऊ वध बन्द हो जाये वे लोग हाथ उठावें। सबने दोनों हाथों को उठाकर समर्थन किया। स्वामी जी ने घोषणा किया कि बिना तोड़फोड़, आन्दोलन हड़ताल किये देश में गऊ काटना बन्द हो जायेगा। आप लोग पिछले चौबीस वर्षों में कुछ नहीं कर पाये। आगे चलकर सारे देश की भाषा हिन्दी संस्कृत हो जायेगी।

स्वामी जी महाराज ने घोषणा किया कि भविष्य में नर संहार करने वाला गर्भपात, एवं अनैतिक कार्याें से भरा परिवार नियोजन बन्द हो जायेगा। जिससे गरीब किसान मजदूरों को दस अरब रुपया खर्च होना बन्द हो जायेगा। यह संसार का सबसे बुरा काम है। 

मैं समझ नहीं पाता हूं कि इसको आप लोगों ने कैसे स्वीकार किया। यह अत्यन्त नीच काम है। हमारे नेतिक चरित्रों के पतन के साधन सिनेमा आगे चलकर बन्द कर दिए जायेंगे। केवल ऐसे सिनेमें रह जायेंगे जिसमें राम, कृष्ण, कबीर, सीता, राधिका, नानक, मीरा आदि के जीवन चरित्र होंगे। अन्य सभी सिनेमा बन्द कर दिये जायेंगे।

मैं धर्म कर्म की शिक्षा के साथ साथ कुछ समाज सुधार की बातें भी कर रहा हूं। आगे चलकर भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पूर्ण रूप से निरामिष और मद्यपान रहित होंगे। दिल्ली से राजधानी हटा दी जायेगी।

दिल्ली की भूमी अपवित्र है। श्रवण कुमार अपने माता पिता को एकबार तीर्थ यात्रा में ले जाते हुए दिल्ली के पास पहुंचे। वह कहने लगे कि अब मुझसे यह यात्रा नहीे हो सकती। तीर्थ करने से क्या फायदा है। पिता ने पूछा बेटा यह कौनसी जगह हे। श्रवण कुमार ने कहा दिल्ली है। पिता ने कहा तुम मुझे दिल्ली पार करा दो इसके बाद छोड़ देना। उसने बहंगी उठाया और नाव से जमुना पार किया। 

दिल्ली में कहने लगे कि तीर्थ व्रत धर्म से क्या होता है। दिल्ली पार होने पर श्रवण कुमार के पैरों की गति तेज हो गई। माता पिता ने पूछा बेटा किस जगह पर हो। श्रवण कुमार ने कहा दिल्ली पार कर मथुरा की तरफ चल रहे हैं। पिता ने कहा कि बेटा थक गये होगे। थोड़ी देर आराम कर लो। श्रवण कुमार बोले नहीं पिताजी हम थके नहीं हैं अभी मथुरा पहुंचा देते हैं। मथुरा की भूमी पर चलने का यह असर है। 

भगवान श्री कृष्ण ने भी अपवित्र भूमी दिल्ली से राजधानी हटाकर हस्तिनापुर रखा। दिल्ली से कोई भी राज करते हुए प्रजा को सुखी नहीं कर सका।

आगे देश का राष्ट्रपति शाकाहारी, आन्दोलन, हड़ताल से दूर होगा। राष्ट्रपति का चुनाव सीधे जनता द्वारा होगा। यह सब मुझको स्वप्न में बताया जाता है। आगे एम.एल.ए. एम.पी. जिन्हें कहते हैं वह नहीं रह जायेंगे। जो मांस मछली शराब ताड़ी का सेवन नहीं करेगा वही तुम्हारी सेवा करेगा। 

एक नव सेवा, नव प्रेम, नव भाव, नव कर्तव्य का उदय होगा। सभी पदाधिकारी निरामिष और मद्यपान रहित होंगे। किसी प्रकार की रिश्वत, घूस नहीं लेंगे। कोई किसी के दरवाजे पर चला जाय उसका स्वागत करना प्रेम की चीज है। यही घूस नही है। जनता का काम दफ्तरों में 5 मिनट में हो जायेगा।

यह बाबा प्रेम द्वारा परिवर्तन लायेगा। चाहे लंगोटी पहनकर या इस तरह के कपड़े पहनकर परिवर्तन आये, परन्तु परिवर्तन जरूर आयेगा। मांस, मछली मुर्गी अण्डे शराब ताड़ी गांजा भांग अफीम की दुकानें नहीं रहेंगी। गऊ काटना तो दूर रहा, कोई मछली मुर्गी, सुअर बकरी भी नहीं मार सकता। यह मेरी बातें एक इंसान की बातें हैं, जो इन सबके सामने सुना रहा हूं। मेरी बातें भ्रान्ति की बातें नहीं हैं।

