कब्रिस्तान से निकल कर भूत आयेंगे ( YUG MAHAPURUSH BABA JAIGURUDEV 24.)

★ बाबा जी की वंशी बजी 

कानपुर 22 जून 1972 को तिरवा कन्नौज के लिए प्रस्थान करने से पहले कानपुर में प्रेमियों से कहा कि देखो लू चल रही है और इतनी तेज धूप है फिर भी मुझे तिरवा जाना है। वहां हजारों नर नारियां प्रतीक्षा कर रहे होंगे। इसी क्रम में स्वामी जी ने कहा कि अभी तो बाबा जी की पहली वंशी बजी है तब छोटे छोटे स्थानों पर भी बीस बीस चालीस चालीस और कहीं कहीं एक लाख से ऊपर की भीड़ होती है। बीस बीस पचीस पचीस मील से इस सन्देश को सुनने के लिए लोग भागते हुए चले आते हैं। जब बाबा की दूसरी और फिर तीसरी वंशी बजेगी तो देखना क्या गुल खिलता है।
 
मैं परमात्मा की प्राप्ति का मार्ग बताता हूं। शिवनेत्र, ज्ञानचक्षु के खोलने का मार्ग बताता हूं। स्त्री पुरुष इस साधना को आसानी के साथ कर सकते हैं। ग्रहस्थ जीवन में रहते हुए परमात्मा की प्राप्ति हो जायेगी। घर बार छोड़ने की जरूरत नहीं है और न ही साधु ही बनने की जरूरत है।
 
बाबा ने आगे बताया कि साढ़े छः करोड़ आदमियों से ऊपर बैठाकर इस साल में मैं अपने सन्देश को सुना चुका हूं। अभी तो आपके छः महीने कुछ दिन बाकी हैं। मैं अपना यह कार्य बराबर जारी रखे हूं और साल के आखिरी तक कई करोड़ आदमियों को सन्देश सुनाकर फिर दुबारा आकर आपको बताउंगा कि कितने करोड़ आदमियों को इस साल में सुनाया तो आपको मालूम हो जायेगा।
 
सन् 1970 से जन जागरण के कार्य का हवाला देते हूए बाबा ने बताया कि सन् 1970 में चार करोड़ लोगों का, सन् 71 में दस करोड़ लोगों का और इस वर्ष के लगभग छः महीने में साढ़े छः करोड़ लोगों का अर्थात कुल 20 करोड़ लोगों का जन जागरण हो चुका है। पुलिस का सिपाही गरीब मजदूर किसान का बच्चा है। 150 रु. में अपने परिवार के 10 12 प्राणियों का खर्च वह नहीं चला सकता है। एक दिन में एक प्राणी पर आठ आने से भी कम पड़ा इतने पैसे में तो मिटटी भी नहीं मिलती है तो बेचारा वह क्या खायेगा। भूखा आदमी क्या नहीं कर सकता है। सब कुछ करेगा। 

सबसे बड़ी जिम्मेदारी का काम करने वाले को पर्याप्त मात्रा में भोजन कपड़ा न मिले तो यह बड़े दुःख की बात है। और मैंने इसके लिए सन् 70 में भगवान की कचहरी में प्रार्थना की थी। भगवान ने कहा कि ठीक है तुम बीस करोड़ लोगों का जन जागरण करो फिर पुलिस के सिपाहियों का प्रारम्भिक वेतन 300 प्रतिमाह हो जायेगा। 300 रु. तनख्वाह होने से मतलब है। अगर आप कर दो तो इससे आपका नाम हो जायेगा और अगर नहीं करते हो तो ये बीस करोड़ आदमी कर देंगे। घबड़ाने की कोईबात नहीं है।
 
इसी प्रकार प्राइमरी स्कूलों अध्यापक, क्लर्क आदि का वेतन भी 300 रु. हो जायेगा। सुरक्षा परिषद अमेरिका से उठकर भारतवर्ष में चल आयेगी, गउओं का काटना बन्द हो जायेगा, किसी जीव की हिंसा नहीं होगी, परिवार नियोजन गर्भपात बन्द हो जायेगा, राष्ट्रभाषा हिन्दी और संस्कृत हो जायेगी, किसानों का सरकारी और गैर सरकारी कर्ज माफ कर दिया जायेगा।
 
अंत में बाबा ने कहा कि मेरी बातों को अभी सुन लो और जब हो जाये तब मान लेना। सम्पूर्ण जनता ने अपने दोनों हाथों को उठाकर बाबा की बातों का समर्थन किया।
 
बाबा जी ने प्रेमी सत्संगियों से कहा कि जो सत्संगी अखबार बेचने में, सत्संग प्रचार कार्यक्रमों के पर्चे बांटने में, प्रचार करने में कार्य करते हैं और उनकी नौकरी अगर समाप्त कर दी जाती है तो वह घबड़ाये नहीं मालिक सब देखता है। उन सभी प्रेमियों को रोटी कपड़ा मिलता रहेगा।


