⦓ गुलाबी वस्त्र एवं जयगुरुदेव ध्वजा की महिमा ⦔
बाबा जयगुरुदेव जी महाराज ने 1979 में गुलाबी पगड़ी बंधवाई भी तथा कहा था कि 'गुलाबी वालों की नजर जहाँ तक जाएगी कोई नुकसान नहीं होगा। फिर गुरु महाराज ने 1983 में जब 1 करोड़ लोगों को टाट पहनने का आदेश दिया तब कहा था कि "इस गुलाबी पगड़ी को पेटी में बक्से में सोने-चांदी की तरह सम्हाल कर रखना आगे वक्त आने पर इसकी आवश्यकता पड़ेगी।"
31 जनवरी 2014 को शिमोगा, कर्नाटक में गुरु महाराज के वचन को याद दिलाते हुए बाबा उमाकान्त जी महाराज ने कहा कि जो गुलाबी पगड़ी गुरु महाराज ने 1983 में उतरवा कर रखवाई थी उसको पहनने का समय आ गया है। कोई भी एक गुलाबी कपड़ा धारण कर लीजिए और कहा था- गुलाबी का राज तो में काफिले के समापन पर बताऊंगा।
काफिले के समापन पर भोपाल में सतसंग सुनाते हुए बाबा उमाकान्त जी महाराज ने कहा- जो लोग सुमिरन, ध्यान, भजन करेंगे, शाकाहारी नशा मुक्त रहेंगे, गुलाबी कपड़ा धारण करेंगे, उनकी अकाल मृत्यु नहीं होगी। उसी की नहीं साथ वाले की भी बचत हो जाएगी और यह भी कहा था कि आप अपने-अपने घरों पर जयगुरुदेव नाम का झण्डा लगा लो। जयगुरुदेव घर के ऊपर लिख लो। अगर त्रेता में लंका में आग लगने पर विभीषण की कुटिया बच सकती है तो आने वाले खराब समय में आपका घर भी बच जाएगा।
✩ बाबा उमाकान्त जी महाराज का संक्षिप्त परिचय
बाबा उमाकान्त जी महाराज बाल्यावस्था से ही आध्यात्मिक रुचि के कारण पढ़ाई पूर्ण होते ही सन 1973 में खिचकर बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के पास पहुंचे नामदान लिया और गुरु आदेशानुसार सेवा भजन कार्य में लग गए। शुरू में थोड़े समय के लिए गुरु के पास रहते तथा बीच-बीच में गाँव जाकर माता-पिता की सेवा करते रहे और सन 1976 से बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के निजधाम जाने तक, बाबा उमाकान जी महाराज साये की तरह उनके साथ लगे रहे और गुरु महाराज के जाने 'के बाद उनके मिशन को पूरा करने में लग गए ।
परम संत बाबा ज्याकान्त जी महाराज
इस समय पर परम् सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज गुरु के एक-एक वचन का अक्षरश: पालन करते हुए बाबाजी के मिशन को पूरा करने लगे हुए हैं। लोगों को शाकाहारी, सदाचारी, नशामुक्त तथा देशभक्त बनने का उपदेश करते हुए बिना किसी भेदभाव के सबको जीते जी प्रभु प्राप्ति का रास्ता (नामदान) देकर पापों, गलतियों की माफी कराकर, परेशानियों व बीमारियों में राहत देकर दैनिक जीवन में सुख-शान्ति का अनुभव करा रहे हैं। परम सन्त बाबा उमाकान्त जी महाराज अभी तक लाखों लोगों को नामदान दे चुके हैं। जिसकी साधना करने से लौकिक और पारलौकिक दोनों प्रकार के लाभ का अनुभव लोगों को हो रहा है।
✩ बाबा उमाकान्त जी महाराज द्वारा देश-विदेश में संचालित जन कल्याणकारी एवं जीव कल्याणकारी अभियान
परम पूज्य बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के वचनों और विचारधारा पूरे विश्व में फैलाने के लिए उनके आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 15 देशों का दौरा किया, वहां पर सत्संग व नामदान लोगों को दिया व 40 से अधिक देशों में गुरु महाराज का नाम पहुंचाया तथा विश्व के बड़े देश जैसे कि यू.ए.सए, यू.के., ऑस्ट्रेलिया, यू.ए.ई.हांगकांग, सिंगापुर, मलेशिया, मॉरीशस व अन्य देशों में बाबाजी महाराज ने समय-समय पर लोगों को प्रभु प्राप्ति का रास्ता बताया। बाबाजी जी महाराज की प्रेरणा से वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को साकार करते हुए लोगों को आध्यात्मिक व भौतिक लाभ दिलाने के लिए उनके अनुयायी देश-विदेश में तरह-तरह के जनहित के कार्य भी कर रहे हैं।
जयगुरुदेव
साभार, (पुस्तक) स्मारिका सन 2012 से सन 2022 तक
smarika 2012 to 2022
 |
Baba jaigurudev sadhna mandir ujjain |
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ
Jaigurudev