शाकाहारी परिशिष्ठ*_________________
● अशुद्ध आहार और जीव हत्या आध्यात्मिक तरक्की को इस प्रकार रोक लेते हैं जैसे जहर आदमी की सांस को रोकता है।
● करोड़ो जीवात्माओं की चीख का असर, कहर बरपा देने वाला होता है। जीव हत्या ने किसका भला किया है ?
● आज देश में अस्पतालों की कमी नहीं है। दवाओं की कमी नहीं है, और भी नई नई दवाएं बनती जाती हैं, लेकिन ये फायदा ही नहीं करतीं। क्योंकि आपने अशुद्ध आहार किया।
● डॉक्टर जब किसी का चीर फाड़ करते हैं, खून मवाद निकलता है तो कितनी बार हाथ साबुन से धोते हैं, डिटॉल लगाते हैं। वे कहते हैं कि कीटाणु आ जाएंगे।
जब आप अशद्ध आहार करते हैं तब इन्ही जीवों का खून आपके शरीर में पहुंचता है। बीमारियों का भण्डार खुल जाता है।
● भगवान ने हमें खाने के लिए बहुत कुछ दिया है। फल-सब्जी, दूध-दही, खूब उपलब्ध है। ये अच्छे और हानिरहित आहार हैं
(शेष क्रमशः अगली पोस्ट 10. में...)👇🏽
 |
Shakahar apnao |
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ
Jaigurudev