★ पाकिस्तान को चीन ने कीटाणु बम दिया

रायबरेली 27 मई। जयगुरुदेव बाबा ने टाउन हाल के विशाल मैदान में हजारों नर नारियों के बीच में कहा कि चीन ने कीटाणु बम बना लिया है और वह पाकिस्तान को दे चुका है। अबकि बार जो लड़ाई होगी उसमें भी काफी नुकसान उठाना होगा। पश्चिम में लड़ाई होगी और उत्तर दक्षिण में भी होगी। चीन से भी बम आयेंगे, पाकिस्तान अमेरिका से भी बड़े बड़े बम आयेंगे। अधिकांश बम भारम में पृथ्वी पर उतार लिये जायेंगे। दो एक जो फूटेंगे वो पहाड़ों पर या समुद्रों में और उनसे वही लोग ज्यादा मरेंगे जो लोग मांस मछली शराब खाते पीते होंगे।

भारतवर्ष पर जब कीटाणु बम फेंके जायेंगे तो नुकसान कुछ न कुछ तो होगा ही फिर कुदरत की तरफ से ऐसी उल्टी हवा चलेगी कि सभ कीड़े उड़कर लौट जायेंगे और वहां लोगों का सफाया हो जायेगा। बाबा ने आगे बताया कि भारत में अन्न की भारी कमी होगी, भूकम्प आयेंगे, पूर्वी पाकिस्तान की तरह नुकसान होगा। मुसलमानों की संख्या काफी घट जायेगी। साइबेरिया में भूमि परिक्षण से पृथ्वी टुकड़ों में बिखरते बिखरते बचेगी। गर्मी इतनी बढ़ेगी कि संसार में त्राहि त्राहि मच जायेगी। समुद्रों में भारी तूफान आयेंगे।

अगर इस समय देहातों में चुनाव न होते और शादियां न होती तो इस सन्देश को सुनने लाखों नर नारियां आते। खैर कोई बात नहीं। अबकि नहीं तो आगे सही। मैं राजगद्दी नहीं चाहता हूं। मैं आपको राजगददी पर बैठा सकता हूं मुझे राजगददी नहीं चाहिए। साधू महात्मा का अपमान मत करो। इससे तुम्हारा पतन हो जायेगा। मुझे राजनीति में मत ढकेलो। मैं वोट मांगने नहीं आया हूं और न मुझसे डरने की जरूरत है। चुनाव जीतने की अगर बात करते हो तो मैं गदहे को भी खड़ा करके जिता सकता हूं। वह शाकाहारी होगा वफादारी होगा। मेहनत से काम भी करेगा और मुसीबत आने पर जोर जोर से चिल्लायेगा भी। 

पिछली बार अप्रेल के महीने में जब मैंने रायबरेली की जनता के मस्तिष्क में धार्मिक भावना को भर दिया तो मेरे जाने के बाद लोगों ने व्यापक प्रचार किया कि बाबाजी गिरफ्तार हो गये, उनके पास सोना मिला वो चीन और अमेरिका के जासूस थे। क्यों भाई! मैं आपसे पूछता हूं क्या मैं आंदोलन करता हूं, हड़ताल करता हूं, चोरी करता हूं, या लोगों को लूटता हूं। या किसी की स्त्री को भगा ले जाऊंगा। लेकिन नहीं लोगों ने प्रचार किया और इस उल्टे प्रचार का असर यह हुआ कि रायबरेली जिले के बच्चे बच्चे की जुबान पर जयगुरुदेव का नाम आ गया। 

जब ऐसी भ्रामक खबरें उड़ाई गयी तों आपके रायबरेली के रामकिशोर जी गुप्ता भागे भागे लखनऊ और मथुरा पहुंचे। 2 तारीख को यहां सत्संग करने के बाद 4 अप्रेल को मैं भी मथुरा आश्रम पहुंच गया था और खेतों में गेहूं की कटाई का काम कर रहा था। गुप्ता जी जब वहां पहुंचे और उन्होंने मुझे सैकड़ों  प्रेमियों के साथ गेहूं काटते हुए देखा तो उनका चेहरा फक्क हो गया। उन्होने कहा कि इतना बड़ा झूठ महात्मा के लिए ?
 
अधिकारियों से अपील करते हुए बाबा ने कहा कि आप मांस, मछली, शराब, रिश्वत को छोड़ें। मैं यह नहीं कहता हूं कि एक बारगी छोड़ दें। धीरे धीरे छोड़ दें, आप छोड़ें जरूर। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो सजा मिलने पर यह नहीं कहियेगा कि मुझसे किसी ने बताया नहीं। दबाव डालकर रिश्वत मत लें। रिश्वत के कारण किसी के काम को न रोकें। काम होने पर ख़ुशी से अगर कोई दे देता है उसे तो आप ले सकते हैं। सुधार की तरफ आपका कदम धीरे धीरे होना चाहिए क्योंकि मैं जानता हूं कि एक बारगी छोड़ देना आपके लिए मुश्किल है।
 
