जयगुरुदेव
24.11.2023
प्रेस नोट
गोण्डा (उ.प्र.)
*सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज का पूर्णिमा का सतसंग एवं नामदान 26, 27 नवम्बर को गोण्डा (उ.प्र.) में, सभी सादर आमंत्रित*
इस समय के युगपुरुष, पूरे समरथ सन्त सतगुरु, दुःखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज का सतसंग एवं नामदान कार्यक्रम 26 व 27 नवम्बर 2023 को, प्रार्थना, सुमिरन, ध्यान व भजन नित्य की भांति स्थान- बाबा जयगुरुदेव आश्रम, जयगुरुदेव नगर, निकट इटियाथोक, जिला गोण्डा, उ.प्र. में होगा।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन शिव जी ने त्रिपुरासुर का वध करके देवताओं की इच्छा पूर्ति की, देव प्रसन्न होने से त्रिपुरारी कहलाए। ऐसा कैसे और क्यों हुआ? मनुष्य शरीर किस काम के लिए मिला ? अकाल मृत्यु तथा आने वाली भयंकर मुसीबत से बचेंगे कैसे ? आदि की जानकारी के लिए दो दिवसीय आध्यात्मिक सतसंग कार्यक्रम आयोजित किया गया है।
सतसंग में बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी, बाबा उमाकान्त जी महाराज कार्तिक पूर्णिमा से लाभ के बारे में बताएंगे तथा मनुष्यों से जान-अनजान में जो बुरे कर्म बन गए, पाप लग गया जिसकी वजह से बुद्धि खराब हो रही, लड़ाई-झगड़ा, चोरी, बेईमानी, ठगी, परनारी गमन, देशद्रोहिता, हिंसा-हत्या में मन लग रहा है। इससे मुक्ति कैसे मिलेगी? इसके बारे में बाबा जी बतायेंगे क्योंकि लोगों को भारी पाप जो लग गया, वह जब खत्म होगा तभी जीने का सुख मिलेगा।
इस धर्म धरती पर इस वक्त के समर्थ गुरु सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज हैं जिनके दर्शन करने, सतसंग सुनने से देश-विदेश के बहुत से लोगों को बीमारी, टेंशन में फायदा हुआ है तथा जो नामदान लेकर इस चेतन शरीर से चेतन प्रभु की पूजा, ध्यान में लग गए हैं और उनके अन्त समय के मुक्ति-मोक्ष का रास्ता भी खुल गया है। अतः आप इस सूचना को निमंत्रण कार्ड मानकर सपरिवार, रिश्तेदार, मित्रों सहित आइए, बाबा जी का दर्शन करिए, सतसंग सुनिए, सुख, समृद्धि, शान्ति पाइए और अंत समय में नाम की जहाज पर बैठकर भवसागर से पार हो जाइए।
जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जय जयगुरुदेव नाम की ध्वनि रोज एक घण्टा लगातार बोलने से तकलीफों में आराम मिलने लगता। आजमाइश करके देख लो जयगुरुदेव नाम प्रभु का ही है। जब मुसीबत में आदमी देवी-देवता फरिश्ते मददगार नहीं होंगे तब यह जयगुरुदेव नाम शाकाहारी, चरित्रवान, नशामुक्त लोगों के लिए मददगार होगा।
*प्रेमियों! अपने-अपने स्तर पर अभियान चलाओ, लोगों को शाकाहारी नशा मुक्त बनाओ, परोपकार करो*
*एक बार बदनाम हो जाओ, बाद में तो नेकनामी आपकी ही नहीं, बहुत लोगों की हो जाएगी*
परोपकार में लगने और अपने प्रेमियों को लगाने वाले, आगामी भारी तकलीफों से लोगों को बचाने में दिन-रात प्रयासरत, दुखहर्ता, उज्जैन वाले हर तरह से समरथ सन्त सतगुरु, बाबा उमाकान्त महाराज जी ने दीपावली सतसंग कार्यक्रम में 12 नवम्बर 2023 अपरान्ह, उज्जैन आश्रम में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर प्रसारित लाइव सन्देश में बताया कि
प्रेमियों! जो आप लोग सतसंग में आए हो, गुरु महाराज बाबा जयगुरुदेव जी के मिशन को पूरा करने का संकल्प बना रहे हो, इस कलयुग में सतयुग आने का, महात्मा महापुरुष जो कहकर के गए, लिंग पुराण में, जगन्नाथ दास की ओड़िया किताब में, सूरसागर में जो लिखा, गुरु महाराज भी बराबर कहते रहे कि कलयुग में सतयुग आएगा। तो जो गुरु का उद्देश्य सतयुग लाने का और लोगों को सतयुग दिखाने का संकल्प आप लोग बना रहे हो उसके लिए आप अपने-अपने स्तर से लोगों को बताओ समझाओ, शाकाहारी नशा मुक्त लोगों को बनाओ।
