*"लड़के - लड़कियों ! हुनर सीख कर आलराउंडर बन जाओ..."* *- बाबा उमाकान्त जी महाराज*

*जयगुरुदेव*
*सतसंग सन्देश / दिनांक 11.01.2022*

*सतसंग दिनांक: 21.फरवरी.2020*
*सतसंग स्थलः लखनऊ, उत्तरप्रदेश*
*सतसंग चैनल: जयगुरुदेवयूकेएम/Jaigurudevukm*

*"लड़के - लड़कियों ! हुनर सीख कर आलराउंडर बन जाओ..."*
*- बाबा उमाकान्त जी महाराज*

आध्यात्मिक तरक्की के साथ-साथ व्यक्तिगत उन्नति के उपाय बताने वाले समय के महापुरुष उज्जैन वाले *बाबा उमाकान्त जी महाराज* ने वर्ष 2020 के महा शिवरात्रि पर्व के अवसर पर लखनऊ, उत्तरप्रदेश में दिये गये सतसंग में भारत के नौजवानों से अपील की है,

वे नशा मुक्त रहें और कोई हुनर सीख कर बेरोजगार न बैठें। उन्होंने बच्चों में शुरू से ही शिक्षा के साथ-साथ कोई भी हुनर सिखाने की नीति अपनाने के लिए सरकार से की गयी अपनी अपील भी दोहराई।

*"नशे में माँ बहन और बेटी की पहचान खतम हो जाती है.."*
इस भारत भूमि पर जब द्रोपदी को कुदृष्टि से देखा तब महाभारत हुआ। कुछ ही घंटों में छप्पन करोड़ यदुवंशी खत्म हो गए। यह भारत भूमि है, यहां पर तो महिलाओं की बड़ी इज्जत, सम्मान करना चाहिए।
लेकिन नशे में मदहोश हो जाने के बाद मां बहन और बहू किसी की पहचान नहीं हो पाती है।
नशा चाहे शराब का हो या अफीम, कोकिन का हो। ऐसे किसी नशे का सेवन मत करना। यह प्रार्थना है आपसे। आप अपने अस्तित्व को मत मिटाओ।

*"नौजवानों नशा मुक्त बनो और टीम बना कर औरों को भी प्रेम से सुधारो..."*
ऐ नौजवानों! तुम देश के ही नहीं बल्कि विश्व के भविष्य हो। इस धरती के भविष्य हो।
तुम शराब के नशे में और नशे की गोलियों में जब मस्त हो जाओगे तो कहां से तरक्की कर पाओगे? क्या नाम कमा पाओगे? क्या खानदान का नाम ऊंचा कर पाओगे?

आप ही के उम्र के गोस्वामी जी महाराज थे। कम उम्र में ही उन्होंने भगवान को प्राप्त कर लिया था। राम और कृष्ण ने जवानी में ही काम किया। परिवर्तन किया, धर्म की स्थापना किया।
इसलिए आप जो नौजवान हो, अपनी टीम बनाओ और यह जो नशे की आदत नौजवानों के अंदर पड़ रही हैं, उसको खत्म करो।

उन्हें समझाओ और बताओ। आप उनके साथ रह करके उनको छुड़वा दो। उनसे घृणा मत करो। उनके अंदर जो कमी आ गई उसको दूर करो।
ऐसे रहो उनके बीच में, जैसे कीचड़ में कमल और कांटो में गुलाब खिल जाता है। उन्हीं के बीच में रह कर उन्हें सुधार दो। अपने जैसे उनको भी बना दो।
आप अपने देश, समाज और माता-पिता के अरमान को अधूरा मत रहने दो, उन्हें पूरा करो।

*"बेरोजगार मत बैठो, कोई न कोई हुनर सीख लो ताकि कभी किसी से मांगना न पड़े..."*
नौजवानों! पढ़-लिख कर बेकार मत बैठो। कोई न कोई काम सीख लो। हुनर कभी भी बेकार नहीं जाता।
मैं तो बराबर सरकारों से भी कहा करता हूं कि पहली दूसरी दर्जा से ही बच्चों को आप सिखाइए, जैसे लोहार गिरी, बढ़ाई गिरी, कालीन बनाना, घड़ी बनाने का काम आदि।
जिसकी जरूरत आदमी के जीवन में पड़ती रहती है, वह हुनर आप इनको सिखाइए। ताकि पढ़ाई के बाद कागज का टुकड़ा लेकर सर्टिफिकेट के रूप में न निकले, यह हुनर लेकर के निकले तो देश-विदेश में कहीं भी भूखे तो न मरें।

*"हुनर सीख कर आल राउंडर बन जाओ..."*
आप जो नौजवान पढ़े-लिखे हो, नौकरी नहीं मिल रही तो गाड़ी चलाना सीख लो, बिजली का काम सीख लो, खाना बनाना सीख लो।
बहुत सी लड़कियां तो खाना बनाना जानती ही नहीं। शादी के बाद ससुराल में जाने पर होने वाले झगड़ा का एक ये भी मुख्य कारण बन जाता है। बहू आती है पर उनकी माता ने तो कुछ सिखाया ही नहीं और वह बुढ़िया सास पारंगत होती हैं, बहु का बनाया पसंद नहीं आता तो कुछ बोल देती है। तो उसका भी एक कारण बन रहा है।

इसलिए सीखो। चाहे लड़के हो या लड़कियां हो। इन सब कामों को सीखो तो आप के पास हुनर हो जाएगा।
*हम ये चाहते हैं नौजवानों! तुम देश के भविष्य हो। तुम सीख लो, ऑलराउंडर बन जाओ। तुम कहीं भी लग जाओ, जैसे स्टेपनी पहिया गाड़ी में कहीं भी, किसी तरफ लग जाता है, ऐसे आलराउंडर बन जाओ।*

GuruKiSeekh


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