मैं दिव्य दृष्टि का लोगों के लिए उपदेश करता हूं। जीवात्मा परमात्मा की बात करता हूं। परमात्मा मरने के पहले मिलता है और इससे मिलने का रास्ता बताता हूं। पिछली बार जब मैं यहां आया था तो प्रचार किया गया कि ढेले फेंके  गये। रायबरेली में किसी ने मुझ पर ढेला नहीं फेंका और आपने सम्मान के साथ मुझे यहां से विदा किया। अगर अखबारों में कुछ खबर छपी है तो वह गलत है। तुम्हारे शहर वाले तुमको बदनाम कर रहे हैं।
 
इतना बड़ा काम हो रहा है और अखबारों से कोई मदद नहीं ली जा रही है। यह अखबारो का काम नहीं है। अखबार व्यवसाय है मानव प्रजातंत्र की सेवा नहीं कर रहे हैं। इनको जो अधिकार मिले हैं उनका प्रयोग नहीं कर रहे हैं। यदि ऐसा ही रहा तो भविष्य में सारे अखबार बन्द कर दिए जायेंगे। इसलिए अपनी आजादी को मत खोओ। समझ लो अच्छी तरह से मैं आपके नुकसान की कोई बात नहीं बताता।
 
मैं सबको प्रणाम करता हूं और सबसे पहले प्रणाम करता हूं। अगर प्रणाम न करता तो इतने आदमी मैदान में न पड़े रहते। मैं लोगों को सुख पहुंचाना चाहता हूं। लोगों के कष्टों को दूर करना चाहता हूं तुम कहते रहो आराम न हो, लिखते रहो आराम न हो फिर यह कैसा कहना ? वही बात तुम कहते हो और वही बात मैं कहता हूं। तुम कहकर नहीं कर पाते हो और में करके दिखा देता हूं। 

इंतजाम मांस मछली खाकर नहीं होता है, शराब ताड़ी पीकर नहीं होता है। इंतजाम होता है बड़ी विशाल समता, दया और बुद्धि  के द्वारा होता है। चोरी करके बच्चों की सेवा नहीं होती है। आपके नगर में हम लोग अतिथी बनकर आये हैं। आपने सहयोग दिया सड़कों पर लेटने का, कुआ का पानी पीने का, मैदान दिया, और अगर मैदान न दिया होता तो हम आपको लाभ नहीं पहुंचा सकते थे।

1. प्रजातंत्र के रखवालों ने प्रजा के खेत को काटकर घर में रख लिया और प्रजा ठन ठन गोपाल।
2. समय आ रहा है कि आस्तिक लोग एक तरफ हो जायेंगे और नास्तिक लोग दूसरी तरफ हो जायेंगे। फिर कुदरत सबके कार्यो का फल देगी।
3. सन् 1972 के बाद भर्ती होगी। साधन भजन करने वालों की भर्ती अलग होगी और इंतजाम करने वालों की भर्ती अलग होगी। 
4. देश की सभी संस्थाओं से अपील है कि वे किसी प्रकार का आंदोलन, हड़ताल, तोड़फोड़ न करें।
5. भारत में करोड़ों लोगों का मांस, मछली, अण्डा शराब मैंने छुड़ा दिया।

★ कब्रिस्तान से निकल कर भूत आयेंगे

कानपुर 20 जून रात्रि में सत्संग के बाद लगभग चालीस हजार जनता में भभूत बांटने के पूर्व जयगुरुदेव बाबा ने बताया कि यह  भभूत जो आपको दिया जा रहा है वह प्रत्येक बीमारी,परेशानी, भूत बाधा आदि में दो आना, चार आना, आठ आना, बारह आना और किसी किसी को सोलह आना काम करेगा। 

बाबा ने आगे बताया कि दो बातों मे इस भभूत का असर उल्टा होगा। पहला चोर अगर इसको खाकर चोरी करने जायेगा तो अवश्य पकड़ा जायेगा और दूसरा इसको खाकर चुनाव में अगर कोई खड़ा होगा तो वह अवश्य हार जायेगा।
 
बाबा ने यह भी बताया कि इस भभूत की महिमा को तुम नहीं जानते हो। कब्रिस्तान से उठकर भूत भी इस भभूत को लेने के लिए दौड़ पडेंगे। इस भभूत में वह करिश्मा है कि अगर आदमी बेहोश हो और सब दवायें फैल हो गयी हों और तुम उससे बात करना चाहते तो थोड़ा इस भभूत को उसके मुंह में डाल देना और कान में चार छः बार जयगुरुदेव जयगुरुदेव कहना। वह मरीज फौरन आंखें खोल देगा। जब ऐसा हो जाये तो उसी समय में मांस, मछली, अण्डा, शराब खाना पीना छोड़ देना।

जयगुरुदेव
शेष क्रमशः अगली पोस्ट no. 25 में...

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sabhar, yug mahapurush baba jaigurudev ji maharaj bhag 5

PARAM SANT BABA JAIGURUDEV JI MAHARAJ

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