पंचों की कहानी से समझाया जरुरी काम पहले

जयगुरुदेव

04.05.2023
प्रेस नोट
अमरेली (गुजरात)

*जयगुरुदेव नाम ध्वनि बोलकर भोजन को प्रसाद बनाओ, बुराईयाँ छुड़ावाओ*

*पंचों की कहानी से समझाया जरुरी काम पहले*


निजधामवासी बाबा जयगुरुदेव जी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी, इस समय के युगपुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, परम दयालु, त्रिकालदर्शी, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 13 फरवरी 2021 पेंड्री दुर्ग छत्तीसगढ़ में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि 

पंचायत में बात करके सुनते रहते हैं, परिणाम कुछ नहीं निकलता है। एक आदमी ने कहा इनका मकान मेरे मकान से ऊंचा है। यदि ये पानी पीछे की तरफ गिरा दें, छत से नाली इधर की बजाय उधर बना दें तो इनका पानी उधर चला जाएगा। पंचों ने कहा ठीक बात है। होना चाहिए। पंचों ने उसको बुलवाया। कहा पंचायत है, पंचों की बात मानोगे? बोला पंचों की सब बात मानूंगा, पंचों से कहां अलग जाउंगा। तो लोगों ने कहा पानी इधर की बजाय उधर गिरा दो। तो तरह-तरह की बातें करता रहा। लोगों ने कहा तुमने तो कहा था पंचायत का निर्णय मानूंगा। फिर उसने कहा पंचों की सब बात मंजूर है लेकिन पानी जहां गिर रहा था वहीं गिरेगा और इतना कह कर के उठ कर चला गया। सारी मेहनत पंचो की बेकार चली गई। पंचायत अच्छी नहीं होती है, काम को निपटाना जरूरी होता है। मुद्दे की बात पहले लाई जाती है, बाकी बातें बाद में ली जाती है। जो ज्यादा जरूरी है उसको पहले लिया जाता है। और जिसके बिना भी काम चल सकता है उस मुद्दे को बाद में लिया जाता है। इन चीजों का आप सब लोगों को ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि जब तक जानकारी नहीं होती तब तक आदमी को सफलता नहीं मिलती है।

*जामुन नाक पर गिरा*

महाराज ने 14 अक्टूबर 2022 प्रातः बेगूसराय बिहार में बताया की एक आदमी जा रहा था, थक गया तो एक बड़े जामुन के पेड़ के नीचे आराम करने लगा। बोला पेड़ इतना बड़ा, फल इतना छोटा। कुदरत भगवान ने न्याय नहीं किया। एक बेल से इतना बड़ा कद्दू होता है तो इतने बड़े पेड़ में तो बहुत बड़े फल लगने चाहिए। सोच ही रहा था तब तक एक काला पका हुआ जामुन उसके नाक पर गिरा। तुरंत उठ बैठ कहा प्रभु जो कुछ आपने किया, बहुत अच्छा किया। अगर हमारे ऊपर कहीं कद्दू गिरा होता तो नाक मुंह का क्या हाल हो जाता। तो कुदरत ने चीजें मनुष्य के लिए बनाई है। मांस मनुष्य का भोजन नहीं है। यह ऐसे जानवरों का भोजन है जो मनुष्य को साफ सुथरा रख सके। मनुष्य के फायदे के लिए हवा पानी हो जाए, रह जाए इसलिए बनाए गए। तो आप शाकाहारी बनो।

*जयगुरुदेव नाम ध्वनि बोलकर भोजन को प्रसाद बनाओ*

महाराज जी ने 30 जनवरी 2021 दोपहर अमरेली (गुजरात) में बताया कि आप लोग बच्चियों खाना बनाती हो, लेकिन प्रसाद उसको नहीं बना पाती हो। प्रसाद खाओ। प्रसाद क्यों देते हैं? कि यह हमारे लिए फलदाई, फायदेमंद हो। प्रसाद उसको बना लिया करो। जब भोजन बनाओ, तैयार हो जाए शाम को, दोपहर में, तो जयगुरुदेव नाम की ध्वनी बोल करके फिर खाओ-खिलाओ। देखो आपको कितना अच्छा महसूस होता है। बहुतों को फायदा हुआ। करके देखो। जयगुरुदेव नाम आप ही नहीं कोई भी शाकाहारी सदाचारी नशामुक्त मुसीबत के समय बोलेगा तो उसकी मदद होगी। ऐसे जयगुरुदेव नाम ध्वनि बोलना रहेगा- जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयजय गुरुदेव। इसी तरह से बोलने की आदत डालो। बच्चों को भी बुलवाओ। बच्चे ऐसे नहीं बोलेंगे, लेकिन जब खाने का समय आएगा तो बोलो कि जयगुरुदेव नाम की ध्वनी बोलने पर ही खाना मिलेगा तो मजबूरन बोलेंगे, चाहे तीन-चार बार बोले। तो उनको याद हो जाएगा। फिर संकट में बोलने पर मदद हो जाएगी।

*जयगुरुदेव नाम ध्वनी बोलने से बुराइयां छूट जाती है*

महाराज जी ने 4 सितंबर 2021 प्रातः बाड़मेर (राजस्थान) में बताया कि जिनके घर में लड़ाई-झगड़ा, दिमागी परेशानी, रुपए-पैसे में बरकत नहीं मिलती हो, ऐसे घर में जयगुरुदेव नाम ध्वनी शुरू कर दो। एक घंटा सुबह-शाम बोलकर देखो कि तकलीफ दूर होती है या नहीं होती है। लोगों ने बोलना शुरू किया। बहुत से लोगों का मांस छूट गया। ऐसे कहने पर नहीं छूटता है। बोलने लगे अंदर से, जब सफाई हुई तो मन उधर से हट गया। किधर लग गया? इधर लग गया। नामदानी हो गए, शराब, बुराइयां लोगों ने छोड़ दी। तो यह क्या काम करता है? सफाई करता है। जैसे जंग लगे लोहे को पारस पत्थर से छुआओगे तो सोना नहीं बनेगा लेकिन साफ़ करके छुआओगे तो सोना बन जाता है। ऐसे ही सफाई जरूरी होती है। तो प्रेमियों जयगुरुदेव नाम बोल करके आप देख सकते हो।





गुरु महाराज 


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