*शरद पूर्णिमा में आओ, सोता जीव जगाओ, नाम रतन धन पाओ, काल का जाल छुड़ाओ*

जयगुरुदेव

13.10.2024
प्रेस नोट
लखनऊ (उ. प्र.)

*वक़्त गुरु सन्त उमाकान्त जी महाराज का सतसंग व नामदान कार्यक्रम शरद पूर्णिमा पर 16-17 अक्टूबर को लखनऊ में, सभी आमंत्रित*

*शरद पूर्णिमा में आओ, सोता जीव जगाओ, नाम रतन धन पाओ, काल का जाल छुड़ाओ*

निजधाम वासी परम् सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी वक्त के समर्थ सन्त सतगुरु दुःखहर्ता बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा सतसंग एवं नामदान 

16 अक्टूबर 2024, बुधवार, दोपहर 3 बजे से व ध्यान-भजन-सतसंग 17 अक्टूबर 2024, गुरुवार, प्रातः 6 बजे से स्थान- लोनी नदी तट, निकट सैनिक ढाबा, रहमतनगर, सुल्तानपुर रोड, लखनऊ, उत्तर प्रदेश में समय परिस्तिथि अनुकूल होने पर होगा। 

भारत जैसे धर्म परायण देश में तीज-त्यौहार, अमावस्या, पूर्णिमा कई बार आते हैं परंतु सन्त व सतसंग न मिलने से हम लाभ नहीं उठा पाते। "घट में है सूझत नहीं, लानत ऐसी जिन्द, तुलसी या संसार को, भयो मोतिया बिन्द ।" "घट घट मेरा साँइयां सूनी सेज न कोय, बलिहारी वा घट को जा घट परगट होय।" "ज्यों तिल माही तेल है ज्यों चकमक में आग, तेरा साँई तुझमे जान सके सो जानि।" 

यह वाणी परम सन्त तुलसीदास जी महाराज, मीराबाई तथा कबीर साहब जैसे महात्मा की है लेकिन समर्थ गुरु के बिना यह समझ में नहीं आता कि दुनिया का सुख-समृद्धि व मुक्ति-मोक्ष देने वाला परमात्मा इस मनुष्य शरीर में मिलेगा कैसे? देवी-देवता व परमात्मा से कुछ पाने के लिए जो भी तीरथ, व्रत, पूजा-पाठ करते हैं उसका फल मिल नहीं पाता इसलिए जन-जन में बीमारी, घर-घर में लड़ाई-झगड़ा व टेंशन बढ़ता चला जा रहा है। अच्छे बुरे की जानकारी नहीं होने से बुरे कर्म मनुष्य करता चला जा रहा जिसका फल सूखा, अकाल, बाढ़, भूकंप, लड़ाई-झगड़ा व मानसिक अशान्ति के रुप में कुदरत दे रही है। 

ऊपर लिखी तकलीफें दूर हो मनुष्य को धन, यश, समृद्धि मिले इसी मनुष्य शरीर के अंदर देवी-देवताओं, परमपिता का दर्शन हो उनकी आकाशवाणी, गुरुवाणी सुनाई पड़े इसके लिए बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बाबा उमाकान्त जी महाराज अपने मुख्य आश्रम उज्जैन से पधार रहे हैं। सन्त की वाणी है कि- "गुरु बिन माला फेरते, गुरु बिन करते दान। गुरु बिन दान हराम है, चाहे पूछो वेद पुराण।।" वक्त के समर्थ गुरु पूज्य बाबा उमाकान्त जी महाराज धरती के ऐसे विलक्षण महात्मा है कि जिनके दर्शन करने सतसंग सुनने व अपनी बात कह देने से ही तकलीफों में आराम मिलने लगता है। 

"तीरथ गए एक फल, सन्त मिले फल चार। सतगुरु मिले अनेक फल, कहत कबीर विचार ।।" अतः आप सभी जाति-मजहब के मानने वालो से गुजारिश है कि वक्त से इस प्रोग्राम में परिवार सहित तसरीफ लाकर सुकून-शान्ति व रुह को निजात दिलाने का रास्ता मुर्शिदे कामिल से ले लीजिए। जिंदगी का समय निकलता जा रहा है दोबारा यह इंसानी जामा जल्दी मिलेगा नहीं। 

सम्पर्क नम्बर 9838831196, 9621594659. हाथ जोड़ कर विनय हमारी, तजो नशा बनो शाकाहारी। विश्व बने धर्मात्मा, पापों का हो खात्मा। 
मुख्य आश्रम का पता बाबा जयगुरुदेव आश्रम, जयगुरुदेव नगर, पिंगलेश्वर रेलवे स्टेशन के सामने, मक्सी रोड़, उज्जैन (मध्य प्रदेश) 
संपर्क 9575600700, 9754700200. 
अधिकृत यूट्यूब चैनल: जयगुरुदेवयूकेएम।




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