मांस मत खाना, शराब, ताड़ी गांजा भांग मत पीना, आन्दोलन, हड़ताल, तोड़फोड़ कतल, व्यभिचार, अनाचार मत करना, झूठ बोलना फरेब फितरत मत करना, गरीबों का दिल मत दुखाना और अगर बन्दे कहीं तुमने कह दिया कि किसी ने नहीं समझाया था तो मैं तुरन्त वहां गवाह के रूप में खड़ा हो जाऊंगा और कहूंगा कि मैंने इनको अहमदाबाद में समझाया था कि मांस मछली अण्डा मत खाओ और बुरे कर्मो को मत करो। 

सभी बातें उस समय बताऊंगा कि क्या क्या तुमको समझाया था। फिर तुमको उस अदालत में माफी नहीं मिलेगी और एक एक कल्प के लिए नर्कों में भेज दिए जाओगे।

मैं आपके अहमदाबाद में पहले भी आया था और आपको सुनाया था। यहां सूखा पड़ा हुआ है। मैं कुछ कहना चाहता हूं। अभी मैंने गुजरात का दौरा किया। मुझे बड़ा दर्द है। मेरी बातें तुम्हें दो महिनें बाद छः महीने बाद माननी ही पड़ेंगी। 

बाबा जी ने पहले भी सन् 70 71 में करोड़ों पर्चे बांटे थे कि ऐसी ऐसी तकलीफें आयेंगी लेकिन तब लोग उन बातों पर विचार नहीं करते थे। लेकिन अब तो तकलीफ आपके सामने है और आगे और आ रही हैं। 

जब कौवे रात में बोलें, बिल्ली अपने बच्चों को शाम के समय मुंह में दबाकर गांव के बाहर ले जाये उस समय गांव वालों को सोचना चाहिए कि रात में कुछ होगा। दिन में स्यार बोले तो सोचना चाहिए कि कुछ होने वाला है। जब इस देश की नारियां कुदार लेकर मिट्टी खोदने लगें तो देश के लिए यह बहुत बड़ा अशगुन है। देश के लोगों को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। 

मैंने देखा कि लाखों नारियां दो-दो, तीन-तीन वर्ष के बच्चों को सड़क के किनारे लिटाकर मिट्टी खोद रही हैं। दो रुपये बारह आने मजदूरी मिलती है और सवा तीन रुपये में एक किलो बाजरा मिल रहा है। देश का मजदूर कैसे जिन्दा रहेगा।

आगे समय में धर्म कर्म का सुधार होगा। सबके सब मकानों में ताला नहीं लगायेंगे केवल कुत्ते बिल्ली के हिफाजत के लिए बन्द कर देंगे। और छोड़कर चले जायेंगे। किसान बीमारी, अन्न की कमी मुकदमें से, करों से घरों के विवादों से परेशान है। उनमें स्थिरता नहीं रही। जिम्मेदार किसानों का पूरा पूरा सरकारी व गैर सरकारी कर्जा दो बार में माफ कर दिया जायेगा। किसानों के लाभ की कार्मिक व धार्मिक चर्चा की जायेगी।

भविष्य के समय मछली मारते या किसी जीव को मारते या काटते बच्चे या बड़े लोग नहीं दिखाई पडेंगे। धर्म और अहिंसा से ऋतुऐं चार चार महीने की होंगी। जल पृथ्वी अग्नि वायु सबकी मदद से एक बीघे में किसानों के खेतों में 100 मन गल्ला होगा।

मजदूरों तुम मजदूरी से पस्त हो चुके हो। महंगाई इतनी है कि सबकी हिम्मत पस्त हो चुकी है। जब किसानों के खेत में एक बीघे में 100 मन गल्ला होगा तो वह खुशी से मजदूरी दे दिया करेंगे। उन जान देने वाले जिम्मेदार बच्चों की तरफ जिन्हें पुलिस का सिपाही कहते हैं, अगर तुम्हारा ध्यान नहीं जाता तो तुम्हारा सफाया हो जायेगा। 

मंत्रियों के बच्चे फौज और सिपाही नहीं बन सकते। सिपाही ग्रहस्थी चलाने के लिए पीड़ित होकर धैर्य खोयेगा और कम पैसे में परिवार की रक्षा नहीं कर पायेगा। तुम सिपाही को निकम्मा कहते हो। अगर किसी को सिपाही ने अपराध में पकड़ा तो तुम आकर कहते हो कि तुम बदमाश हो तुमने झूठा मुकदमा कायम किया है। सबने इन सिपाहियों  को डांटा और आरोप लगाये। 

अगर पेट पालने के लिए उसने आठ आने एक रुपया या दो रुपये ले लिए तो सब डांट लगाते हैं। चारों तरफ से घेर कर सिपाहियों को परेशान करते हैं। किसान मजदूर के बच्चे सिपाहियों तुम्हारी कोई गल्ती नहीं है। लोगों को लाख लाख रुपये लेने पर भी संतोष नहीं होता। तुम इन्हें आठ आने लेने से जलील मानते हो।  तुम अगर दुकान, मकान, खेत की रक्षा चाहते हो और तुम्हारा इधर ध्यान नहीं गया तो सर्वनाश हो जायेगा। 

जयगुरुदेव 
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sabhar, yug mahapurush baba jaigurudev ji maharaj bhag 5


 स्वामी जी की हिदायत

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