*सतयुग में कैसे लोग रहेंगे*
सतयुग में कोई भी शराबी मांसाहारी नहीं होंगे, शराब, मांस, मछली अंडे की, नशे की दुकान नहीं होगी। चोरी, व्यभिचार करने वाला, धोखा बेईमानी देने वाला, अनीति, अत्याचारी, प्रकृति के नियम को तोड़ने वाला नहीं होगा। सतयुग में सब योगी और विज्ञानी होंगे। सब लोग मानव धर्म का पालन करने वाले होंगे। इंसान, इंसान से मोहब्बत करेगा।
*बदलेंगे नहीं तो सतयुग देखेंगे कैसे*
अगर लोग बदलेंगे नहीं तो सतयुग कैसे देखेंगे? इसलिए बदलने की जरूरत है। आप लोग जो बिगड़े हुए बैठे हो, आपको भी किसी ने समझाया बताया होगा। आपने छोड़ दिया, बिगड़ा आपका खत्म हो गया, आप अच्छे बन गए, श्रद्धा की दृष्टि से आपको लोग देखने लग गए हैं। ऐसे ही वह लोग भी सुधर जाएंगे, बदल जाएंगे। प्रयास, कोशिश करने की जरूरत है।
*इस समय तो विरोध ज्यादा नहीं है, आपको उन तक पहुंचने की देर है*
हम लोग जब 1973 में नाम दान लिए थे, उस समय विरोध बहुत था। लोग जयगुरुदेव नाम को सुनकर के चिढ़ जाते, आग बबूला हो जाते थे। लेकिन अब मिशन लोगों के समझ में आ गया। अब तो लोग सुनने के लिए इंतजार कर रहे हैं। आपको पहुंचने की देर है। हम लोग तो रगड़ते रहते, समझाते रहते तब कहीं जाकर उनके संस्कार जागते थे। लेकिन गुरु महाराज ने जो इतना मेहनत किया, बच्चों के ऊपर संस्कार डाल दिया, वह बच्चे अब जवान, बड़े हो गए, वह सतसंगियों के रिश्तेदार, अब होश में आ गए। उनको खाली संदेश देने की, बताने की जरूरत है। अगर संग के दोष से बिगड़ रहे होंगे तो वह सुधर जाएंगे, सतयुग देखने के लायक हो जाएंगे, सतयुग का आनंद उनको मिल जाएगा।
*एक बार बदनाम हो जाओ बाद में तो नेकनामी बहुत लोगों की हो जाएगी*
आप लोग बराबर समझते रहो लोगों को। जैसे भी हो सके, प्रचार करो। ऐसे लाउडस्पीकर से करो, पर्चा बाँट कर करो, प्रभात फेरी लगा करके करो, नहीं तो सबसे ठोस प्रचार उनके पास बैठकर के समझाने का होता है। बहुत समय रहता है। आप जिस विभाग में नौकरी करते हो, वहीं बदनाम हो जाओ।
बदनामी किसको कहते हैं? सब कहने लग जाए कि जयगुरुदेव है, जयगुरुदेव है। मांसाहारी जब आपको चिढ़ाने, गालियां देने लग जाए, बिगड़े लोग आपसे घृणा करने लग जाए तब समझो आपका काम हो रहा है, आपका असर पड़ रहा है, आपकी बातों की जगह उनके अंदर बन रही है। दूध, पानी और खून से भरे गिलास में सिक्का डालोगे तो जिसमें जो भरा है वोही तो बाहर निकलेगा। आपके प्रचार, बातों को सुनकर वो बोलने लगते हैं। एक बार बदनाम हो जाओ बाद में तो नेक नामी आपकी ही नहीं, बहुत लोगों की हो जाएगी।
*कैसे भी हो, समझो, बताओ, बचाओ लोगों की जान*
अपने-अपने स्तर से ही समझाओ। किसान, किसान को, बच्चियां, बच्चियों को आदि। लोगों को शाकाहारी, नशा मुक्त, चरित्रवान बनाओ। उन्हें अच्छा रास्ता, मानव धर्म बताओ। जितना जानकारी है आपको तो इतिहास के आधार पर बता दो। आप कैसे भी, जितनी भी जानकारी आपको हुई, नहीं कुछ है तो ये बताओ कि आप कैसे जुड़े, गुरु महाराज के पास कैसे आप आए, सतसंगों में आप क्यों आते हो, आपको क्या फायदा मिलता है, यही बात अगर लोगों को बताने लग जाओ तो उसी से बहुत से लोगों की तकलीफें दूर होगी, उन्हें सुख शांति मिलने लग जाएगी, शांति वाली जगह पर पहुंच जाएंगे, सुख वाला रास्ता अपना लेंगे, बहुत से लोगों का फायदा हो जाएगा। परोपकार बहुत बड़ा धर्म है। सब लोग परोपकार को करो धारण।
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PARAM SANT BABA UMAKANTJI MAHARAJ |
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